उत्तर प्रदेश में ईरानी बहू के साथ दहेज उत्पीड़न का मामला, जान से मारने की दी धमकी

पंकज दिवाकर, जो एक यूट्यूबर हैं और अपना कैफे भी चलाते हैं, ने बताया कि दोनों पक्षों के बीच बातचीत हुई और समझौता कर लिया गया। इसके बाद उन्होंने अपनी शिकायत वापस ले ली।

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ईरानी महिला फायजा अवंदी अपने पति के साथ।
locationभारत
userयोगेन्द्र नाथ झा
calendar06 Nov 2025 08:49 PM
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उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में रहने वाली ईरानी महिला फायजा अवंर्दी ने अपने ससुराल पक्ष पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उनके अनुसार, शादी के कुछ ही समय बाद सास कुंता देवी, तीन ननदें और नंदोई ने उन्हें लगातार परेशान करना शुरू कर दिया। पीड़िता का कहना है कि महंगे तोहफे और रुपये देने से इनकार करने पर उन्हें मानसिक रूप से प्रताड़ित किया गया। फायजा ने आरोप लगाया कि उनके निजी पलों की वीडियो और तस्वीरें ससुराल पक्ष ने उनके अनुमति के बिना रिकॉर्ड कीं और उन्हें ब्लैकमेल करने की कोशिश की। इसके अलावा, जब उन्होंने विरोध किया, तो जान से मारने की धमकी भी दी गई। उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद का यह मामला घरेलू उत्पीड़न (दहेज उत्पीड़न) का गंभीर उदाहरण माना जा सकता है, जिसमें विदेशी पत्नी होने के कारण सामाजिक और सांस्कृतिक दबाव भी जुड़ गया।

पुलिस में शिकायत और जांच 

पीड़िता अपने पति पंकज कुमार दिवाकर के साथ मुरादाबाद के महिला थाने गईं और पूरी घटना पुलिस को बताई। उन्होंने लिखित तहरीर देकर दहेज उत्पीड़न, ब्लैकमेलिंग और जान से मारने की धमकी के मामलों में सख्त कार्रवाई की मांग की। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी। पंकज दिवाकर, जो एक यूट्यूबर हैं और अपना कैफे भी चलाते हैं, ने बताया कि दोनों पक्षों के बीच बातचीत हुई और समझौता कर लिया गया। इसके बाद उन्होंने अपनी शिकायत वापस ले ली। पति-पत्नी अब ईरान में सेटल होने का निर्णय ले चुके हैं। दिवाकर ने बताया कि परिवार में छोटी-मोटी समस्याएँ सामान्य हैं, लेकिन माहौल उनके लिए उचित नहीं था, इसलिए उन्होंने यह निर्णय लिया। उन्होंने यह भी कहा कि अगर भविष्य में परिस्थितियाँ अनुकूल हुईं, तो वे भारत वापस आ सकते हैं।

सामाजिक और कानूनी परिप्रेक्ष्य

* यह मामला घरेलू उत्पीड़न, दहेज मांग और ब्लैकमेलिंग का गंभीर उदाहरण है।

* विदेशी पत्नी होने के कारण सामाजिक और पारिवारिक तनाव बढ़ गया।

* शिकायत वापस लेने के बावजूद पुलिस जांच महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह भविष्य में किसी भी तरह की अनियमितताओं या खतरे को रोकने में मदद कर सकती है।

* परिवार में समझौता होना और विदेश जाने का निर्णय एक तरह का निजी समाधान है, लेकिन कानून के तहत आरोपी पक्ष की जवाबदेही बनी रहती है।

परिवार और कैफे का जीवन

दिवाकर और फायजा मुरादाबाद में ही रहते थे। दिवाकर का कैफे काफी लोकप्रिय है, जिसमें 30 से अधिक प्रकार की ईरानी चाय मिलती हैं। स्थानीय लोग और पर्यटक इसका स्वाद चखने के लिए दूर-दूर से आते हैं। यह मामला दर्शाता है कि निजी और सार्वजनिक जीवन के बीच संतुलन बनाए रखना कितना चुनौतीपूर्ण हो सकता है। घरेलू उत्पीड़न और दहेज विरोध की घटनाएँ केवल व्यक्तिगत संघर्ष नहीं होतीं, बल्कि समाज और कानून की दृष्टि से भी गंभीर होती हैं। विदेशी नवविवाहिता के मामले में सामाजिक, सांस्कृतिक और कानूनी पहलू और जटिल हो जाते हैं। पति-पत्नी का ईरान में स्थायी रूप से सेटल होने का निर्णय विवाद को शांतिपूर्ण ढंग से सुलझाने की कोशिश है। हालांकि, पुलिस जांच जारी रहना और कानूनी प्रक्रियाओं का पालन होना जरूरी है।


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हाईवे पर हंगामा: कार सवारों ने बस रुकवाकर की लूटपाट और तोड़फोड़

यूपी के हापुड़ गढ़मुक्तेश्वर कोतवाली क्षेत्र के अंतर्गत गांव सरुरपुर के पास दिल्ली-मुरादाबाद हाईवे पर बुधवार देर शाम उस समय हड़कंप मच गया जब कार और बाइक पर सवार कुछ लोगों ने एक चलती बस को ओवरटेक कर रोक लिया और उसमें जमकर तोड़फोड़ की।

UP Hapur Bus
यूपी के हापुड़ शहर का दृश्य
locationभारत
userऋषि तिवारी
calendar29 Nov 2025 08:07 PM
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आरोपियों ने बस परिचालक की पिटाई कर उससे ₹5100 की नकदी भी छीन ली। अचानक हुई वारदात से बस में बैठे यात्रियों में अफरा-तफरी मच गई। मेरठ जनपद के गांव ललियाना निवासी बस परिचालक मुनीर ने बताया कि वह मुरादाबाद से दिल्ली जा रही बस में सवार थे। जैसे ही बस गांव सरुरपुर के समीप पहुंची, पीछे से आई एक कार और बाइक पर सवार करीब आधा दर्जन लोगों ने बस को ओवरटेक कर रोक लिया। रुकते ही आरोपियों ने बस के शीशे तोड़ने शुरू कर दिए। जब चालक और कंडक्टर ने विरोध किया, तो हमलावरों ने उनकी पिटाई कर दी और परिचालक से 5100 छीन लिए।

पुलिस ने मामला दर्ज

पीड़ित मुनीर ने गढ़मुक्तेश्वर कोतवाली में लिखित शिकायत देकर आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

पहले भी हो चुकी हैं ऐसी घटनाएं

दिल्ली-मुरादाबाद हाईवे पर चलने वाली डग्गामार बसों के बीच पहले भी कई बार विवाद हो चुके हैं। कभी गोलीबारी तो कभी बसों में तोड़फोड़ जैसी घटनाएं सामने आती रही हैं। बताया जाता है कि बसों के रूट और कमाई को लेकर स्टाफ के बीच प्रतिस्पर्धा और विवाद की स्थिति बनी रहती है।

क्षेत्राधिकारी सीओ स्तुति सिंह ने बताया

इस संबंध में क्षेत्राधिकारी सीओ स्तुति सिंह ने बताया कि नेशनल हाईवे पर बस चालक द्वारा बार-बार हार्न बजाने को लेकर बाइक सवारों ने विरोध किया था। इसके बाद बस को रुकवाकर तोड़फोड़ की गई। घटना का वीडियो प्राप्त हुआ है, जिसके आधार पर जांच की जा रही है। तहरीर मिलने पर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।

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अब काशी से खजुराहो तक दौड़ेगी वंदे भारत, पीएम मोदी देंगे कई सौगातें

वाराणसी से खजुराहो के बीच चलने वाली यह वंदे भारत एक्सप्रेस दोनों राज्यों के लोगों के लिए एक बड़ी सौगात साबित होगी। यह ट्रेन देश की सबसे आधुनिक रेल तकनीक से सुसज्जित है जिसमें अत्याधुनिक सुरक्षा व्यवस्था, बेहतर आराम, वाई-फाई, और स्वचालित दरवाजों जैसी सुविधाएँ होंगी।

modi vande bharat
वंदे भारत ट्रेन के साथ पीएम नरेंद्र मोदी
locationभारत
userयोगेन्द्र नाथ झा
calendar06 Nov 2025 07:28 PM
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के वाराणसी दौरे के बाद उत्तर प्रदेश का वाराणसी एक बार फिर ऐतिहासिक अवसर का गवाह बनने जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 7 और 8 नवंबर को अपने संसदीय क्षेत्र उत्तर प्रदेश के वाराणसी के दो दिवसीय दौरे पर रहेंगे। इस दौरान वे वाराणसी-खजुराहो वंदे भारत एक्सप्रेस का शुभारंभ करेंगे। यह ट्रेन उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश के बीच धार्मिक, सांस्कृतिक और पर्यटन स्थलों को जोड़ने वाली एक अत्याधुनिक रेल सेवा होगी। इसके चलने के बाद उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश के लोगों के लिए पर्यटन और आवागमन सुविधाजनक हो जाएगी।

वाराणसी-खजुराहो वंदे भारत एक्सप्रेस : नई यात्रा, नया अनुभव

वाराणसी से खजुराहो के बीच चलने वाली यह वंदे भारत एक्सप्रेस दोनों राज्यों के लोगों के लिए एक बड़ी सौगात साबित होगी।

यह ट्रेन देश की सबसे आधुनिक रेल तकनीक से सुसज्जित है जिसमें अत्याधुनिक सुरक्षा व्यवस्था, बेहतर आराम, वाई-फाई, और स्वचालित दरवाजों जैसी सुविधाएँ होंगी।

संभावित मार्ग और समय

* प्रस्थान: वाराणसी जंक्शन से सुबह लगभग 5:25 बजे

* रूट: वाराणसी - प्रयागराज - सतना - खजुराहो

* पहुंचने का समय: दोपहर करीब 1:10 बजे

* वापसी: दोपहर 3:00 बजे खजुराहो से रवाना होकर शाम तक वाराणसी पहुंचेगी।

* फ्रीक्वेंसी: सप्ताह में 6 दिन (1 दिन मेंटेनेंस के लिए अवकाश)।

इस मार्ग से बुंदेलखंड क्षेत्र, विशेष रूप से खजुराहो, चित्रकूट और सतना जैसे धार्मिक व पर्यटन स्थलों की पहुंच आसान होगी। इससे स्थानीय पर्यटन और व्यापार को बड़ा प्रोत्साहन मिलने की उम्मीद है।विकास परियोजनाओं की समीक्षा करेंगे पीएम मोदी

प्रधानमंत्री मोदी इस दौरे के दौरान अपने संसदीय क्षेत्र में चल रही कई प्रमुख विकास परियोजनाओं का जमीनी निरीक्षण करेंगे।

इनमें प्रमुख हैं वाराणसी रोपवे प्रोजेक्ट, जो शहर के प्रमुख घाटों और भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों को जोड़ने में मदद करेगा। दूसरा अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम, जो बनारस को खेल जगत में नई पहचान दिलाएगा। तीसरा नगर विकास, सड़क चौड़ीकरण और स्मार्ट सिटी मिशन से जुड़ी कई योजनाएँ भी समीक्षा सूची में हैं। प्रधानमंत्री मोदी अपने दौरे के दौरान स्कूल के छात्रों से बातचीत करेंगे और उन्हें देश के भविष्य निर्माण में योगदान के लिए प्रेरित करेंगे। इसके साथ ही वे स्थानीय नागरिकों को भी संबोधित करेंगे, जिसमें वाराणसी और आस-पास के जिलों में चल रही योजनाओं की प्रगति साझा करसीएम योगी ने किया तैयारियों का जायजा

प्रधानमंत्री के दौरे को लेकर उत्तर प्रदेश सरकार ने व्यापक तैयारियाँ शुरू कर दी हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को बनारस रेलवे स्टेशन का दौरा किया और अधिकारियों के साथ बैठक की। उन्होंने साफ-सफाई, सुरक्षा, ट्रैफिक मैनेजमेंट और स्टेशन के सौंदर्यीकरण पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए। योगी ने कहा कि प्रधानमंत्री के आगमन के दौरान किसी भी प्रकार की लापरवाही नहीं होनी चाहिए।

राजनीतिक और जनसंपर्क गतिविधियाँ

दौरे के दौरान पीएम मोदी अपनी पार्टी के कई वरिष्ठ नेताओं और कार्यकतार्ओं से भी मुलाकात करेंगे। वाराणसी से कार्यक्रम पूरे करने के बाद वे बिहार विधानसभा चुनाव प्रचार के लिए रवाना होंगे। यह दौरा राजनीतिक रूप से भी काफी अहम माना जा रहा है, क्योंकि पूर्वी उत्तर प्रदेश और बुंदेलखंड में भाजपा के विकास एजेंडा को नया बल मिलेगा। वाराणसी और खजुराहो दोनों ही शहर भारतीय संस्कृति, कला और अध्यात्म के प्रतीक हैं। एक ओर काशी विश्वनाथ का दिव्य धाम है, तो दूसरी ओर खजुराहो के प्राचीन मंदिर विश्व धरोहर की शान हैं। अब इन दोनों को जोड़ने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस न केवल यात्रा को आसान बनाएगी बल्कि पर्यटन, व्यापार और रोजगार के नए अवसर भी खोलेगी।

ेंगे।