Sunday, 12 January 2025

मिल्कीपुर उपचुनाव को लेकर सियासी हलचल तेज, सुरेंद्र रावत ने डाली VRS की अर्जी

Milkipur by-election 2025 : उत्तर प्रदेश के मिल्कीपुर विधानसभा क्षेत्र में होने वाले उपचुनाव को लेकर सियासी हलचल तेज हो…

मिल्कीपुर उपचुनाव को लेकर सियासी हलचल तेज, सुरेंद्र रावत ने डाली VRS की अर्जी

Milkipur by-election 2025 : उत्तर प्रदेश के मिल्कीपुर विधानसभा क्षेत्र में होने वाले उपचुनाव को लेकर सियासी हलचल तेज हो गई है। इस बीच उप परिवहन आयुक्त सुरेंद्र कुमार रावत ने स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति (VRS) की अर्जी शासन को भेजी है। सुरेंद्र रावत का 31 मार्च 2025 को रिटायरमेंट होना था लेकिन उन्होंने उससे पहले ही वीआरएस के लिए आवेदन किया है। चर्चा है कि वह भाजपा से मिल्कीपुर उपचुनाव के लिए टिकट की मांग कर रहे हैं।

उपचुनाव को लेकर सियासी पारा हाई

मिल्कीपुर सीट पर उपचुनाव को लेकर सियासी पारा चढ़ा हुआ है और सुरेंद्र रावत का नाम बीजेपी के संभावित प्रत्याशियों में लिया जा रहा है। माना जा रहा है कि सुरेंद्र रावत को भाजपा अपनी सुरक्षित मिल्कीपुर सीट पर एक नया चेहरा के रूप में पेश कर सकती है। हालांकि, रावत ने अपने VRS पत्र में पारिवारिक कारणों का हवाला दिया है, लेकिन राजनीतिक गलियारों में यह चर्चा है कि असल वजह चुनावी हो सकती है। BJP के लिए सुरेंद्र रावत जातिगत समीकरणों को ध्यान में रखते हुए एक बड़े वोट बैंक का चेहरा हो सकते हैं।

BJP के लिए गोरखनाथ बाबा भी एक प्रमुख दावेदार

मिल्कीपुर सीट पर बीजेपी के लिए गोरखनाथ बाबा भी एक प्रमुख दावेदार हैं। 2017 में मिल्कीपुर से विधायक रह चुके गोरखनाथ बाबा 2022 के विधानसभा चुनाव में सपा के उम्मीदवार अवधेश प्रसाद से 13,000 वोटों से हार गए थे। गोरखनाथ बाबा की इलाके में मजबूत राजनीतिक पकड़ और जातिगत समीकरणों को देखते हुए उनकी दावेदारी को प्रबल माना जा रहा है। लेकिन बीजेपी नए चेहरे की तलाश में भी रहती है, और पार्टी इस बार किसी नए प्रयोग के तहत सुरेंद्र रावत को भी मौका दे सकती है।

बसपा दोनों ही चुनावी दौड़ से बाहर

मिल्कीपुर उपचुनाव में इस बार वोटों का गणित बदल चुका है। 2022 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस और बसपा ने मिलकर 17,500 वोट प्राप्त किए थे जबकि बीजेपी सिर्फ 12,913 वोटों से हार गई थी। इस बार कांग्रेस और बसपा दोनों ही चुनावी दौड़ से बाहर हैं, इसलिए BJP और सपा दोनों ही इन दलों के वोट बैंक को अपनी ओर आकर्षित करने की कोशिश कर रहे हैं। इसके अलावा, भाजपा के संभावित नए चेहरों में प्रदेश अनुसूचित मोर्चा के कोषाध्यक्ष चंद्रकेश रावत और पूर्व विधायक रामू प्रियदर्शी का भी नाम चर्चा में है। मिल्कीपुर उपचुनाव के लिए नामांकन प्रक्रिया शुरू हो चुकी है और यह देखना दिलचस्प होगा कि भाजपा अपने उम्मीदवार का चयन किस आधार पर करती है।

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