UP News : माफिया अतीक अहमद की हत्या के बाद अब प्रवर्तन निदेशालय उसकी अवैध सम्पत्तियों को चिन्हित कर रही है। अभी तक ED ने लखनऊ, प्रयागराज और नोएडा की 100 करोड़ से ज्यादा की बेनामी संपत्तियों को तलाश चुकी है। जिन्हें जल्द ही मनी लॉड्रिंग के तहत अटैच कर दिया जाएगा। बता दें कि इन संपतियों के बारे में ईडी को उसके क़रीबियों के घर छापेमारी के दौरान पता चला था।
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तीन ज़िलों में सौ करोड़ से ज़्यादा की सम्पत्ति चिन्हित
राजस्व विभाग से ईडी संपत्तियों का सत्यापन करा रही है। प्रयागराज में चिन्हित संपत्ति की कीमत 50 करोड़, लखनऊ की 20 करोड़ से ज्यादा की सम्पत्ति और नोएडा में चिन्हित संपत्ति की क़ीमत 30 करोड़ से ज्यादा की बताई जा रही है। फ़िलहाल अतीक की हत्या के बाद माफिया की नामी-बेनामी संपत्तियों का लेखा-जोखा एजेंसियां तैयार रही हैं। पुलिस, प्रशासन और ईडी को अदालत में अतीक़ उसके परिवार, आईएस-227 गैंग मेम्बरों की नामी बेनामी संपत्तियों का ब्योरा देना है।
क़रीबियों के नाम कराता था सम्पत्ति
करोड़ों की संपत्तियां अतीक़ अपने गैंग मेम्बर, नौकर, एकाउंट से जुड़े सदस्यों और पुराने जानकारों के नाम करा देता था, ताकि उस पर सवाल ना उठे। अतीक़ की काली कमाई नेता, डॉक्टर, वकील, होटल कारोबारी और ठेकेदारों के नाम पर दर्ज है। माफिया के घरवालों के पास महज 30 फीसदी संपत्तियों की ही वसीयत है। ज़िस राजनीतिक दल के नेताओं से अतीक़ अहमद की अच्छी दोस्ती थी, उनके प्रॉपर्टी और धंधे में अतीक ने करोड़ों रुपये लगाए। ज़िस ज़िले में अतीक गया वहां के लोगों को पार्टनर बनाकर अतीक़ ने संपत्ति खरीदी।