यूपी में 60 वर्षीय जीजा के साथ फरार हुई युवती, पति ने की खोजने पर 10 हजार इनाम देने की घोषणा

Jeeja shali
UP News
locationभारत
userचेतना मंच
calendar30 JUN 2025 06:40 PM
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UP News : जनपद के एक ग्रामीण क्षेत्र से एक अजीबो-गरीब मामला सामने आया है, जहाँ एक 35 वर्षीय महिला अपने 60 वर्षीय जीजा के साथ घर से फरार हो गई। महिला का पति, जो शारीरिक रूप से दिव्यांग है, ने स्थानीय थाने में पत्नी की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई है। साथ ही, पत्नी को खोजकर लाने वाले को 10 हजार रुपये का नकद इनाम देने की घोषणा की है।

राजमिस्त्री बना रिश्ता बिगाड़ने की वजह

पीड़ित पति ने पुलिस को बताया कि उसकी पत्नी की यह दूसरी शादी है। पहले पति की मृत्यु के बाद दोनों का विवाह हुआ था। कुछ समय पूर्व महिला के मायके पक्ष का एक 60 वर्षीय रिश्तेदार (जो महिला का रिश्ते में जीजा लगता है) राजमिस्त्री का कार्य करने उनके गांव आया था। वह एक सप्ताह तक घर में प्लास्टर का कार्य करता रहा। इस दौरान दोनों के बीच नजदीकियां बढ़ीं और कथित तौर पर प्रेम संबंध बन गए।

24 अप्रैल को हुई थी गुमशुदा, 18 जून को दोबारा दी अर्जी

पीड़ित ने बताया कि उसकी पत्नी 24 अप्रैल को अचानक घर से लापता हो गई। उसी दिन उन्होंने थाने में गुमशुदगी दर्ज कराई थी। बाद में यह जानकारी मिली कि महिला 60 वर्षीय व्यक्ति के साथ चली गई है, जो स्वयं विवाहित है और उसके बच्चे भी हैं। 18 जून को पीड़ित ने पुलिस को दोबारा प्रार्थना पत्र सौंपा और आरोप लगाया कि उसकी पत्नी घर से नकदी और अन्य घरेलू सामान भी साथ ले गई है। साथ ही उसने अपनी आर्थिक और शारीरिक विवशता जताते हुए यह अपील की कि जो कोई उसकी पत्नी को खोजकर वापस लाएगा, उसे वह 10 हजार रुपये का इनाम देगा। थाना प्रभारी देवेंद्र सिंह ने मामले की पुष्टि करते हुए बताया कि महिला की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है और जांच की जा रही है, दोनों की तलाश जारी है। UP News

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उत्तर प्रदेश सरकार की यह खास योजना कर रही है बड़ा कल्याण

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UP News
locationभारत
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calendar30 JUN 2025 06:15 PM
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UP News : उत्तर प्रदेश सरकार की की एक खास योजना बडा कल्याणकारी काम कर रही है। उत्तर प्रदेश में गर्भवती महिलाओं, धात्री माताओं, किशोरियों और छोटे बच्चों को कुपोषण से बचाने के लिए चलाई जा रही टेक होम राशन योजना अब तकनीकी दक्षता और पारदर्शिता के नए मानक गढ़ रही है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में राज्य सरकार ने इस योजना के तहत फेस रिकग्निशन सिस्टम (FRS) लागू कर टेक होम राशन वितरण को न सिर्फ डिजिटल बनाया है, बल्कि इससे फजीर्वाड़े और दोहराव पर भी प्रभावी रोक लगी है। योजना की सबसे बड़ी खासियत यह है कि अब पात्र लाभार्थी सिर्फ अपने चेहरे की पहचान से पोषण राशन प्राप्त कर पा रहे हैं, जिससे खासकर महिलाओं और बच्चों को सुरक्षित, तेज और पारदर्शी सेवाएं मिल रही हैं। कानपुर नगर, गाजियाबाद, बिजनौर, उन्नाव, झांसी टॉप 5 जिलों में शामिल हैं, जहां ऋफर के लिए तेजी से कार्य किया गया है। योगी सरकार द्वारा 1 जुलाई 2025 तक इसे प्रदेश में शत-प्रतिशत लाभार्थियों पर लागू करने के निर्देश दिये गये हैं।

अगस्त 2024 में हुई ऋफर की शुरूआत

ऋफर की पायलट शुरूआत अगस्त 2024 में कानपुर नगर के बिधनू और सरसौल परियोजनाओं में हुई थी, और इसके उत्साहजनक परिणामों के बाद 14 नवंबर 2024 से इसे प्रदेशव्यापी रूप में लागू कर दिया गया। जून 2025 तक उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार, प्रदेश के 11.85 करोड़ पात्र लाभार्थियों में से 10.84% का फेस कैप्चर हो चुका है, और इनमें से 8.26% लाभार्थियों का ीङउ भी सफलतापूर्वक पूरा किया गया है। आधार फेस आॅथेंटिकेशन भी 7.18% तक पहुंच चुका है। 01 अगस्त 2025 से नए लाभार्थियों के लिए FRS अनिवार्य होगा। UP News

ऋफर में कानपुर नगर, गाजियाबाद, बिजनौर, उन्नाव, झांसी टॉप पर

इस अभियान में कानपुर नगर, गाजियाबाद, बिजनौर, उन्नाव, झांसी, शामली, शाहजहांपुर, इटावा, मथुरा और फरुर्खाबाद जिले शीर्ष 10 जिलों के रूप में सामने आए हैं, जिन्होंने न केवल फेस कैप्चर बल्कि ीङउ में भी प्रदेश स्तर पर बेहतर प्रदर्शन किया है। कानपुर नगर में सबसे अधिक 71,791 लाभार्थियों का फेस कैप्चर हुआ, जिनमें से 58,790 पूरा हो चुका है, जो कुल लक्ष्य का 45.34% है। इसके बाद क्रमश: गाजियाबाद (28.28%), बिजनौर (27.44%), उन्नाव (26.59%) और झांसी (26.10%) जैसे जिले तेजी से आगे बढ़ रहे हैं। UP News

धोखाधड़ी को रोकने और राशन वितरण में पारदर्शिता लाने में महत्वपूर्ण

पोषण ट्रैकर में एफआरएस दो-स्तरीय प्रमाणीकरण प्रणाली है, जिसमें चेहरे की पहचान और ओटीपी का उपयोग होता है। लाभार्थी की फोटो को आधार से जुड़े ई-केवाईसी के साथ मिलाया जाता है और उनके रजिस्टर्ड मोबाइल पर भेजा गया ओटीपी आंगनवाड़ी केंद्र पर सत्यापित किया जाता है। यह प्रणाली से धोखाधड़ी को रोकने और राशन वितरण में पारदर्शिता लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। यह तकनीकी प्रगति केवल डाटा एनालिटिक्स की उपलब्धि नहीं, बल्कि यह दशार्ती है कि योगी सरकार टेक्नोलॉजी को सामाजिक कल्याण से जोड़कर समाज के अंतिम व्यक्ति तक सेवाएं पहुंचाने में विश्वास करती है। टेक होम राशन योजना की नई व्यवस्था ने विशेषकर ग्रामीण क्षेत्रों की उन महिलाओं को भी सशक्त किया है जो पहले पहचान, पहुंच और पारदर्शिता के अभाव में वंचित रह जाती थीं। फेस रिकग्निशन प्रणाली के माध्यम से अब राशन वितरण में पात्रता की पुष्टि एक क्लिक में हो रही है, जिससे वितरण की गति और भरोसे दोनों में वृद्धि हुई है। यह प्रणाली विशेष रूप से गर्भवती महिलाओं के लिए लाभकारी सिद्ध हो रही है, जिन्हें पहले अंगूठा पहचान या अन्य प्रक्रिया में दिक्कत होती थी। अब केवल कैमरे के सामने आने भर से लाभ तय हो गया है। योगी सरकार का लक्ष्य आगामी महीनों में इस प्रणाली को प्रदेश के शत-प्रतिशत लाभार्थियों तक पहुंचाना है। UP News

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उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की अपील के नाम पर ठगी

UP News 2025 06 30T164756.859
UP News
locationभारत
userचेतना मंच
calendar30 JUN 2025 04:48 PM
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UP News :  उत्तर प्रदेश में सक्रिय साइबर ठग बेहद शातिर हैं। सोमवार को तो साइबर ठगों ने सारी हदें ही पार कर दी हैं। उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की एक खास अपील को भी साइबर ठगों ने ठगी करने का हथियार बना लिया है। इस दौरान उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के निर्देश पर समाजवादी पार्टी ने लोगों से सावधान रहने की अपील की है। समाजवादी पार्टी ने स्पष्ट किया है कि सपा ने ऑनलाइन अंशदान (चंदा) प्राप्त करने के लिए कोई एकाउंट जारी नहीं किया है।

उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने की है खास अपील

आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने रविवार को एक खास अपील जारी की थी। उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री तथा समाज वादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने यह अपील अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं तथा सपा के समर्थकों से की है। उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने अपील में कहा है कि इस वर्ष अपने सभी शुभचिंतकों से मेरी विनम्र अपील है कि मेरे जन्मदिन के अवसर पर किसी भी प्रकार की पुष्प गुच्छ भेंट, प्रतिमा, तस्वीर, पार्टी के चिह्न साइकिल की प्रतिकृतियों या किसी भी अन्य प्रकार की भेंट की जगह अपना-अपना योगदान माननीय नेता जी के निर्माणाधीन ‘समाजवादी स्मारक’ में अपने ‘आस्था अंशदान’ के रूप में अपनी श्रद्धा से अपनी धनराशि को पार्टी कार्यालय में आधिकारिक रूप से जमा कराएं। समाजवादी मूल्यों के प्रति आपकी प्रतिबद्धता और आपके इस सहयोग के धन्यवाद स्वरूप हर अंशदाता का नाम ‘समाजवादी स्मारक सहयोग पुस्तिका’ में प्रकाशित किया जाएगा। सभी को मेरा अग्रिम धन्यवाद!

अखिलेश यादव की अपील पर शुरू हो गई ठगी

खबर यह है कि उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की इस अपील के नाम पर साइबर ठगी शुरू हो गई। साइबर ठगों ने बाकायदा बैंक खाता संख्या जारी करके ठगी शुरू कर दी। ठगी की खबर फैलने पर समाजवादी पार्टी के अधिकारिक सोशल मीडिया एकाउंट से एक विशेष अपील जारी की गई है। सपा के द्वारा जारी अपील में कहा गया है कि सोशल मीडिया पर श्रद्धेय नेताजी के स्मारक के नाम पर चंदा इकठ्ठा करने हेतु कोई भी अकाउंट नंबर अभी जारी नहीं किया गया है। ऐसी कोई भी आधिकारिक सूचना या निर्देश समाजवादी पार्टी की तरफ से नहीं दिए गए हैं। अत: कोई भी नेता या कार्यकर्ता या समर्थक किसी भी अकाउंट में किसी भी तरह की कोई धनराशि ना डालें।    UP News  

अब सिर्फ धोनी कहलाएंगे ‘कैप्टन कूल’, नाम को मिला कानूनी दर्जा

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