Uttar Pradesh: विधानसभा समितियों का गठन न होने पर सपा ने उठाए सवाल

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calendar30 Nov 2025 01:06 PM
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Uttar Pradesh: उत्‍तर प्रदेश की 18वीं विधानसभा के गठन के करीब नौ माह बीत जाने के बावजूद विधानसभा की समितियों का गठन न किये जाने का मामला उठाते हुए समाजवादी पार्टी ने मंगलवार को सदन में कहा कि इस वर्ष सदन का तीसरा सत्र चल रहा है लेकिन अब तक समितियों का गठन नहीं किया गया है, इससे लोकतांत्रिक प्रणाली कमजोर होगी। विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने व्यवस्था देते हुए संसदीय कार्य मंत्री को जिम्मेदारी दी कि वह एक सप्ताह के अंदर समितियों का गठन करें।

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उल्लेखनीय है कि विधानसभा में लोक लेखा समिति, याचिका समिति, प्राकलन समिति, विशेषाधिकार समिति, नियम समिति, कार्य मंत्रणा समिति, पंचायती राज समिति, आश्वासन समिति जैसी संसदीय समितियों का गठन किया जाता है।

संसदीय समितियां सदन की आंख और कान का कार्य करती हैं और उन्हीं के माध्यम से सदन सत्र में न रहते हुए भी निरंतर कार्य करता रहता है।

विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन मंगलवार को दोपहर बाद सपा के मुख्‍य सचेतक मनोज पांडेय, वरिष्ठ सदस्य माता प्रसाद पांडेय और लालजी वर्मा ने नियम 300 के तहत यह मामला उठाया और अध्यक्ष से समितियों के गठन की मांग की।

संसदीय कार्य मंत्री सुरेश कुमार खन्‍ना ने कहा कि व्यस्तता की वजह से समितियों का गठन नहीं हो सका लेकिन जल्द ही समितियों का गठन कर दिया जाएगा।

मनोज पांडेय ने अपनी मांग पर बल देते हुए कहा कि यह व्यवस्था है कि जब विधानसभा का गठन होगा तो पहले ही सत्र के प्रारंभ होने पर समितियों का गठन किया जाएगा लेकिन नौ माह में भी समितियों का गठन नहीं हो सका।

लालजी वर्मा ने कहा कि यह संविधान और हमारी नियमावली के अनुसार बहुत महत्वपूर्ण है और लोकसभा तथा सभी राज्यों की विधानसभा में समितियों का गठन होता है लेकिन कोई ऐसा दृष्टांत नहीं है कि कहीं इतने समय तक समितियों का गठन न हुआ हो।

वर्मा ने कहा कि समितियों का गठन न होने से लोकतांत्रिक प्रणाली कमजोर होगी। उन्होंने कहा कि पहले ही सत्र में आपको सर्वसम्मति से अधिकृत किया गया लेकिन समितियों का गठन नहीं हो सका। माता प्रसाद पांडेय ने कहा कि समितियों का गठन नहीं होगा तो विकास का कार्य प्रभावित होगा।

यह समितियां सरकार के अधीन नहीं, अध्यक्ष जी आपके अधीन है, और आप अपने अधिकार का प्रयोग करते हुए इन समितियों का गठन कर दें।

विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने कहा कि वास्तव में समितियों का गठन जरूरी है, लेकिन संबंधित नाम नहीं मिल सके। उन्होंने व्यवस्था देते हुए संसदीय कार्य मंत्री को जिम्मेदारी दी कि एक सप्ताह के अंदर समितियों के गठन की प्रक्रिया पूरी कर दें।

इसके अलावा नियम 300 के तहत रविदास मेहरोत्रा ने विधानसभा उपाध्यक्ष के निर्वाचन का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि नियमावली में स्पष्ट रूप से विधानसभा उपाध्यक्ष के चुनाव की व्यवस्था है, लेकिन नौ माह बाद भी चुनाव की प्रक्रिया शुरू नहीं हुई। उन्होंने अध्यक्ष से इसकी व्यवस्था देने की मांग की। अध्यक्ष ने कहा कि इस पर बैठ कर विचार विमर्श किया जाएगा।

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Uttar Pradesh सपा सदस्यों ने किया विधानसभा में हंगामा, कार्यवाही बाधित

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locationभारत
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calendar30 Nov 2025 12:25 AM
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Uttar Pradesh : लखनऊ: समाजवादी पार्टी के सदस्यों ने रामपुर विधानसभा उपचुनाव में प्रशासन पर ‘‘मतदाताओं को वोट डालने से रोककर लोकतंत्र को शर्मसार’’ करने का आरोप लगाते हुए मंगलवार को विधानसभा में हंगामा किया। इसकी वजह से सदन की कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी। हालांकि राज्य सरकार ने सपा सदस्यों के इन आरोपों से इनकार किया।

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पूर्वाह्न 11 बजे सदन की कार्यवाही शुरू होते ही सपा सदस्य मनोज पांडेय ने यह मुद्दा उठाते हुए कहा कि सोमवार को हुए विधानसभा उपचुनाव में ‘‘लोकतंत्र को शर्मसार' किया गया और लोकतंत्र की हत्या’’ की गयी, जिसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इसके बाद पांडेय तथा अन्य सदस्य सदन के बीचों बीच आ गये और आरोप लगाया कि रामपुर में प्रशासन ने सरकार के इशारे पर उपचुनाव में मतदाताओं को वोट नहीं डालने दिया। उन्होंने कहा कि पुलिस ने लोगों को मारा-पीटा ताकि वे वोट डालने के लिये घर से बाहर ना निकलें। इस दौरान सदन में सपा और विपक्ष के नेता अखिलेश यादव और पार्टी विधायक शिवपाल सिंह यादव मौजूद नहीं थे। हालांकि संसदीय कार्य मंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने रामपुर में पुलिस की कार्रवाई को जायज ठहराते हुए कहा कि जो भी कार्रवाई की गयी है, वह कानून के दायरे में रहकर की गयी है। सरकार के इस जवाब से नाराज हुए सपा सदस्यों ने मौजूदा सरकार को ‘‘बूथ लूटने वाली सरकार’’ करार दिया। विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने सदन में हंगामा कर रहे सपा सदस्यों से अपने-अपने स्थान पर लौटने का आग्रह किया, मगर शोर शराबा थमता न देख उन्होंने सदन की कार्यवाही 15 मिनट के लिये स्थगित कर दी। बाद में स्थगन अवधि 15 मिनट के लिये और बढ़ा दी गयी। गौरतलब है कि सपा विधायक आजम खां को नफरत भरा भाषण देने के मामले में पिछले महीने तीन साल की सजा सुनाये जाने के बाद उनकी सदस्यता निरस्त किये जाने के चलते खाली हुई रामपुर विधानसभा सीट के उपचुनाव के तहत सोमवार को मात्र 33.9 प्रतिशत मतदान हुआ था। इस दौरान आजम खां की पत्नी एवं पूर्व विधायक तजीन फातिमा तथा बेटे अदीब ने पुलिस तथा प्रशासन पर मतदाताओं को वोट डालने से जबरन रोके जाने का आरोप लगाते हुए कहा था कि पुलिस ने बात नहीं मानने पर मतदाताओं के साथ मारपीट की है।

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Uttar Pradesh: विधान परिषद में भी अनुपूरक अनुदान मांगें पेश

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userचेतना मंच
calendar29 Nov 2025 02:51 AM
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Uttar Pradesh: उत्तर प्रदेश विधान परिषद की कार्यवाही सोमवार को वित्त वर्ष 2022-23 की अनुपूरक अनुदान मांगों को पेश किए जाने और पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव तथा कुछ अन्य सदस्यों के निधन पर शोक व्यक्त करने के बाद मंगलवार तक के लिए स्थगित कर दी गई।

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विधानमंडल के शीतकालीन सत्र के तहत विधान परिषद सदन की कार्यवाही पूर्वाह्न 11 बजे सभापति कुंवर मानवेन्द्र सिंह के सभापतित्व में हुई। सभापति ने आज के सभी प्रश्न उत्तरित माने जाने के निर्देश दिये।

उसके बाद, प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव के निधन पर नेता सदन केशव प्रसाद मौर्य एवं भाजपा के अन्य सदस्यों, सपा सदस्य लाल बिहारी यादव एवं सपा के अन्य सदस्यों, नेता शिक्षक दल सुरेश कुमार त्रिपाठी एवं ध्रुव कुमार त्रिपाठी, निर्दलीय समूह के नेता राज बहादुर सिंह चन्देल, बसपा के नेता भीमराव अम्बेडकर एवं सभापति कुंवर मानवेन्द्र सिंह ने भी शोकोद्गार व्यक्त किये।

इसी दौरान 12 बजकर 20 मिनट पर नेता सदन ने वित्त वर्ष 2022-23 की अनुपूरक अनुदान की मांगों को प्रस्तुत किया।

बाद में सभी सदस्यों ने दिवंगत सदस्यों की आत्मा की शांति के लिए कुछ क्षण खड़े होकर मौन धारण किया। उसके बाद सभापति ने सदन की कार्यवाही मंगलवार पूर्वाह्न 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी।

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