Amethi News: सारस के साथ दोस्ती से चर्चा में आए अमेठी के रहने वाले आरिफ की अब दोस्ती बाज से हो गई है। उन्होंने इलाज के बाद बाज को दो बार आजाद किया गया लेकिन वह उनका घर छोड़ कर नहीं जा रहा…
सैय्यद अबू साद सारस के साथ दोस्ती से प्रसिद्ध हुए उत्तर प्रदेश के अमेठी के आरिफ एक बार फिर चर्चा में बने हुए हैं। इस बार उनकी दोस्ती हुई है बाज से। आरिफ का कहना है कि यह बाज घायल हालत में उन्हें मिला था। आरिफ ने जब इसका इलाज किया तो उसके बाद से यह बाज उन्हें छोड़कर कहीं नहीं जा रहा है।
इलाज के बाद बाज नहीं गया वापस
सारस के बाद आरिफ को मिला बाज#Arif pic.twitter.com/omghG8ihzG
— Chetna Manch (@ManchChetna) August 8, 2023
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आरिफ अब बाज के साथ दोस्ती को लेकर सुखिऱ्यों में हैं। आरिफ ने बताया कि आखिर उनके पास बाज कहां से आया। आरिफ ने इस मामले पर कहा कि करीब एक महीन पहले किसी ने मुझे बताया कि रायबरेली जिले के नसीराबाद में एक बाज पक्षी किसी गाड़ी से टकरा कर घायल हो गया है। मैं उसे साथ लेकर गया और गौरीगंज अस्पताल में उसका इलाज करवाया। करीब एक महीने में वह ठीक भी हो गया और उसे आजाद कर दिया गया लेकिन कुछ समय बाद वह वापस आ गया। आरिफ ने बताया कि बाज का जब मन करता है तो चला जाता है और जब मन करता है तो वापस आ जाता है।
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सारस की तरह बाज भी आरिफ का मुरीद
आरिफ ने बताया कि दोस्ती की कोई परिभाषा नहीं है। सारस से मेरी बहुत गहरी दोस्ती थी लेकिन सारस एक राजकीय पक्षी था, इसलिए वह मुझसे छीन लिया गया। बाज राजकीय पक्षी नही है, उम्मीद है कि यह मुझसे नहीं छीना जाएगा। बाज का उपचार करवाने के बाद इसे आजाद कर दिया लेकिन वह फिर आ गया और मेरे साथ ही रहने लगा। दिन भर इधर-उधर उड़ने के बाद यह मेरे साथ ही रहता है। ये बाज यहां किसी ऊंचे स्थान पर बैठा रहता है और फिर मेरे पास आज जाता है। इतना ही नहीं सारस की तरह बाज आरिफ का मुरीद है। आरिफ जहां जाते हैं बाज उनके साथ जाता है। इसके साथ ही उन्हीं के साथ रहता है और आरिफ उसे अपने घर के सदस्य की तरफ प्यार दुलार देते हैं। आरिफ ने अपने इंस्टाग्राम पर नए दोस्त बाज के साथ वीडियो शेयर किया है, जिसमें बाज आरिफ के हाथ पर बैठा नजर आ रहा है।
वन्य अधिकारी को नहीं नियमावली का ज्ञान
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आरिफ बाज को रखने की वजह से एक बार फिर से मुसीबत में भी पड़ सकते हैं। इस मामले में जब अमेठी जिला वन्य अधिकारी (डीएफओ) डीएन सिंह से बात की गई तो उन्होंने बताया कि बाज के बारे में आरिफ की तरफ से कोई सूचना नही दी गई। जब उनसे पूछा गया कि क्या बाज पालन जायज है तो उन्होंने कहा कि अब पता करवाएंगे कि बाज किस श्रेणी में आता है, उसके अनुसार कदम उठाये जायेंगे। अभी इसके बारे में उन्होंने नियमावली नही देखी है। हम इसे देखेंगे और अगर कुछ गलत होगा तो इस मामले में कार्रवाई की जाएगी।बता दें कि आरिफ और सारस की दोस्ती की खूब चर्चा थी, खुद पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव भी दोनों की दोस्ती देखने के लिए पहुंचे थे। इसके कुछ समय बाद वन विभाग की टीम ने आरिफ से सारस को अपने कब्जे में लिया था। वहीं अब आरिफ ने कहा है कि वह सारस से नहीं मिल पा रहे, उन्हें मिलने ही नहीं दिया जा रहा है। ऐसे में अब वह न्यायालय जायेंगे और न्यायालय में से अपने दोस्त से मिलने की अनुमति मांगेंगे।