दुबई में रहने वाले भारतीय युवक ने एक ही झटके में जीत लिए 35 करोड़ रुपए

दुबई में रहने वाले भारतीय युवक ने एक ही झटके में जीत लिए 35 करोड़ रुपए
locationभारत
userचेतना मंच
calendar06 Sep 2025 03:21 PM
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दुबई की चर्चा हर जगह होती है। दुनिया का हर अमीर व्यक्ति दुबई जरूर जाना चाहता है। भारत तथा पाकिस्तान के रहने वाले बड़ी संख्या में दुबई में नौकरी करते हैं। तीन साल पहले भारत से दुबई गए एक युवक की तो रातोंरात किस्मत चमक गई। मूल रूप से भारत के उत्तर प्रदेश के रहने वाले युवक ने एक ही झटके में 35 करोड़ रुपए जीत लिए हैं। Dubai News

दुबई में भारतीय युवक बन गया करोड़पति

दुबई शहर में बड़ी संख्या में करोड़पति तथा अरबपति भी रहते हैं। बहुत सारे भारतीय दुबई में करोड़पति बनने का सपना लेकर नौकरी करते हैं। ऐसे ही एक भारतीय युवक की किस्मत रातोंरात बदल गई। भारत का यह युवक एक ही झटके में 35 करोड़ रुपए का मालिक बन गया। हुआ यह कि दुबई में रहने वाले एक भारतीय शख्स ने 3 सितंबर को आयोजित अबू धाबी बिग टिकट सीरीज 278 ड्रॉ में 15 मिलियन संयुक्त अरब अमीरात दिरहम यानी लगभग 35 करोड़ रुपये की लॉटरी (Lottery) जीती है। इस लकी शख्स का नाम संदीप कुमार प्रसाद है, जो भारत के उत्तर प्रदेश का रहने वाला है और पिछले तीन सालों से दुबई ड्राईडॉक्स में टेक्नीशियन के तौर पर काम कर रह रहा है।

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द खलीज टाइम्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक, संदीप ने बीते 19 अगस्त को 20 लोगों के एक ग्रुप के साथ टिकट संख्या 200669 खरीदा था और इस टिकट ने उन्हें सीधे करोड़पति बना दिया। दिलचस्प बात ये है कि वह बहुत समय से लॉटरी के टिकट नहीं खरीद रहा था। बल्कि उन्होंने सिर्फ तीन महीने पहले से ही टिकट खरीदना शुरू किया था और इन्हीं तीन महीने के अंदर उनके हाथ जैकपॉट लग गया। लॉटरी जीतने के बाद जब बिग टिकट वालों ने संदीप से संपर्क किया और उन्हें बताया कि वह 35 करोड़ की लॉटरी जीत गए हैं, तो उन्हें विश्वास ही नहीं हुआ, लेकिन जब उन्हें ये अहसास हो गया कि ये खबर सच है, तो उनकी खुशी का ठिकाना ही नहीं रहा। दुबई में फटाफट करोड़पति बने इस भारतीय युवक की खूब चर्चा हो रही है। Dubai News
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नोएडा शहर में रहता था लखनऊ में पकड़ा गया फर्जी IAS अधिकारी

नोएडा शहर में रहता था लखनऊ में पकड़ा गया फर्जी IAS अधिकारी
locationभारत
userचेतना मंच
calendar01 Dec 2025 01:04 AM
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नोएडा शहर में एक से बढ़कर एक बड़ा ठग रहता था। नोएडा शहर में रहने वाले ठग आए दिन पकड़े जाते हैं। नटवरलाल को भी मात देने वाले कुछ ठग नोएडा शहर में अभी भी मजे के साथ रह रहे हैं। हाल ही में उत्तर प्रदेश पुलिस ने ठगी के सारे रिकार्ड तोड़ देने वाली फर्जी IAS अधिकारी को गिरफ्तार किया है। उत्तर प्रदेश पुलिस ने बताया कि यह फर्जी IAS अधिकारी नोएडा शहर में पूरे ठाठ-बाठ के साथ रहता था। Noida News 

नोएडा शहर के इस सेक्टर में रह रहा था फर्जी IAS अधिकारी

उत्तर प्रदेश पुलिस ले लखनऊ में जिस फर्जी IAS अधिकारी को पकड़ा है उसका नाम सौरभ त्रिपाठी है। फर्जी IAS अधिकारी बनकर मौज-मस्ती करने वाला सौरभ त्रिपाठी मूल रूप से उत्तर प्रदेश के मऊ जिले का रहने वाला है। मऊ में सौरभ त्रिपाठी का घर इमलिया मोहल्ले में फातिमा अस्पताल के पास है। फर्जी IAS अधिकारी सौरभ त्रिपाठी इन दिनों नोएडा शहर के सेक्टर-35 में रहता था। नोएडा के सेक्टर-35 में स्थित गरिमा विहार में उसने अपना स्थाई अड्डा बना रखा था। उसने लखनऊ में गोमती नगर में भी अपना एक अड्डा बना रखा था।

उत्तर प्रदेश पुलिस ने लखनऊ से दबोचा, नोएडा में रहने वाला फर्जी IAS अधिकारी को

उत्तर प्रदेश पुलिस ने बताया कि लखनऊ पुलिस की टीम ने कारगिल शहीद पार्क के पास नीली बत्ती लगी हुई एक कार को रोका था। उस कार में बैठे हुए व्यक्ति ने अपने आपको IAS अधिकारी बताया। पुलिस ने सख्ती के साथ पूछताछ की तो उस IAS अधिकारी की पूरी पोल खुल गई। नीली बत्ती लगी हुई कार में घूमने वाला वह व्यक्ति फर्जी IAS अधिकारी निकला। फर्जी IAS अधिकारी का नाम सौरभ त्रिपाठी है। यह फर्जी IAS अधिकारी बनकर घूमने वाला सौरभ त्रिपाठी उत्तर प्रदेश के नोएडा शहर में रह रहा था। जब उत्तर प्रदेश पुलिस ने पूरे मामले की छानबीन की तो पता चला कि यह फर्जी IAS अधिकारी राजा महाराजाओं की तरह से अपना जीवन जी रहा था।

फर्जी IAS अधिकारी के पास मिली आधा दर्जन महंगी गाड़ियां

उत्तर प्रदेश पुलिस ने फर्जी IAS अधिकारी की पूरी कुंडली खंगाल ली है। उत्तर प्रदेश पुलिस ने बताया कि फर्जी IAS अधिकारी के कब्जे से आधा दर्जन लग्जरी गाड़ी, फर्जी आईएएस अधिकारी बनने के कागजात और सरकारी प्रोटोकॉल के दस्तावेज बरामद हुए हैं। इतना ही नहीं, उसके पास गाड़ियों के हूटर और प्रोटोकॉल भी थे जिससे वह असली अफसरों की तरह व्यवहार करता था। उत्तर प्रदेश पुलिस ने यह भी बताया कि सौरभ त्रिपाठी बड़े-बड़े अधिकारियों और नेताओं की बैठकों में भी मौजूद रहता था, जिससे उसकी पहचान करना और भी मुश्किल हो गया था। प्रशासन की लापरवाही के कारण वह लंबे समय तक पकड़ा नहीं गया। पुलिस ने इस मामले में सिस्टम की कमियों को गंभीरता से लिया है। उत्तर प्रदेश पुलिस के द्वारा पूछताछ में यह पता लगाया जा रहा है कि उसने फर्जी IAS अधिकारी बनकर कौन-कौन से अपराध किए, उससे क्या फायदे हुए और उसने किन-किन अधिकारियों को ठगा। पुलिस ने आम जनता से अपील की है कि अगर किसी ने सौरभ त्रिपाठी से कोई ठगी या दुरुपयोग का अनुभव किया है तो तुरंत पुलिस को सूचना दें।

फर्जी IAS अधिकारी का फर्जी PA भी पकड़ा गया लखनऊ में

उत्तर प्रदेश पुलिस ने फर्जी IAS अधिकारी सौरभ त्रिपाठी के फर्जी PA को भी गिरफ्तार कर लिया है। फर्जी IAS अधिकारी के फर्जी PA का नाम गौरव पांडेय है। उत्तर प्रदेश पुलिस ने बताया कि फर्जी IAS अधिकारी सौरभ त्रिपाठी का फर्जी PA गौरव पांडेय फर्जी IAS अफसर का निजी सचिव बनकर उसे जिलों और अन्य राज्यों में VIP प्रोटोकाल दिलाता था। सौरभ के सारे इंटरनेट मीडिया खाते भी वही चलाता था। उसके पास से दो मोबाइल बरामद हुए हैं। उत्तर प्रदेश पुलिस ने बताया कि मऊ निवासी फर्जी IAS अफसर सौरभ त्रिपाठी से पूछताछ में उसने गौरव के बारे में जानकारी दी थी। मूलरूप से फर्रुखाबाद के थाना फतेहगढ़ स्थित नेकपुर चौरासी गांव का रहने वाला गौरव पांडे वर्तमान में लखनऊ के गोमती नगर विस्तार के MI रसलकोर्ट गेट नंबर दो के पास रहता था।

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पूछताछ में गौरव ने बताया कि सौरभ ने अपनी ID पर सिम कार्ड खरीदकर उससे कई इंटरनेट मीडिया खाते बनाए थे। इनके संचालन की जिम्मेदारी सौरभ ने गौरव को दी थी। सौरभ के इंटरनेट मीडिया खाते से तस्वीरें और अन्य सामग्री गौरव ही पोस्ट करता था। कई बैठकों और वीआइपी कार्यक्रमों में वह सौरभ के साथ हिस्सा ले चुका था। इसके साथ ही एनआइसी की फर्जी आइडी का संचालन भी गौरव ही करता था। इसकी मदद से वह सौरभ को आइएएस अफसर बताकर जिलों में प्रोटोकाल, गेस्ट हाउस, सुरक्षा और अन्य सुविधाएं मुहैया कराता था। पुलिस अब उससे पूछताछ कर यह भी पता लगाने में जुटी है कि इस फर्जीवाडे में और कितने लोग शामिल हैं। Noida News 
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यूपी में 5 वर्ल्ड-क्लास स्मार्ट सिटी बनाने का सपना होगा साकार

यूपी में 5 वर्ल्ड-क्लास स्मार्ट सिटी बनाने का सपना होगा साकार
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userचेतना मंच
calendar01 Dec 2025 11:08 AM
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UP News : उत्तर प्रदेश में अगले 22 वर्षों में शहरी परिदृश्य पूरी तरह बदलने जा रहा है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विकसित भारत @2047 विजन को मूर्त रूप देने की दिशा में उत्तर प्रदेश में पांच वर्ल्ड-क्लास स्मार्ट सिटी विकसित करने का लक्ष्य रखा है।

शहरी विकास का असली मकसद नागरिकों के जीवन स्तर को बेहतर बनाना

योगी सरकार का फोकस केवल इमारतों या ढांचे तक सीमित नहीं है। मुख्यमंत्री के अनुसार, शहरी विकास का असली मकसद नागरिकों के जीवन स्तर को बेहतर बनाना है। प्रदेश में 117 नए शहरी निकाय बनाए गए और 123 का विस्तार किया गया, जिससे योजनाबद्ध विकास की नींव मजबूत हुई।

विकसित शहर में सभी आधुनिक सुविधाएं होंगी

योजना के तहत हर जिले में हवाई संपर्क सुनिश्चित किया जाएगा, अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट बनाए जाएंगे, और नागरिकों को 24 घंटे बिजली, स्वच्छ पेयजल, पक्के मकान, आधुनिक सार्वजनिक परिवहन, मेट्रो और लाइट मेट्रो जैसी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। सिर्फ बुनियादी ढांचे तक ही सीमित नहीं, सीवर और अपशिष्ट प्रबंधन पर भी विशेष ध्यान दिया गया है। वैज्ञानिक आधार पर विकसित सिस्टम गंदे पानी का प्रभावी निस्तारण करेगा, जिससे शहर स्वच्छ और प्रदूषण-मुक्त बने रहेंगे और नागरिकों का स्वास्थ्य सुरक्षित रहेगा।

योगी के नेतृत्व में शहरी विकास को नई दिशा मिली

मुख्यमंत्री के नेतृत्व में शहरी विकास को नई दिशा मिली है। लखनऊ और आसपास के पांच जिलों को मिलाकर राज्य राजधानी क्षेत्र का गठन किया गया, जबकि 100 आकांक्षात्मक शहरों को योजनाबद्ध विकास में शामिल किया गया। पूर्वांचल और बुंदेलखंड जैसे पिछड़े क्षेत्रों पर विशेष ध्यान के साथ 2,534 किलोमीटर सड़कों और 342 किलोमीटर नालियों का निर्माण भी किया गया। योगी सरकार का लक्ष्य है कि 2047 तक उत्तर प्रदेश न केवल देश का लॉजिस्टिक और एविएशन पावर सेंटर बने, बल्कि विश्वस्तरीय शहरी विकास का आदर्श मॉडल भी पेश करे। UP News :