UP Police Paper Leak : उत्तर प्रदेश में युवाओं को सरकारी नौकरी मिल पाना आसान नहीं लग रहा है। जिस विभाग के लिए उत्तर प्रदेश में परीक्षा का आयोजन होता है, उसे पेपर को लीक कर दिया जाता है। हाल ही में यूपी पुलिस भर्ती परीक्षा का आयोजन करवाया गया था। जिसकी सुरक्षा के लिए उत्तर प्रदेश पुलिस ने कड़ी इंतजाम किए थे। लेकिन इसके बाद भी किसी न किसी तरह से पेपर को लीक कर ही दिया गया। जिसके बाद उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से परीक्षा को रद्द करने का फैसला लिया गया। वहीं अब इस परीक्षा से जुड़ा एक बड़ा अपडेट सामने आया है। यूपी पुलिस भर्ती पेपर लीक मामले में DG भर्ती बोर्ड अध्यक्ष रेणुका मिश्रा को पद से हटा दिया गया है।
राजीव कृष्ण को मिली जिम्मेदारी
रेणुका मिश्रा को पद से हटाने के बाद अब उनकी जगह राजीव कृष्ण को भर्ती बोर्ड की जिम्मेदारी दी गई है। आपको बता दें यूपी में 60 हजार से ज्यादा सिपाही भर्ती में 48 लाख से ज्यादा अभ्यर्थी शामिल हुए थे। जिसके बाद किसी तरह से यूपी पुलिस भर्ती परीक्षा को लीक कर दिया दिया। पेपर लीक के सबूत मिलने के तुरंत बाद ही उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से परीक्षा को रद्द कर दिया गया। सिपाही भर्ती पेपर लीक मामले में चूक और एफआईआर दर्ज कराने में लापरवाही के चलते DG भर्ती बोर्ड अध्यक्ष रेणुका मिश्रा को हटाया गया है। परीक्षा रद्द होने के बाद से भर्ती बोर्ड की इंटर्नल असेसमेंट कमेटी रिपोर्ट नहीं दे पाई थी और ना ही मामले में एफआईआर दर्ज कराई गई थी। इसके साथ ही पिछले दिनों RO- ARO की परीक्षा को भी पेपर लीक होने के चलते रद्द कर दिया गया है।
कई आरोपी हो चुके हैं गिरफ्तार
आपको बता दें उत्तर प्रदेश में हुए इस पेपर लीक के मामले में इससे पहले यूपी एसटीएफ की टीम ने पुलिस भर्ती परीक्षा में सेंधमारी कर पेपर आउट कराने वाले गिरोह के दो आरोपियों को धरदबोचा था। गिरफ्तार किए गए दोनों आरोपियों की पहचान प्रयागराज निवासी अजय सिंह चौहान और सोनू सिंह यादव के रूप में हुई है। STF ने लखनऊ के शहीद पथ स्थित किसान बाजार के पास से की है। पुलिस की ओर से अभी भी अन्य आरोपियों की तलाश की जा रही है।
UP Police Paper Leak
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