BHU Rape Case : वारणसी के काशी हिंदू विश्वविद्यालय कैंपस में आईआईटी बीएचयू की मैथमेटिकल इंजीनियरिंग विभाग की बीटेक छात्रा के साथ गैंगरेप के आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। आरोपियों की ये गिरफ्तारी घटना के 60 दिनों बाद की गई है।
BHU Rape Case
पुलिस ने रविवार को तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया। तीनों आरोपी वारणसी शहर के अलग-अलग इलाकों के रहने वाले हैं। सीसीटीवी फुटेज के आधार पर उनकी पहचान की गई थी। पुलिस ने उस बुलेट बाइक को भी बरामद कर लिया है, जिसका इस वारदात में इस्तेमाल किया गया था। पकड़े गए आरोपियों के नाम कुणाल पांडेय, अभिषेक चौहान और सक्षम पटेल है।
2 नवंबर को बीएचयू कैंपस में हुई थी घटना
दरअसल आईआईटी बीएचयू के मैथमेटिकल इंजीनियरिंग विभाग में बीटेक की छात्रा के साथ 2 नवंबर को बीएचयू कैंपस में ही छेड़खानी का मामला सामने आया था। जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ी तो छात्रा के साथ गैंगरेप की जानकारी सामने आई। इसे लेकर कई दिनों तक कैंपस में जमकर विरोध प्रदर्शन हुए थे। पुलिस की काफी मशक्कत के बावजूद आरोपियों का कोई सुराग नहीं मिल पा रहा था। इससे पुलिस की काफी किरकिरी हो रही थी। कैंपस की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर भी कई सवाल खड़े हुए थे।
अखिलेश ने सरकार को घेरा
घटना को लेकर गिरफ्तार किए आरोपियो को लेकर अब राजनीति भी शुरु हो गई है। आरोपियों की गिरफ्तारी को लेकर अखिलेश यादव समेत विपक्ष के कई नेताओं ने सवाल उठाए हैं। उकर प्रदेश के पूर्व सीएम अखिलेश यदाव ने इन आरोपियों को बीजेपी से जुड़ा हुआ बताया है।0
सपा मुखिया ने कहा, “ये बीजेपी के दिग्गज नेताओं की छत्रछाया में सरेआम पनपते और घूमते भाजपाइयों की वो नई फसल, जिनकी ‘तथाकथित जीरो टॉलरेंस सरकार’ में दिखावटी तलाश जारी थी, लेकिन पुख्ता सबूतों और जनता के बीच बढ़ते गुस्से के दबाव में बीजेपी सरकार को आखिरकार इन दुष्कर्मियों को गिरफ्तार करना ही पड़ा. ये वही भाजपाई हैं जिन्होंने बीएचयू की एक छात्रा के साथ अभद्रता की सभी सीमाएं तोड़ दी थीं.”
कांग्रेस ने भी सरकार पर साधा निशाना
वहीं इस घटना को लेकर यूपी कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय ने कहा कि, बीजेपी के लिए बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ बस एक नारा है। मैंने उसी समय कहा था कि इस मामले में बीजेपी के लोग शामिल हैं। इस नारे की आड़ में ये सिर्फ बच्चियों का शोषण कर रहे हैं, उनके साथ दुष्कर्म कर रहे हैं। ऐसे लोगों के खिलाफ कठोर से कठोर कार्रवाई हो। उन्होंने कहा कि दो महीने पहले हुई घटना में तीन लोगों की गिरफ्तारी हुई, जो आरएसएस-बीजेपी से जुड़े हुए लोग हैं। मैंने उसी दिन कहा था कि इसमें बीजेपी के लोग शामिल हैं। कोई पदाधिकारी, कोई काशी प्रांत के अध्यक्ष का पीए. ये लोग पीएम, डिप्टी सीएम से मिल चुके हैं। इनके विधायक-सांसद और मंत्री इस तरह की घटनाओं में शामिल हैं।
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