UP News : लोकसभा चुनाव 2024 से पहले राज्य सरकारे योजनाओं की झड़ी लगा रही हैं ,वहीं बात जब उत्तर प्रदेश की आती है तो, यहाँ बीते सालों में योगी सरकार की ओर से किए गए कई कार्य न सिर्फ सफल रहे बल्कि राज्य की जनता ने भी उन्हें सराहा है। खासतौर पर बात की जाए महिलाओं की सुरक्षा और बाल विकास की तो इस काम में योगी सरकार ने सभी को पीछे छोड़ दिया है। हाल ही में राज्य सरकार की ओर से एक नई पहल शुरू की गई जिसमें महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने पर जोर दिया गया। आइए जानते हैं सरकार की ओर से महिला और बाल विकास के लिए शुरू की गई योजना के बारे में , जो राज्य की महिलाओं को आगे बढ़ने में काफी मदद कर रहा है।
उत्तर प्रदेश की महिलाओं को सशक्त बनाती ‘मिशन शक्ति’ योजना
उत्तर प्रदेश की जिस योजना के बारे में हम बात कर रहे हैं वो है ‘मिशन शक्ति’ योजना। इस योजना का मकसद महिलाओं को सशक्त बनाना और उन्हें आत्मनिर्भर करना है। इस मिशन के तहत सरकार महिलाओं को शिक्षा, कौशल विकास, रोजगार और उद्यमिता (Entrepreneurship) के अवसर मिल सकते हैं। इस योजना का चौथा चरण हाल ही के महीनों के शुरू किया गया। इस योजना से यह बात साफ होती है कि जब कोई भी इनिशिएटिव समाज में व्यापक जागरूकता का बड़ा माध्यम बनता है तो उसे राष्ट्रव्यापी बनने में देर नहीं लगती है। जो इस योजना के चौथे चरण के लॉन्च होने से साफ हो गई।
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क्या है ‘मिशन शक्ति’ ?
उत्तर प्रदेश सरकार की तरफ से राज्य में मिशन शक्ति अभियान का शुभारंभ साल 2020 में किया गया था। इस योजना को प्रदेश की महिलाओं और बेटियों को आत्मनिर्भर और सुरक्षित बनाने के लिए शुरू किया गया। इस योजना के जरिए अलग-अलग प्रकार के जागरूकता और ट्रेनिंग प्रोग्रामों की भी शुरूआत की गई, जिससे कि महिलाओं को मिलने वाले सभी अधिकारों के बारे में उन्हें जागरूक किया जाए। उत्तर प्रदेश के 75 जिलों में इस योजना को लॉन्च किया गया था। इस योजना के पहले चरण को लॉन्च करते समय ही इसे दो भागों में बाँट दिया गया था। योजना के तहत महिलाओं को उनके अधिकारों को लेकर जागरूक करना और उन लोगों को सजा दिलाने पर था, जिन्होंने महिलाओं के साथ कोई दुर्व्यवहार या अपराध किया हो। इस योजना का लाभ सभी वर्ग की महिलाएं और लड़कियाँ उठा सकती है।
योजना से हुए क्या लाभ
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उत्तर प्रदेश सरकार की शुरू की गई मिशन शक्ति अभियान के तहत अबतक 8.99 करोड़ महिलाओं को जागरूक किया गया है। जिसमें 1,89,789 आंगनबाड़ी केंद्र स्वीकृत किए गए, इनमें से 1,89,014 केंद्र संचालित भी हैं। वहीं 10 लाख सेल्फ ग्रुप बनाकर एक करोड़ महिलाओं को जोड़ा गया। दो लाख से अधिक महिलाओं को पीएम स्वनिधि योजना से लाभान्वित किया गया। साथ ही सभी 57 हजार से अधिक ग्राम पंचायतों में बीसी सखी की नियुक्ति की गई। सरकारी नौकरियों में भी डेढ़ लाख से अधिक महिलाओं को यूपी में नौकरी से जोड़ा गया। इसके अलावा अन्य सभी योजनाओं से महिलाएं लाभान्वित हो रही हैं।
योजना से आया क्या बदलाव ?
उत्तर प्रदेश में साल 2019 में तीसरी और पांचवी पास 5 से 7 महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाते हुए सरकार की ओऱ से उन्हें बलिनी मिल्क प्रोड्यूसर की स्थापना करवाई थी। जिसने केलव 3 सालों में ही अपने इस कारोबार का टर्नओवर डेढ़ सौ करोड़ प्रति वर्ष पहुँचा दिया। यहीं नहीं इस टर्नओवर के साथ ही उनका हर साल 15 से 16 करोड़ का नेट प्रॉफिट भी होता है। अपने काम में सफल होने के बाद उत्तर प्रदेश की उन महिलाओं ने 40,000 महिलाओं को भी अपने साथ जोड़ लिया है। इससे एक बात तो साफ हो गई कि खुद में इच्छा शक्ति, सरकार और प्रशासन का समर्थन हो तो महिलाएं कुछ भी कर सकती हैं। इसके अलावा उत्तर प्रदेश सरकार की ऐसी ही कई योजनाएं हैं जिन्हे महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए बनाया गया है, इसमें उत्तर प्रदेश में समेकित बाल विकास परियोजना, शबरी संकल्प पोषण योजना, मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना और भाग्य लक्ष्मी योजना जैसी कई अन्य योजना शामिल है। अब ऐसी बेहतरीन योजनाएं लाने के बाद उत्तर प्रदेश की जनता का पूरा समर्थन राज्य की योगी सरकार के साथ ही बना रह सकता है।UP News
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