आधा लीटर पानी, गर्मी का कहर: गोरखपुर की महिला सिपाहियों का सड़क पर प्रदर्शन




Gorakpur News : पिता की हत्या का बदला लेने के लिए क्या इंसान क्या कर सकता है। इसका उदाहरण यूपी के टॉप 10 माफिया सुधीर सिंह की लाइफ स्टोरी से मिलता है। यूपी के गोरखपुर के शातिर माफिया सुधीर सिंह पिता की हत्या का बदला लेने के बाद एक एक करके कई अपराधिक वारदातों को अंजाम देता चला गया और अपराध की दुनिया का बादशाह बन बैठा।
पूरी कहानी गोरखपुर के माफिया सुधीर सिंह की है, जो इन दिनों जेल में बंद है। उसने माफिया बनने के बाद न केवल अपराधिक वारदातों को अंजाम दिया, बल्कि 400 करोड़ रुपये की संपत्ति भी अर्जित कर ली। फिलहाल पुलिस प्रशासन ने माफिया सुधीर सिंह और उसकी पत्नी के नाम 100 करोड़ रुपये की संपत्ति को जब्त कर लिया है।
आपको बता दें कि गोरखपुर का माफिया सुधीर सिंह जेल में बंद है। उस पर धमकी, रंगदारी, लूटपाट, हत्या, बलवा, मारपीट, जमीन पर कब्जा करने जैसे दर्जनों आपराधिक मामले दर्ज हैं। गीडा थाना क्षेत्र के कालेसर निवासी सुधीर सिंह ने 90 के दशक में पिता की हत्या के बाद अपराध जगत में कदम रखा था। पिता की हत्या का बदला लेने के लिए उसने कई हत्याओं को अंजाम दिया। देखते ही देखते उस पर हत्या, लूट, मारपीट और बलवा के कई मामले दर्ज हो गए और वह गीडा थाने का हिस्ट्रीशीटर बन गया।
सुधीर सिंह लगातार अपराधिक वारदातों को अंजाम देता जा रहा था, जिस कारण पुलिस को उस पर गैंगस्टर लगानी पड़ी और वह जिले के टॉप 10 माफियाओं की सूची में शामिल हो गया।
पिछले दिनों प्रयागराज में हुए उमेश पाल हत्याकांड के बाद यूपी पुलिस ने 61 मोस्ट वांटेंड माफियाओं की ब्लैक लिस्ट बनाई, जिसमें सुधीर सिंह का भी नाम दर्ज किया गया। इसके बाद इस माफिया की कमर तोड़ने का काम प्रशासन ने शुरू कर दिया। पुलिस की सख्ती के चलते ही इस साल मई में उसने एक लूट के पुराने मामले में महाराजगंज कोर्ट में सरेंडर कर दिया। जिसके बाद से वो जेल में बंद है।
अवैध रूप से कमाई संपत्ति और इलाके में अपने दबदबे का फायदा उठाते हुए माफिया सुधीर सिंह ने राजनीति में भी किस्मत आजमाई। वो ब्लॉक प्रमुख रह चुका है। अपनी पत्नी और मां को भी प्रधानी सहित जिला पंचायत का चुनाव लड़वा चुका है। इतना ही नहीं 2022 में सुधीर सिंह बसपा से विधानसभा चुनाव का चुनाव भी लड़ चुका है, लेकिन जीत नहीं मिल सकी।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, सुधीर सिंह का नाम यूपी के सबसे अमीर माफियाओं में शुमार है। उसने अपराध के दम पर अरबों की संपत्ति अर्जित की है। रविवार, 22 अक्टूबर को पुलिस ने उसकी सहजनवा, कालेसर, गीडा स्थित 100 करोड़ रुपये से ज्यादा की प्रॉपर्टी पर जब्ती की कार्रवाई की गई है। इनमें से कालेसर में 21 डिसमिल जमीन सुधीर सिंह के नाम पर थी, 44.5 डिसमिल जमीन उसकी पत्नी पूनम सिंह के नाम पर थी और करीब 18 डिसमिल जमीन उसके छोटे भाई उदय वीर सिंह के नाम पर थी।
माफिया सुधीर सिंह के पास असल में कितनी संपत्ति है, इसका सही ब्योरा पुलिस के पास भी नहीं है. अब तक केवल उसकी जमीनों के बारे में ही पता चला है। जिनकी कीमत 400 करोड़ आंकी गई है। पुलिस अब लखनऊ, गोरखपुर समेत प्रदेश के अन्य जिलों में उसके मकान, फ्लैट और दुकानों की जानकारी जुटा रही है। हालांकि, माफिया का दावा है कि ये तमाम जमीनें उसे दान में मिली हैं। जबकि हकीकत ये है कि उसने दबंगई के बल पर इन जमीनों पर कब्जा किया है। फिलहाल, यूपी पुलिस अन्य माफियाओं की तरह सुधीर सिंह के भी आर्थिक साम्राज्य को नेस्तनाबूद कर देना चाहती है। Gorakpur News
Gorakpur News : पिता की हत्या का बदला लेने के लिए क्या इंसान क्या कर सकता है। इसका उदाहरण यूपी के टॉप 10 माफिया सुधीर सिंह की लाइफ स्टोरी से मिलता है। यूपी के गोरखपुर के शातिर माफिया सुधीर सिंह पिता की हत्या का बदला लेने के बाद एक एक करके कई अपराधिक वारदातों को अंजाम देता चला गया और अपराध की दुनिया का बादशाह बन बैठा।
पूरी कहानी गोरखपुर के माफिया सुधीर सिंह की है, जो इन दिनों जेल में बंद है। उसने माफिया बनने के बाद न केवल अपराधिक वारदातों को अंजाम दिया, बल्कि 400 करोड़ रुपये की संपत्ति भी अर्जित कर ली। फिलहाल पुलिस प्रशासन ने माफिया सुधीर सिंह और उसकी पत्नी के नाम 100 करोड़ रुपये की संपत्ति को जब्त कर लिया है।
आपको बता दें कि गोरखपुर का माफिया सुधीर सिंह जेल में बंद है। उस पर धमकी, रंगदारी, लूटपाट, हत्या, बलवा, मारपीट, जमीन पर कब्जा करने जैसे दर्जनों आपराधिक मामले दर्ज हैं। गीडा थाना क्षेत्र के कालेसर निवासी सुधीर सिंह ने 90 के दशक में पिता की हत्या के बाद अपराध जगत में कदम रखा था। पिता की हत्या का बदला लेने के लिए उसने कई हत्याओं को अंजाम दिया। देखते ही देखते उस पर हत्या, लूट, मारपीट और बलवा के कई मामले दर्ज हो गए और वह गीडा थाने का हिस्ट्रीशीटर बन गया।
सुधीर सिंह लगातार अपराधिक वारदातों को अंजाम देता जा रहा था, जिस कारण पुलिस को उस पर गैंगस्टर लगानी पड़ी और वह जिले के टॉप 10 माफियाओं की सूची में शामिल हो गया।
पिछले दिनों प्रयागराज में हुए उमेश पाल हत्याकांड के बाद यूपी पुलिस ने 61 मोस्ट वांटेंड माफियाओं की ब्लैक लिस्ट बनाई, जिसमें सुधीर सिंह का भी नाम दर्ज किया गया। इसके बाद इस माफिया की कमर तोड़ने का काम प्रशासन ने शुरू कर दिया। पुलिस की सख्ती के चलते ही इस साल मई में उसने एक लूट के पुराने मामले में महाराजगंज कोर्ट में सरेंडर कर दिया। जिसके बाद से वो जेल में बंद है।
अवैध रूप से कमाई संपत्ति और इलाके में अपने दबदबे का फायदा उठाते हुए माफिया सुधीर सिंह ने राजनीति में भी किस्मत आजमाई। वो ब्लॉक प्रमुख रह चुका है। अपनी पत्नी और मां को भी प्रधानी सहित जिला पंचायत का चुनाव लड़वा चुका है। इतना ही नहीं 2022 में सुधीर सिंह बसपा से विधानसभा चुनाव का चुनाव भी लड़ चुका है, लेकिन जीत नहीं मिल सकी।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, सुधीर सिंह का नाम यूपी के सबसे अमीर माफियाओं में शुमार है। उसने अपराध के दम पर अरबों की संपत्ति अर्जित की है। रविवार, 22 अक्टूबर को पुलिस ने उसकी सहजनवा, कालेसर, गीडा स्थित 100 करोड़ रुपये से ज्यादा की प्रॉपर्टी पर जब्ती की कार्रवाई की गई है। इनमें से कालेसर में 21 डिसमिल जमीन सुधीर सिंह के नाम पर थी, 44.5 डिसमिल जमीन उसकी पत्नी पूनम सिंह के नाम पर थी और करीब 18 डिसमिल जमीन उसके छोटे भाई उदय वीर सिंह के नाम पर थी।
माफिया सुधीर सिंह के पास असल में कितनी संपत्ति है, इसका सही ब्योरा पुलिस के पास भी नहीं है. अब तक केवल उसकी जमीनों के बारे में ही पता चला है। जिनकी कीमत 400 करोड़ आंकी गई है। पुलिस अब लखनऊ, गोरखपुर समेत प्रदेश के अन्य जिलों में उसके मकान, फ्लैट और दुकानों की जानकारी जुटा रही है। हालांकि, माफिया का दावा है कि ये तमाम जमीनें उसे दान में मिली हैं। जबकि हकीकत ये है कि उसने दबंगई के बल पर इन जमीनों पर कब्जा किया है। फिलहाल, यूपी पुलिस अन्य माफियाओं की तरह सुधीर सिंह के भी आर्थिक साम्राज्य को नेस्तनाबूद कर देना चाहती है। Gorakpur News
