Uttarpradesh News : लोकसभा चुनाव 2024 नजदीक है। ऐसे में बीजेपी, सपा, बसपा और कांग्रेस ने तैयारी पूरी कर ली है। वहीं मजबूत प्रत्याशियों को मौका देने के लिए कांग्रेस भी लगातार मंथन कर रही है। ऐसे में इन दिनों राज बब्बर के नाम की चर्चा तेज है। कहा जा रहा है कि कांग्रेस पार्टी राज बब्बर को लोकसभा चुनाव में उतार सकती है। यही नहीं इसके लिए महाराष्ट्र से लेकर यूपी तक की सीटों पर विचार चल रहा है। बता दें कि राज बब्बर 3 बार लोकसभा व 2 बार राज्यसभा सांसद रह चुके हैं। वहीं 2016 से 2019 तक यूपी कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी भी संभाल चुके हैं।
इसलिए राज बब्बर के चुनाव लडने की है चर्चा
राज बब्बर के नाम पर चर्चा होने की दो बड़ी वजह मानी जा रही हैं जिसमें पहली ये है कि इन्हें हाई कोर्ट द्वारा 2 साल के कारावास की सजा को निलंबित कर दिया गया है। वहीं दूसरी ये है कि कांग्रेस ने यूपी में पहले चरण के लिए उन्हें स्टार प्रचारक बनाया गया है। यही नहीं राज बब्बर काफी लंबे समय से पार्टी से जुड़े हैं वर्तमान में राजनीतिक मामलों की समिति के सदस्य भी हैं। बीते 30 मार्च को हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच ने मतदान अधिकारी से मारपीट के वर्ष 1996 के एक मामले में दोषी करार दिए गए कांग्रेस नेता राज बब्बर को बड़ी राहत देते हुए दोषसिद्धि के आदेश को निलंबित कर दिया था। वहीं इसकी अगली सुनवाई 1 मई है।
2014-19 में करना पड़ा था हार का सामना Uttarpradesh News
सूत्रों की माने तो पार्टी उनके नाम पर गंभीरता से विचार कर रही है। गांधी परिवार से किसी के मैदान में न आने की स्थिति में वह रायबरेली से भी प्रत्याशी हो सकते हैं। वैसे महाराष्ट्र में भी एक सीट के लिए उनके नाम पर विचार चल रहा है। राज बब्बर आगरा, फतेहपुर सीकरी और फिरोजाबाद से एक-एक लोकसभा चुनाव जीत चुके हैं। हालांकि, 2014 के लोकसभा चुनाव में उन्हें गाजियाबाद और 2019 के लोकसभा चुनाव में फतेहपुर सीकरी में पराजय का सामना करना पड़ा था।
राज बब्बर ने बीजेपी सांसद को 1.12 लाख वोटों से हराया
यूपी के आगरा में जन्मे अभिनेता राजबब्बर, यहीं पढ़े और फिर मायानगरी में चमके। साल था 1999 में सियासत का दौर कुछ और था। आगरा लोकसभा सीट पर भगवा परचम लहरा रहा था। भगवान शंकर रावत तीन बार के सांसद थे। लेकिन, राजबब्बर के ग्लैमर के चलते उन्हें हार का मुंह देखना पड़ा। पहली बार राज बब्बर ने समाजवादी पार्टी से चुनाव लड़कर जीत हासिल की। उन्होंने साल 1999 में भाजपा सांसद भगवान शंकर रावत को 1.12 लाख वोटों से हराया था।
Uttarpradesh News डिंपल को भी दे चुके मात
हालांकि, साल 2006 में सपा ने राजबब्बर को निलंबित कर दिया था। इसके बाद राजबब्बर ने फतेहपुर सीकरी का रुख किया। लेकिन, यहां उनका ग्लैमर, बसपा सरकार में ऊर्जा मंत्री रहे रामवीर उपाध्याय की रणनीति से मात खा गया था। रामवीर की पत्नी सीमा उपाध्याय फतेहपुर सीकरी से लोकसभा सांसद बनीं। इसके साथ राज बब्बर ने फिरोजाबाद सीट पर उपचुनाव में किस्मत आजमाया। 2009 उपचुनाव में फिरोजाबाद से सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव की बहू और अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव का मुकाबला कांग्रेस के राजबब्बर से हुआ था। जहां डिंपल को राजबब्बर से शिकस्त मिली। इस तरह से राजबब्बर तीन बार लोकसभा सदस्य व दो बार राज्यसभा सदस्य रह चुके हैं।