Sunday, 19 May 2024

बड़ी खबर : प्रशांत कुमार बने UP के कार्यवाहक DGP, पुलिस को नहीं मिला पूर्णकालिक मुखिया

UP News : उत्तर प्रदेश को एक बार फिर कार्यवाहक DGP मिला है। उत्तर प्रदेश के डीजीपी विजय कुमार बुधवार…

बड़ी खबर : प्रशांत कुमार बने UP के कार्यवाहक DGP, पुलिस को नहीं मिला पूर्णकालिक मुखिया

UP News : उत्तर प्रदेश को एक बार फिर कार्यवाहक DGP मिला है। उत्तर प्रदेश के डीजीपी विजय कुमार बुधवार 31 जनवरी को सेवानिवृत्त हो गए। उनके स्थान पर एडीजी कानून व्यवस्था के पद पर तैनात IPS अधिकारी प्रशांत कुमार को प्रदेश सरकार ने UP पुलिस का कार्यवाहक DGP बनाया है। राज्य सरकार ने प्रदेश में लगातार चौथे कार्यवाहक डीजीपी की नियुक्ति की है।

UP News in hindi

प्रदेश की योगी सरकार ने आज यूपी पुलिस की कमान एडीजी कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार को सौंप दी है। उन्हें यूपी पुलिस का कार्यवाहक डीजीपी नियुक्त किया गया है। डीजीपी की रेस में वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी डीजी सीबीसीआईडी आनंद कुमार, डीजी कारागार एसएन साबंत, डीजी भर्ती बोर्ड रेणुका मिश्रा शामिल थे।

प्रदेश को मिला चौथा कार्यवाहक डीजीपी

आपको बता दें कि योगी सरकार में इससे पहले आईपीएस अधिकारी डीएस चौहान, आर.के. विश्वकर्मा और विजय कुमार को कार्यवाहक डीजीपी बनाया जा चुका है। यूपी पुलिस को अभी भी कार्यवाहक डीजीपी से काम चलाना पड़ रहा है। आपको बता दें कि चेतना मंच ने पहले ही यह संभावना जताई थी कि उत्तर प्रदेश को एक बार फिर कार्यवाहक डीजीपी मिलेगा।

वर्ष 2018 से शुरू हुआ यूपी में कार्यवाहक पुलिस महानिदेशक (DGP) का सिलसिला एक बार फिर जारी रहेगा। लखनऊ में उत्तर प्रदेश सरकार ने फैसला कर लिया है कि एक बार फिर से उत्तर प्रदेश में काम चलाऊ कार्यवाहक DGP से ही काम चलाया जाएगा।

कौन है IPS प्रशांत कुमार

डीजीपी लॉ एंड ऑर्डर के प्रमोशन का आदेश यूपी की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल की ओर से जारी हुआ है जिसका कार्यकाल मई 2025 तक रहेगा। प्रशांत कुमार 1990 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं। वह मेरठ के ADG के रूप में भी अपना कार्यभार संभाल चुके हैं। प्रशांत के बहादुरी भरे कामों के लिए उन्हें तीन बार पुलिस पदक भी मिल चुका है। उन्हें 2020 और 2021 में वीरता पुरस्कार से नवाजा गया था।

300 से ज्यादा कर चुके हैं एनकाउंटर
बता दें, अंतरराज्यीय गैंगस्टर शिव शक्ति नायडू के एनकाउंटर के लिए उनको पुलिस पदक से सम्मानित किया गया था। योगी सरकार ने UP में अपराधियों पर नकेल कसने के लिए प्रशांत कुमार का चयन एडीजी पद के लिए किया था। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार वे अब तक 300 से ज्यादा एनकाउंटर कर चुके हैं।

2018 से काम चलाऊ डीजीपी के बलबूते पर है प्रदेश

आपको बता दें कि वर्ष 2018 से ही उत्तर प्रदेश में काम चलाऊ कार्यवाहक डीजीपी से काम चलाया जा रहा है। पिछले 6 साल की सिलसिलेवार बात करें तो 16 अप्रैल 2017 को प्रदेश में जावीद अहमद को हटाकर सुलखान सिंह को डीजीपी बनाया गया। सुलखान सिंह इसी साल सितंबर में रिटायर हो रहे थे, लेकिन रिटायरमेंट से पहले उन्हें 3 महीने का एक्सटेंशन दिया गया और उनका कार्यकाल 31 दिसंबर तक हो गया। दिसंबर में ही यूपी सरकार ने केंद्र को पैनल भेजा, जिसमें सीआईएसएफ के डीजी रहे ओपी सिंह का नाम सामने आया। ओपी सिंह को ज्वाइन करने में करीब 20 दिन का समय लग गया, तब तक एडीजी लॉ एंड ऑर्डर आनंद कुमार ने कार्यवाहक डीजीपी के तौर पर जिम्मेदारी संभाली।

22 जनवरी 2018 को ओपी सिंह ने कार्यभार संभाला। ओपी सिंह यूपी में दो साल तक डीजीपी रहे, वह 31 जनवरी 2020 को रिटायर हुए। इसके बाद फिर से प्रदेश में डीजीपी की खोज शुरू हुई तब तक हितेश चंद्र अवस्थी को कार्यवाहक डीजीपी बना दिया गया। आखिरकार 4 मार्च को हितेश चंद्र अवस्थी ही फुल टाइम डीजीपी बने। वह भी करीब एक साल से ज्यादा इस पद पर रहे और 30 जून 2021 को रिटायर हो गए।

3 कामचलाऊ डीजीपी

फिर मुकुल गोयल डीजीपी बने, लेकिन साल भर बाद 11 मई 2022 को मुकुल गोयल को हटा दिया गया और 13 मई को देवेंद्र सिंह चौहान को कार्यवाहक डीजीपी बना दिया गया। धीरे-धीरे 2023 आ गया और मार्च में डीएस चौहान भी कार्यवाहक डीजीपी ही रहते हुए रिटायर हो गए। उनके रिटायरमेंट के बाद भी डीजीपी के लिए कोई उचित चेहरा नहीं मिला और आरके विश्वकर्मा को कार्यवाहक डीजीपी बनाया गया। दो महीने बाद ही 31 मई 2023 को आरके विश्वकर्मा रिटायर हो गए। इसके बाद एक जून 2023 को डीजी विजिलेंस विजय कुमार को कार्यवाहक डीजीपी बना दिया गया। वह दोनों पद की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं।

नोएडा NCR में बसाए जाएंगे चार नए आधुनिक शहर, जानें क्या होगा रेट

देश विदेश  की खबरों से अपडेट रहने लिए चेतना मंच  के साथ जुड़े रहें।

देश-दुनिया की लेटेस्ट खबरों से अपडेट रहने के लिए हमें  फेसबुक  पर लाइक करें या  ट्विटर  पर फॉलो करें।

Related Post