उत्तर प्रदेश में रविवार की शाम मक्खनपुर क्षेत्र में हुआ एनकाउंटर किसी फिल्मी सीन से कम नहीं था। गोलियों की आवाज़ों से पूरा इलाका दहला उठा। उत्तर प्रदेश ASP(ग्रामीण) अनुज चौधरी उस वक्त मोर्चे पर थे, जब अचानक बदमाशों की ओर से चली एक गोली सीधे उनकी बुलेटप्रूफ जैकेट में आ लगी। लेकिन उन्होंने हिम्मत नहीं हारी—शांत दिमाग और अदम्य साहस के साथ जवाबी कार्रवाई का नेतृत्व किया। कुछ ही मिनटों में यूपी पुलिस की सटीक रणनीति और फुर्तीले एक्शन के आगे 50 हजार का इनामी नरेश पंडित ढेर हो गया। इस मुठभेड़ में रामगढ़ थाने के एसओ संजीव दुबे भी घायल हुए, जबकि मौके से दो पिस्टल, कई कारतूस और करीब 40 लाख रुपये नकद बरामद हुए। UP News
दो करोड़ की लूटकांड में था मुख्य आरोपी
पुलिस अभिरक्षा से फरार होने के बाद खुद को अजेय समझने वाला कुख्यात लुटेरा नरेश पंडित आखिरकार उत्तर प्रदेश पुलिस के शिकंजे से ज्यादा देर बच नहीं सका। यही वह अपराधी था, जिसने कुछ दिन पहले दो करोड़ रुपये की सनसनीखेज कैश लूट को अंजाम दिया था और पूरे प्रदेश में सुर्खियों में छा गया था। 4 अक्टूबर को वह पुलिस कस्टडी से फरार होकर भूमिगत हो गया था। लगातार पांच दिन से उसकी तलाश में पुलिस की कई टीमें खाक छान रही थीं। रविवार शाम आखिरकार मुखबिर की पक्की सूचना मिली कि नरेश को बीएमआर होटल के पास देखा गया है। सूचना मिलते ही उत्तर प्रदेश ASP(ग्रामीण) अनुज चौधरी ने बिना वक्त गंवाए एक्शन मोड में आते हुए स्पेशल टीम को मौके पर रवाना किया। बस, यहीं से शुरू हुआ वह ऑपरेशन मक्खनपुर, जिसने नरेश पंडित की आपराधिक कहानी पर हमेशा के लिए पूर्णविराम लगा दिया। UP News
घेराबंदी और मुठभेड़ की पूरी कहानी
जैसे ही पुलिस टीम ने मक्खनपुर इलाके की घेराबंदी शुरू की, कुख्यात बदमाश नरेश पंडित ने अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी। गोलियों की तड़तड़ाहट से इलाका गूंज उठा। इसी बीच एक गोली ASP (ग्रामीण) अनुज चौधरी की बुलेटप्रूफ जैकेट पर जा लगी। झटका जोरदार था, मगर अधिकारी डिगे नहीं — उन्होंने मौके पर डटकर मोर्चा संभाला और अपनी टीम को आगे बढ़ने का निर्देश दिया। कुछ ही पलों में यूपी पुलिस की जवाबी कार्रवाई ने बाजी पलट दी। नरेश पंडित को सीने में गोली लगी और वह ज़मीन पर गिर पड़ा। पुलिस ने तुरंत उसे अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। मुठभेड़ स्थल से पुलिस को दो पिस्टल, कई कारतूस और लाखों रुपये नकद मिले हैं। वहीं, रामगढ़ थाने के एसओ संजीव दुबे भी इस एनकाउंटर में घायल हुए, जिन्हें जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। डॉक्टरों के मुताबिक उनकी हालत अब स्थिर है।
पुलिस ने ली राहत की सांस
SSP सौरभ दीक्षित ने एनकाउंटर के बाद कहा कि मारा गया बदमाश नरेश पंडित लंबे समय से पुलिस के लिए सिरदर्द बना हुआ था और उस पर डीआईजी आगरा रेंज की ओर से 50 हजार रुपये का इनाम घोषित था। उन्होंने बताया कि नरेश कई गंभीर और संगठित अपराधों में वांछित था, जिसकी तलाश महीनों से जारी थी। SSPने कहा — “अगर ASP (ग्रामीण) अनुज चौधरी ने उस वक्त अपनी हिम्मत और सूझबूझ न दिखाई होती, तो यह मुठभेड़ एक बड़ी त्रासदी में बदल सकती थी।” उन्होंने जोर देकर कहा कि यह ऑपरेशन एक बार फिर साबित करता है कि उत्तर प्रदेश पुलिस हर हालात में तत्पर है, चाहे मुकाबला किसी भी स्तर का क्यों न हो।
करोड़ों की लूट में शामिल था पूरा गिरोह
कुछ दिन पहले नरेश और उसके साथियों ने कानपुर से आगरा ले जाए जा रहे कैश को लूट लिया था। पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए छह लुटेरों को गिरफ्तार किया था। उनके पास से 1 करोड़ 53 हजार रुपये नकद, दो कारें, महंगा मोबाइल, बाइक और असलहा बरामद किया गया था। UP News
गिरफ्तार लुटेरों के पास से बरामदगी
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नरेश (अलीगढ़): ₹25.02 लाख नकद
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तुषार (मोदीनगर, गाजियाबाद): ₹20.12 लाख व तमंचा
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दुष्यंत (अलीगढ़): ₹20.08 लाख व आईफोन
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अक्षय (पूर्वी दिल्ली): ₹13 लाख नकद
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आशीष उर्फ आशू (बहादुरगढ़, हरियाणा): ₹10 लाख व नई बाइक
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मोनू उर्फ मिलाप (आगरा): ₹12 लाख नकद
पुलिस अब पूरे गिरोह के खिलाफ चार्जशीट तैयार करने की प्रक्रिया में है। अधिकारियों का कहना है कि एएसपी अनुज चौधरी की सूझबूझ और टीम की फुर्ती ने न सिर्फ अपराधी का अंत किया, बल्कि पुलिस की साख को भी मजबूत किया है। UP News