Unnao Gangrape : घर में आग लगाने वाले चाचा और दादा समेत चार अरेस्ट

Unnao
Four arrested including uncle and grandfather who set the house on fire
locationभारत
userचेतना मंच
calendar02 Dec 2025 04:53 AM
bookmark
उन्नाव (उप्र)। उन्नाव जिले के मौरावां क्षेत्र के एक गांव में दलित बलात्कार पीड़िता के घर में आग लगाने के आरोप में उसके चाचा और दादा समेत चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इस घटना में झुलसे दो बच्चों को बुधवार को हालत बिगड़ने पर लखनऊ के किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय में रेफर कर दिया गया।

Unnao Gangrape

Kanpur News : हाथ पर लिखी मौत की चिट्ठी जानिए पूरा किस्सा

दुष्कर्म के आरोपियों ने दो बच्चों को आग में फेंका

पुलिस सूत्रों ने दर्ज रिपोर्ट के हवाले से यहां बताया कि मौरावां क्षेत्र के एक गांव में बलात्कार पीड़िता द्वारा सुलह नहीं किए जाने से नाराज आरोपियों ने गत 17 अप्रैल को पीड़िता और उसकी मां के साथ मारपीट की थी। बाद में पीड़िता के बच्चे को मारने के इरादे से छप्पर में लगा दी थी। हालांकि पुलिस का कहना है कि बलात्कार के आरोपियों ने नहीं, बल्कि पीड़िता के चाचा ने घर में आग लगाई थी। इस मामले में चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने बताया कि बलात्कार पीड़िता और उसकी मां ने आरोप लगाया था कि पीड़िता द्वारा सुलह नहीं किए जाने से नाराज आरोपियों ने दोनों बच्चों को आग में फेंक दिया था। आग से झुलसे पीड़िता के छह माह के बेटे और पीड़िता की दो माह की बहन को 18 अप्रैल को उन्नाव जिला अस्पताल से कानपुर के उर्सला अस्पताल रेफर किया गया था। दोनों बच्चों को बुधवार को हालत बिगड़ने पर लखनऊ के किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय के लिए रेफर कर दिया गया है।

Unnao Gangrape

अखिलेश यादव ने सरकार को घेरा

समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने इस मामले पर सरकार को घेरते हुए एक ट्वीट में कहा कि उत्तर प्रदेश में जमानत पर बाहर आए आरोपियों द्वारा उन्नाव में सामूहिक बलात्कार पीड़िता के छह महीने के बच्चे को जिंदा जलाने की जघन्य घटना पर भाजपा सरकार कुछ करेगी या परिवारवालों के दुख-दर्द को समझने वाला इस बेरहम सरकार में कोई नहीं है। हालांकि, उन्नाव पुलिस ने इस पर सफाई देते हुए अपने एक ट्वीट में कहा कि पीड़िता के चाचा द्वारा ही घर में आग लगायी गई थी, जिसकी पुष्टि घर में मौजूद बच्चों द्वारा वीडियो में की गई है। इस संबंध में थाना मौरावां पर सुसंगत धाराओं में अभियोग पंजीकृत कर आरोपी को गिरफ्तार किया गया है।

Corona Cases Update : आठ महीने में कोरोना वायरस संक्रमण के सर्वाधिक दैनिक मामले

बलात्कार पीड़िता ने दिया था बच्चे को जन्म

पुलिस का कहना है कि जांच में पता चला है कि पीड़िता का अपने चाचा और दादा से जमीन और मकान को लेकर विवाद है। सूत्रों ने बताया कि 11 वर्षीय दलित लड़की से 13 फरवरी 2022 को सामूहिक बलात्कार किया गया था। उसने उसी साल सितंबर में एक बेटे को जन्म दिया था। उत्तर प्रदेशकी खबरों से अपडेट रहने लिएचेतना मंचके साथ जुड़े रहें। देशदुनिया की लेटेस्ट खबरों से अपडेट रहने के लिए हमेंफेसबुकपर लाइक करें याट्विटरपर फॉलो करें।
अगली खबर पढ़ें

Bike Boat Scam : भूदेव सिंह तक नहीं पहुंच पाई यूपी पुलिस

WhatsApp Image 2023 04 20 at 10.29.25 AM
Bike Boat Scam
locationभारत
userचेतना मंच
calendar30 Nov 2025 01:49 AM
bookmark
  Bike Boat Scam :  लखनऊ: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में 24 फरवरी को हुए उमेशपाल हत्याकांड के बाद योगी सरकार भले ही एक्शन मोड़ में नजर आ रही हो। लेकिन अभी भी ऐसे कई अपराधी वांछित है जो पुलिस की पहुंच से बहुत दूर हैं। हालांकि, यूपी में मोस्ट वांटेड अपराधियों की सूची जारी की गई है। इसमें उमेश पाल हत्याकांड के शूटर्स के अलावा कई इनामी बदमाशों की तलाश है। जिन पर 50 हजार से लेकर 5 लाख तक का इनाम घोषित है। बता दें कि यूपी पुलिस की वेबसाइट पर मौजूद मोस्ट वांटेड क्रिमिनल्स की लिस्ट में भूदेव सिंह का नाम शामिल है। पिछले 4 सालों से फरार चल रहे भूदेव पर 5 लाख का इनाम है जोकि बाइकबोट घोटाले में आरोपी है। इसके अलावा विजेंद्र सिंह हुड्डा पर भी पांच लाख रुपये का इनाम है।

Bike Boat Scam :

  संजय भाटी के साथ करता था काम भूदेव मूल रूप से बुलंशहर जिले के वहलिमपुरा पन्नी नगर चामुंडा मंदिर के पास का निवासी है। जोकि बाद में बुलंदशहर के बल्लीपुरा थाना कोतवाली इलाके में स्थित अजंता एनक्लेव में रहने लगा था। भूदेव सिंह के पिता नाम महावीर सिंह है। बता दें कि नोएडा निवासी बसपा नेता संजय भाटी ने गर्वित इनोवेटिव प्रमोटर्स लिमिटेड के नाम से एक कंपनी बनाई थी और बाइक बोट नाम से मल्टीलेवल मार्केटिंग स्कीम के तहत एक साल में निवेशकों को दो गुना मुनाफा कमाने का झांसा दिया था। इसके साथ ही लोगों को अधिक लाभ का लुभावना वादा कर करोड़ों रुपए कंपनी में जमा कराए गए थे। हालांकि इस मामले में आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) ने संजय भाटी, राजेश भारद्वाज व विनोद कुमार समेत 27 को गिरफ्तार कर चुकी है। यूपी समेत कई राज्यों में दर्ज हैं केस जानकारी के मुताबिक, बाइक बोट घोटाले के बाद दिल्ली में तीन, जालंधर (पंजाब) में चार, करनाल (हरियाणा) में चार तथा जयपुर (राजस्थान), उत्तराखंड, मध्य प्रदेश व तेलंगाना में एक-एक मुकदमा दर्ज है। वहीं उत्तर प्रदेश में कुल 118 मुकदमे दर्ज कराए गए थे। इनमें सबसे ज्यादा 96 मुकदमे गौतमबुद्धनगर में दर्ज हैं। इसके अलावा बुलंदशहर में 6, गाजियाबाद में 5, मेरठ व अलीगढ़ में 2-2 तथा हापुड़, बिजनौर, बागपत, आगरा, मुजफ्फरनगर व लखनऊ में एक-एक मुकदमा दर्ज है। यूपी शासन के आदेश पर गौतमबुद्धनगर में दर्ज 11 मुकदमों की जांच 22 अक्टूबर, 2021 को सीबीआइ को सौंपी गई थी। वहीं बाकी 107 मुकदमों की जांच ईओडब्ल्यू की मेरठ शाखा कर रही है।

Yemen Stampede यमन में चौरिटी इवेंट में भगदड़ से 85 मौत

अगली खबर पढ़ें

Most wanted of UP : हजारों करोड़ की ठगी कर भाग गया दुबई

WhatsApp Image 2023 04 19 at 7.40.54 PM e1681966501153
Most wanted of UP: Dubai fled after cheating thousands of crores
locationभारत
userचेतना मंच
calendar20 Apr 2023 03:55 PM
bookmark
  Most wanted of UP : उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में 24 फरवरी को हुए उमेशपाल हत्याकांड के बाद योगी सरकार भले ही एक्शन मोड़ में नजर आ रही हो। लेकिन अभी भी ऐसे कई अपराधी वांछित है जो पुलिस की पहुंच से बहुत दूर हैं। हालांकि, यूपी में मोस्ट वांटेड अपराधियों की सूची जारी की गई है। इसमें उमेश पाल हत्याकांड के शूटर्स के अलावा 27 इनामी बदमाशों की तलाश है। जिन पर 50 हजार से लेकर 5 लाख तक का इनाम घोषित है। बता दें कि यूपी पुलिस की वेबसाइट पर मौजूद मोस्ट वांटेड क्रिमिनल्स की लिस्ट में राशिद नसीम का नाम भी शामिल है। जिसके खिलाफ पुलिस ने 5 लाख का इनाम रखा है। मूल रूप से प्रयागराज के करेली निवासी राशिद पर प्लाट और विभिन्न लुभावनी योजनाओं के नाम पर लोगों से करीब 60 हजार करोड़ की ठगी का आरोपित है।

Most wanted of UP :

  सिर्फ लखनऊ में दर्ज हैं 500 केस यूपी के तमाम शहरों में शाइन सिटी के नाम से हाउसिंग सोसायटी से अरबों रुपये डकार कर फरार राशिद नसीम अब दुबई में रहता है। राशिद नसीम शाइन सिटी फ्रॉड केस का बड़ा मास्टरमाइंड है जिस पर देश भर में इतने केस दर्ज हैं जिसकी गिनती भी कर पाना मुश्किल है। वहीँ अगर सिर्फ लखनऊ की बात करें तो यहाँ 500 से अधिक मुकदमें दर्ज है। हालाकिं, 2 दर्जन से अधिक इसके सानिध्य में काम करने वाले लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चूका है, लेकिन लाख कोशिशों के बाद भी राशिद नसीम नहीं पकड़ा जा सका। 36 करोड़ की संपत्ति हो चुकी जब्त ईडी ने जांच के दौरान राशिद नसीम को कई बार समन जारी किया, लेकिन वह उपस्थित नहीं हुआ। इस दौरान मालूम हुआ कि वह नेपाल के रास्ते दुबई भाग गया है। राशिद नसीम जानता था कि उसके फर्जीवाड़े का भंडाफोड़ एक दिन जरूर होगा, इसलिए देश छोड़ने से पहले उसने विदेशी लेनदेन के लिए अधिकृत गुजरात की एक कंपनी के जरिये 30 करोड़ से ज्यादा रुपये सुरक्षित तरीके से अपने करीबियों के बैंक अकाउंट में विदेश भेजवा दिया था। जानकारी के मुताबिक़, इस पूरे ठगी के खेल में करीब 10 लाख लोग शिकार हुए हैं। बता दें कि कार्रवाई के नाम पर अबतक करीब 36 करोड़ की संपत्ति जब्त भी हो चुकी है। ये संपत्तियां लखनऊ, प्रयागराज, कानपुर, रायबरेली, फतेहपुर, जालौन, मिर्जापुर व गोरखपुर के अलावा भारत के अन्य इलाकों में हैं। इन कंपनियों ने नाम पर की ठगी मेसर्स शाइन सिटी डेवलपर्स, मेसर्स शाइन सिटी बिल्डर्स, मेसस शाइन सिटी इरेक्टर व मेसर्स शाइन सिटी इन्फ्रास्ट्रक्चर प्राइवेट लिमिटेड कंपनियों के नाम पर ठगी के केस दर्ज हुए थे। आरोपी साल भर में रकम दोगुना करने का झांसा देकर लोगों का पैसा अपनी कंपनियों मे निवेश कराते थे। साथ ही अपनी कंपनी के जरिए लोगों से यह कहकर जमीन बेचता था कि साल भर बाद उस जमीन को दोगुने दाम पर उसकी कंपनी वापस खरीद लेगी। जनवरी, 2021 में ईडी ने इस मामले में मनी लांड्रिंग एक्ट के तहत शिकायत दर्ज कर जांच शुरू की थी।

Big News : यूपी के मुख्य सचिव और एसीएस वित्त के खिलाफ गैर जमानती वारंट