उत्तर प्रदेश के युवा किसान ने कर दिया बड़ा कमाल

उत्तर प्रदेश के युवा किसान ने कर दिया बड़ा कमाल
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userचेतना मंच
calendar24 SEPT 2025 11:46 AM
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उत्तर प्रदेश के एक युवा किसान ने बड़ा कमाल कर दिया है। उत्तर प्रदेश के युवा किसान हिमांशु नाथ सिंह ने खेती को एक बड़ी कंपनी की तरह मोटा धन कमाने का साधन बना दिया है। उत्तर प्रदेश के सीतापुर के रहने वाले युवा किसान हिमांशु नाथ सिंह ने मात्र 40 बीघा जमीन में गन्ने की खेती से एक करोड़ रूपए से अधिक का टर्नओवर करके बड़ी-बड़ी कंपनियों की कमाई को भी पीछे छोडऩे का बड़ा कमाल कर दिया है।   UP News

घाटे की खेती को बनाया प्रोफिट वााला

उत्तर प्रदेश के सीतापुर जिले के रहने वाले युवा किसान हिमांशु नाथ सिंह का जन्म एक परंपरागत किसान परिवार में हुआ है। हिमांशु नाथ सिंह का परिवार भी दूसरे किसानों की तरह खेती को घाटे का काम मानता था। जवान होने पर हिमांशु नाथ सिंह ने जब खेती करना शुरू किया तो उसने खेती को मुनाफे का कारोबार कैसे बनाया जाए इस पर रिसर्च करना शुरू किया। हिमांशु नाथ सिंह को अपने प्रयास में जल्दी ही सफलता प्राप्त हो गई। इस युवा किसान के सार्थक प्रयासों से उसके परिवार की खेती से आमदनी एक करोड़ रूपए सालाना तक पहुंच गई है।    UP News आप कल्पना करें कि एक छोटा सा किसान साल में एक करोड़ रूपए की कमाई करने लगे तो उसकी चर्चा होना जरूरी है। उत्तर प्रदेश के युवा किसान हिमांशु नाथ सिंह की पूरे उत्तर प्रदेश में खूब चर्चा हो रही है। दूर-दूर से किसान हिमांशु नाथ सिंह से प्रोफिट वाली खेती के लिए राय लेने सीतापुर पहुंच रहे हैं।

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उत्तर प्रदेश के युवा किसान ने कैसे बदला खेती का तरीका

एक मीडिया रिपोर्ट में बताया गया है कि हिमांशुनाथ सिंह के परिवार का गन्ने की खेती में 40 वर्षों का अनुभव है। उन्होंने अपने पिता से पारंपरिक खेती के तरीके सीखे। लेकिन, हिमांशु ने इसमें विज्ञान और तकनीक का समावेश किया। उन्होंने जल्दी ही यह समझ लिया कि खेती को प्रासंगिक और लाभदायक बनाए रखने के लिए इनोवेशन की जरूरत है। है। इसलिए उन्होंने जैविक और रासायनिक उर्वरकों के संतुलित मिश्रण का इस्तेमाल शुरू किया। इसमें गोबर, जैविक खाद, जीवामृत और घन जीवामृत शामिल हैं। हिमांशु की सफलता के पीछे एक प्रमुख कारण उनका गन्ने की खेती के प्रति वैज्ञानिक नजरिया है। वह बुवाई के समय, बीज की दूरी और मिट्टी के पोषण पर विशेष ध्यान देते हैं। वह सितंबर के अंतिम सप्ताह से अक्टूबर के बीच गन्ने की बुवाई करना पसंद करते हैं। वह मानते हैं कि यह बेहतर उपज के लिए सबसे उपयुक्त समय है। हिमांशु 0118, 14235 जैसी उन्नत किस्मों का इस्तेमाल करते हैं। ये रोग प्रतिरोधी और हाई यील्ड वाली हैं। वह प्रति हेक्टेयर 2,470 कुंतल गन्ने की उपज हासिल करते हैं। 10 बीघा जमीन पर गन्ने की खेती करके हिमांशु नाथ सिंह का कुल सालाना टर्नओवर 1 करोड़ रुपये से ज्यादा है।    UP News

केले की खेती भी करते हैं हिमांशु नाथ सिंह

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक गन्ने के साथ हिमांशु केले की भी खेती करते हैं, जो उनकी आय को बढ़ाता है। मिट्टी की जैव विविधता को भी बेहतर बनाता है। वह अपनी फसलों के साथ आलू, गोभी, फूलगोभी और सरसों जैसी सब्जियों की इंटरक्रॉपिंग भी करते हैं। यह केवल मिट्टी की उर्वरता में सुधार करता है बल्कि आय के अतिरिक्त स्रोत भी प्रदान करता है। वह केले की खेती में भी जैविक उत्पादों का इस्तेमाल करते हैं। इससे फल की क्?वालिटी और मार्केट वैल्यू में बढ़ोतरी होती है।  UP News
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यूपी के इस जिले में 83 हजार लोगों का मुफ्त राशन रुका, जानें वजह

यूपी के इस जिले में 83 हजार लोगों का मुफ्त राशन रुका, जानें वजह
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userचेतना मंच
calendar24 SEPT 2025 11:42 AM
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उत्तर प्रदेश के फर्रुखाबाद जिले के राशन कार्डधारकों के लिए चेतावनी भरी खबर है। उत्तर प्रदेश में जिन लाभार्थियों ने अब तक ई-केवाईसी (ई-केवायसी) प्रक्रिया पूरी नहीं की है, उन्हें इस महीने का मुफ्त राशन नहीं मिलेगा। केवाईसी के चक्कर में उत्तर प्रदेश के इस जिले के 83 हजार से ज्यादा लोगों का राशन रुक गया। उत्तर प्रदेश के इस जिले में कुल 3.52 लाख राशन कार्ड हैं, जिनमें 13,57,852 यूनिट्स दर्ज हैं। इनमें से 11,80,829 यूनिट्स की ई-केवाईसी पूरी हो चुकी है, जबकि 1,77,023 यूनिट्स अब भी अधूरी हैं। अधूरी ई-केवाईसी की वजह से उत्तर प्रदेश के इस शहर में इस महीने 83,930 यूनिट्स का राशन रोक दिया गया है। हालांकि, 5 वर्ष से कम उम्र के बच्चों का राशन अब भी वितरित किया जा रहा है। UP News :

प्रशासन की सख्ती, ई-केवाईसी के निर्देश

प्रशासन ने अपूर्ण ई-केवाईसी जल्द पूरी कराने के निर्देश दिए हैं, ताकि सभी पात्र उपभोक्ताओं को समय पर राशन मिल सके। विभाग ने स्पष्ट किया है कि ई-केवाईसी अधूरी होने वाले सदस्य का राशन ही रोका गया है, बाकी परिवार को उनके हिस्से का राशन मिलता रहेगा। यह नियम पूरे उत्तर प्रदेश में लागू किया गया है। उत्तर प्रदेश के सभी जिलों में प्रशासन ने लोगों यानी लाभार्थियों से ई केवाईसी करवाने की अपील की है।

जिला पूर्ति अधिकारी ने क्या कहा

प्रभारी जिला पूर्ति अधिकारी अनिल कुमार यादव ने बताया कि राशन रोकने के बाद ई-केवाईसी कराने वालों की संख्या प्रतिदिन बढ़ रही है। जिन्होंने इस माह प्रक्रिया पूरी कर ली, उन्हें अगले महीने से राशन मिलने लगेगा। उन्होंने उत्तर प्रदेश के सभी लाभार्थियों से अपील की है कि समय रहते ई-केवाईसी पूरी कर लें, ताकि उनका राशन बाधित न हो। अधूरी ई-केवाईसी की वजह से उत्तर प्रदेश के इस जिला में इस महीने 83,930 यूनिट्स का राशन रोक दिया गया है। UP News
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उत्तर प्रदेश सरकार का बड़ा फैसला, प्रदेश के लाखों युवाओं को होगा फायदा

उत्तर प्रदेश सरकार का बड़ा फैसला, प्रदेश के लाखों युवाओं को होगा फायदा
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calendar24 SEPT 2025 09:36 AM
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उत्तर प्रदेश सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। उत्तर प्रदेश सरकार के इस बड़े फैसले को क्रांतिकारी फैसला बताया जा रहा है। उत्तर प्रदेश सरकार का यह बड़ा फैसला प्रदेश के लाखों युवक तथा युवतियों को फायदा पहुंचाने वाला फैसला है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर यह बड़ा फैसला लिया गया है। उत्तर प्रदेश सरकार का बड़ा फैसला लागू करने की जिम्मेदारी उत्तर प्रदेश सरकार के पिछड़ा वर्ग कल्याण मंत्रालय को सौंपी गई है।  UP News

क्या है उत्तर प्रदेश सरकार का बड़ा फैसला?

उत्तर प्रदेश सरकार का ताजा बड़ा फैसला प्रदेश के युवा वर्ग के लिए है। उत्तर प्रदेश सरकार ने प्रदेश में छात्र तथा छात्राओं के रूप में मौजूद युवा वर्ग के फायदे के लिए बड़ी पहल की है। उत्तर प्रदेश सरकार ने तय किया है कि प्रदेश में जिन छात्र तथा छात्राओं को सरकार छात्रवृत्ति देती है उन्हें उनकी छात्रवृत्ति का भुगतान समय से पूर्व कर दिया जाएगा। इतना ही नहीं प्रदेश सरकार ने यह फैसला भी किया है कि प्रदेश के चार लाख छात्र तथा छात्राओं को एक ही दिन छात्रवृत्ति का भुगतान किया जाएगा। उत्तर प्रदेश सरकार के इस बड़े फैसले को प्रदेश सरकार का क्रांतिकारी कदम बताया जा रहा है।    UP News

उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्री ने दी समय से पहले छात्रवृत्ति देने की जानकारी

उत्तर प्रदेश सरकार के पिछड़ा वर्ग कल्याण एवं दिव्यांग सशक्तीकरण विभाग के मंत्री नरेन्द्र कश्यप ने उत्तर प्रदेश के छात्र तथा छात्राओं को समय से पहले छात्रवृत्ति देने की जानकारी दी है। उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश सरकार ने क्रांतिकारी पहल करते हुए छात्रवृत्ति समय से पहले देने का निर्णय लिया है। उन्होंने बताया कि आगामी 26 सितम्बर को लखनऊ में स्थित इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान के जूपिटर हाल में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की उपस्थिति में प्रदेश के 4 लाख से अधिक छात्र-छात्राओं को छात्रवृत्ति प्रदान की जाएगी। उन्होंने पूर्व में बताया कि पूर्व में छात्रवृत्ति फरवरी-मार्च माह में दी जाती थी, जबकि अब इसे नवरात्र के सितम्बर माह में वितरित किया जा रहा है, जिससे छात्र-छात्राएँ इसका लाभ समय पर उठा सकें। यह छात्र छात्राओं के लिए एक तरह से दीपावली का गिफ्ट भी होगा। 

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उत्तर प्रदेश सरकार 70 लाख युवाओं को देगी छात्रवृत्रि 

उत्तर प्रदेश सरकार के पिछड़ा वर्ग कल्याण मंत्री नरेन्द्र कश्यप ने आगे बताया कि वर्ष-2024 में प्रदेश के पिछड़ा वर्ग, अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के लगभग 59 लाख छात्र-छात्राओं को छात्रवृत्ति मिली थी, जबकि वर्ष 2025 में यह संख्या बढक़र 70 लाख से अधिक हो जायेगी। सरकार द्वारा छात्रवृत्ति का दायरा लगातार बढ़ाया जा रहा है। मंत्री ने कहा कि छात्रों को समय से पूर्व छात्रवृत्ति मिल सके, इसके लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मार्गदर्शन लेकर पिछड़ा वर्ग कल्याण, समाज कल्याण और अल्पसंख्यक कल्याण विभाग ने मिलकर व्यापक रणनीति बनाई।  UP News यही कारण है कि इस बार छात्रवृत्ति का लाभ छात्रों तक नवरात्र में पहुँचेगा। मंत्री कश्यप ने कहा कि छात्रवृत्ति केवल आर्थिक मदद नहीं है, बल्कि यह विद्यार्थियों को उनके सपनों को साकार करने और आत्मनिर्भर बनने की दिशा में प्रेरित करने वाला साधन है। सरकार का स्पष्ट लक्ष्य है कि किसी भी प्रतिभाशाली छात्र-छात्रा की पढ़ाई केवल आर्थिक अभाव के कारण बाधित हो। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि प्रदेश के हर जरूरतमंद विद्यार्थी को समय पर छात्रवृत्ति मिले, ताकि वे बिना किसी चिंता के अपने उज्ज्वल भविष्य की ओर अग्रसर हो सकें।   UP News