Wednesday, 26 June 2024

अतीक तथा अंसारी के बाद उत्तर प्रदेश सरकार के निशाने पर हैं अरबपति माफिया

UP News ; उत्तर प्रदेश के माफिया सरगना अतीक अहमद तथा मुख्तार अंसारी को जमीन में दफन किया जा चुका…

अतीक तथा अंसारी के बाद उत्तर प्रदेश सरकार के निशाने पर हैं अरबपति माफिया

UP News ; उत्तर प्रदेश के माफिया सरगना अतीक अहमद तथा मुख्तार अंसारी को जमीन में दफन किया जा चुका है। इस कड़ी में उत्तर प्रदेश का एक अरबपति माफिया अब उत्तर प्रदेश सरकार के निशाने पर है। कभी परचून की एक छोटी सी दुकान चलाने वाला उत्तर प्रदेश का यह माफिया सरगना रातोंरात अरबपति बन गया था। अब उत्तर प्रदेश सरकार इस चर्चित माफिया सरगना की प्रोपर्टी पर बाबा का बुल्डोजर चलाने की तैयारी कर रही है।

उत्तर प्रदेश के सहारनपुर का है अरबपति माफिया

आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश के सहारनपुर शहर में रहने वाला खनन माफिया मोहम्मद इकबाल उर्फ हाजी इकबाल अरबपति हैं। यह अरबपति माफिया उत्तर प्रदेश सरकार के निशाने पर आ चुका है। उत्तर प्रदेश सरकार ने इस अरबपति माफिया की अरबों रूपए की प्रोपर्टी पर बाबा का बुल्डोजर चलाकर मिटटी में मिलाने की तैयारी कर ली है। उत्तर प्रदेश के खनन माफिया हाजी इकबाल की एक छोटी सी परचून दुकान हुआ करती थी। सत्ता के आशीर्वाद से हाजी इकबाल उत्तर प्रदेश का अरबपति माफियाा सरगना बन चुका है।

ED ने कसा है शिकंजा

उत्तर प्रदेश सरकार की शिकायत के आधार पर प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने उत्तर प्रदेश के सबसे बड़े खनन माफिया को निशाने पर लिया है। बहुजन समाज पार्टी का MLC रहा मोहम्मद इकबाल उर्फ हाजी इकबाल उत्तर प्रदेश का सबसे बड़ा खनन माफिया है। हाल ही में ED ने हाजी इकबाल की चार हजार करोड़ रूपए से भी ज्यादा की जमीन को जब्त किया है। 4990 करोड़ रूपए मूल्य की इस जमीन पर खनन माफिया हाजी इकबाल ने ग्लोबल यूनिवर्सिटी बना रखी थी। इससे पहले हाजी इकबाल की 600 करोड़ रूपए मूल्य की प्रोपर्टी को उत्तर प्रदेश सरकार ने जब्त कर लिया था।

परचून की दुकान से बना अरबपति

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आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश का सबसे बड़ा माफिया हाजी इकबाल कुछ वर्ष पूर्व तक एक परचून की दुकान चलाया करता था। उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिले के मिर्जापुर मोहल्ले में रहने वाले कुछ बुजुर्ग लोगों का कहना है कि एक जमाने में मोहम्मद इकबाल आर्थिक तंगी से गुजर रहा था. उसने एक परचून की दुकान खोली थी, जो शुरू में तो नहीं चल पाई, फिर धीरे-धीरे दुकान चलने लगी. इसी के साथ मोहम्मद इकबाल ने शहद बेचने का काम शुरू किया. दुकान चलाते और शहद बेचते-बेचते इकबाल की आर्थिक स्थिति कुछ ठीक होने लगी. इसी बीच मोहम्मद इकबाल ने राजनीति में दिलचस्पी लेना शुरू कर दिया। प्रदेश में जब बसपा की सरकार थी तो हाजी इकबाल बसपा में शामिल हो गया. मोहम्मद इकबाल का जहां घर है, वह एक घाड क्षेत्र है. इस इलाके में गर्मियों में सूखा पड़ जाता है और बारिश के मौसम में बाढ़ आ जाती है. इस इलाके में खनन का कारोबार अधिक होता है. वहां मोहम्मद इकबाल ने धीरे-धीरे खनन में अपना हाथ जमाना शुरू कर दिया. खनन का कारोबार इतना बढ़ गया था कि मोहम्मद इकबाल ने बसपा सरकार में रहते हजारों करोड़ का साम्राज्य खड़ा कर लिया। मोहम्मद इकबाल को पहले सभी इकबाल के नाम से जानते थे, लेकिन जब बसपा ज्वाइन कर ली, तो इसके बाद मोहम्मद इकबाल के नाम से पहचान बनी. मोहम्मद इकबाल उर्फ हाजी इकबाल ने जब खनन का कारोबार खड़ा कर लिया और अरबों की संपत्ति बना ली तो ग्लोकल यूनिवर्सिटी शुरू की. ये यूनिवर्सिटी इकबाल ने अपने लडक़े के नाम से चैरिटेबल ट्रस्ट बनाकर शुरू की। खनन माफिया मोहम्मद इकबाल बसपा की पार्टी में MLC रह चुका है. उसने भारत के साथ-साथ विदेशों में भी अच्छा खासा कारोबार फैला रखा है. प्रदेश में जब भारतीय जनता पार्टी की सरकार आई तो मोहम्मद इकबाल के बुरे दिन शुरू हो गए. जैसे ही भाजपा ने खनन कारोबारियों और आय से अधिक संपत्तियों की जांच कर कार्रवाई शुरू की तो मोहम्मद इकबाल भारत छोडक़र दुबई भाग गया। उत्तर प्रदेश में खनन कारोबार में इकबाल एक सबसे बड़ा नाम रहा है। अधिक संपत्ति और धन दौलत के मामले में वह बड़ा माफिया रहा है. बसपा सरकार में चीनी मिल को कौडिय़ों के दाम खरीदने में भी इकबाल का नाम सामने आया था, जिसमें अरबों की संपत्ति इकठ्ठी कर ली थी.

उत्तर प्रदेश सरकार के निशाने पर

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साल 2017 में उत्तर प्रदेश में भाजपा सरकार बनने के बाद से ही इकबाल के खिलाफ जांच बैठ गई और वह जांच करीब 4 साल तक चली. उस समय सहारनपुर में एसएसपी आकाश तोमर पदस्थ थे, जिन्होंने सबसे पहले 100 करोड़ से अधिक की संपत्ति को कुर्क किया था. इसके कुछ समय बाद 500 करोड़ से अधिक की संपत्ति पर कार्रवाई की गई। धीरे-धीरे मोहम्मद इकबाल और उसके परिवार के खिलाफ लोगों को धमकाने व अवैध कब्जा करने और अवैध खनन करने व दुष्कर्म जैसे गंभीर मामलों में केस दर्ज हुए. इसमें इकबाल को अरेस्ट करने का आदेश जारी हो गया. इकबाल को गिरफ्तार किया जाता, उससे पहले ही साल 2022 में इकबाल इंडिया छोडक़र दुबई चला गया।

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सरकार ने एक्शन लेते हुए इकबाल के कई मकानों पर बुलडोजर चला दिया. कई पर नोटिस चस्पा कर कब्जे में ले लिया. धीरे-धीरे इकबाल की पूरी फैमिली संकट में आ गई. इकबाल के बेटों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया, जो अभी जेल में हैं। अब ED ने इकबाल के बेटे के नाम पर चल रही ट्रस्ट की ग्लोबल यूनिवर्सिटी की 4440 करोड़ की संपत्ति को अटैच कर कुर्क किया है। सहारनपुर के जिलाधिकारी डॉ. दिनेश चंद्र ने कहा कि जैसे ही हमें कोई आदेश मिलेंगा, उसके आधार पर तुरंत कार्रवाई की जाएगी।
उत्तर प्रदेश सरकार के जानकार सूत्रों का दावा है कि उत्तर प्रदेश सरकार हाजी इकबाल के विरूद्ध बड़ी कार्यवाही की तैयारी कर रही है। उत्तर प्रदेश पुलिस उसे दुबई में दबोचकर उत्तर प्रदेश वापस लाने की योजना पर भी काम कर रही है। उत्तर प्रदेश के इस अरबपति माफिया को जल्दी ही मिटटी में मिलाने का प्रोग्राम बना लिया गया है।

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