उत्तर प्रदेश के करोडों के प्रोजेक्ट को मिली मंजूरी

उत्तर प्रदेश के करोडों के प्रोजेक्ट को मिली मंजूरी
locationभारत
userचेतना मंच
calendar07 OCT 2025 05:23 AM
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उत्तर प्रदेश में मकान की बढ़ती कीमतों के बीच आम आदमी को राहत देने वाली एक बड़ी खबर सामने आई है। उत्तर प्रदेश रियल एस्टेट रेगुलेटरी अथॉरिटी (UP-RERA) ने हाल ही में 8 नई रियल एस्टेट परियोजनाओं को हरी झंडी दे दी है। कुल ₹1,948 करोड़ के निवेश वाली इन योजनाओं से न केवल आवास और दुकानों की सुविधा बढ़ेगी बल्कि हजारों लोगों को रोजगार के अवसर भी मिलेंगे। UP News 

3,000 से ज्यादा यूनिट्स

UP-RERA द्वारा मंजूर की गई इन परियोजनाओं के तहत 3,005 नई आवासीय और वाणिज्यिक यूनिट्स का निर्माण होगा। इनमें फ्लैट्स, अपार्टमेंट्स, विला, प्लॉट्स और दुकानें शामिल हैं जो अलग-अलग आय वर्ग के लोगों की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए डिजाइन की गई हैं। इससे खासतौर पर मध्यम वर्ग और निम्न आय वर्ग के लोगों को किफायती आवास मिलने की उम्मीद जगी है।

लखनऊ, नोएडा से लेकर झांसी तक फैले प्रोजेक्ट्स

UP-RERA के चेयरमैन संजय भूसरेड्डी ने जानकारी दी कि इन 8 प्रोजेक्ट्स में सबसे ज्यादा तीन लखनऊ में हैं। इसके अलावा प्रयागराज, आगरा, झांसी, नोएडा और फिरोजाबाद में एक-एक प्रोजेक्ट को मंजूरी दी गई है। खासतौर पर नोएडा का एस्टेक रेजिडेंशियल प्रोजेक्ट एनसीआर क्षेत्र में आवास की बढ़ती मांग को पूरा करने में अहम भूमिका निभाएगा।

रियल एस्टेट से जुड़े उद्योगों को मिलेगा बूस्ट

इन परियोजनाओं में होने वाला भारी निवेश केवल घरों तक सीमित नहीं रहेगा बल्कि यह राज्य की आर्थिक सेहत को भी मजबूती देगा। निर्माण क्षेत्र के साथ-साथ सीमेंट, स्टील, टाइल्स, पेंट, फर्नीचर, होम डेकोर, इलेक्ट्रॉनिक्स और फाइनेंशियल सर्विसेस जैसे सहायक उद्योगों में भी प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार के अवसर पैदा होंगे।

सितंबर में भी मिली थी बड़ी मंजूरी

गौरतलब है कि यह पहली बार नहीं है जब RERA ने बड़े पैमाने पर प्रोजेक्ट्स को मंजूरी दी है। सितंबर 2025 में भी प्राधिकरण ने ₹7,035 करोड़ के 21 प्रोजेक्ट्स को क्लियर किया था जिनके तहत पूरे राज्य में 10,866 आवासीय और कमर्शियल यूनिट्स बनाने की योजना थी।

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हर वर्ग को मिलेगा फायदा

नए प्रोजेक्ट्स को लगातार दी जा रही मंजूरियों से साफ है कि UP-RERA राज्य के रियल एस्टेट सेक्टर को नियमबद्ध, पारदर्शी और तेज गति से विकसित करने के लिए प्रतिबद्ध है। इससे विभिन्न आय वर्ग के लोगों को समय पर, सुरक्षित और वैध आवास की सुविधा मिलेगी साथ ही उत्तर प्रदेश के शहरीकरण और आर्थिक विकास को भी गति मिलेगी। UP News 
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यूपी का ये जिला कहलाता है 'नदियों का शहर', बहती हैं कुल 17 नदियां!

यूपी का ये जिला कहलाता है 'नदियों का शहर', बहती हैं कुल 17 नदियां!
locationभारत
userचेतना मंच
calendar06 OCT 2025 01:57 PM
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उत्तर प्रदेश में नदियों का खास महत्व है। गंगा और यमुना जैसी पवित्र नदियों के अलावा कई छोटी-बड़ी नदियां प्रदेश के जीवन और संस्कृति में योगदान देती हैं। उत्तर प्रदेश का आजमगढ़ जिला ऐसा है, जहां कुल 17 नदियां बहती हैं और इसके तीन संगम भी हैं। इस तरह उत्तर प्रदेश में सबसे ज्यादा नदियों वाला शहर है आजमगढ़। UP News :

आजमगढ़ जिले को कहा जाता है 'नदियों का शहर'

आजमगढ़ जिले को 'नदियों का शहर' कहा जाता है। यहां बहने वाली प्रमुख नदियों में घाघरा, तमसा और छोटी सरयू शामिल हैं। इसके अलावा जिले में मंगई, भैसही, ओरा, बगाड़ी, गांगी, मंझुई, उदन्ती, कुंवर, सीलनी और बेस जैसी नदियां भी बहती हैं। इन नदियों का ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व भी है। हालांकि, संरक्षण की कमी के कारण कई नदियां और प्राकृतिक जल स्रोत अपने अस्तित्व को खोने के कगार पर हैं।

भूगोल और सीमाएं

आजमगढ़ जिला तमसा नदी के किनारे बसा हुआ है और घाघरा नदी के दक्षिण में स्थित है। इसकी सीमाएं इस प्रकार हैं: * पूरब में मऊ * पश्चिम में सुल्तानपुर * उत्तर में गोरखपुर * दक्षिण-पूर्व में गाजीपुर * दक्षिण-पश्चिम में जौनपुर

जनसंख्या और लिंगानुपात

साल 2011 की जनगणना के अनुसार, आजमगढ़ की कुल जनसंख्या 46,13,913 थी, जिसमें पुरुषों की संख्या 22,85,000 और महिलाओं की संख्या 23,28,000 थी। यहां महिलाओं की संख्या पुरुषों से अधिक है और लिंगानुपात 1019 है। आजमगढ़ पौराणिक स्थलों, ऋषि-मुनियों और साहित्यिक इतिहास के लिए भी जाना जाता है। जिले की नदियां न केवल कृषि और जल आपूर्ति के लिए महत्वपूर्ण हैं, बल्कि सांस्कृतिक और धार्मिक आयोजनों का भी केंद्र हैं। UP News
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यूपी के इन दो जिलों में बिछेगा उद्योग का जाल! 1 लाख से ज्यादा लोगों को मिलेगा रोजगार

यूपी के इन दो जिलों में बिछेगा उद्योग का जाल! 1 लाख से ज्यादा लोगों को मिलेगा रोजगार
locationभारत
userचेतना मंच
calendar06 OCT 2025 01:19 PM
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उत्तर प्रदेश की योगी सरकार प्रदेश को टेक्सटाइल हब बनाने की दिशा में तेजी से काम कर रही है। इसके तहत उत्तर प्रदेश के लखनऊ और हरदोई में पीएम मित्र पार्क परियोजना विकसित की जाएगी। उत्तर प्रदेश की इस परियोजना से करोड़ों रुपये का निवेश आएगा और एक लाख से ज्यादा लोगों को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार के अवसर मिलेंगे। UP News :

उत्तर प्रदेश को टेक्सटाइल उद्योग का नया केंद्र बनाने की तैयारी

हैंडलूम एवं टेक्सटाइल विभाग की ओर से अब तक 95 औद्योगिक इकाइयों के साथ समझौते (एमओयू) किए जा चुके हैं। इनमें देश-विदेश की कई बड़ी और नामी कंपनियां शामिल हैं, जो उत्तर प्रदेश को टेक्सटाइल उद्योग का नया केंद्र बनाने में मदद करेंगी। पार्क के संचालन और प्रबंधन के लिए पीएम मित्र पार्क उत्तर प्रदेश लिमिटेड नामक एक विशेष प्रयोजन वाहन का गठन किया गया है। इसमें योगी सरकार की 51% हिस्सेदारी और केंद्र सरकार की 49% हिस्सेदारी होगी।

प्रमुख निवेशक और उनके यूनिट्स

* आदित्य बिरला ग्रुप - 30 एकड़ में स्पिनिंग और वीविंग यूनिट * जीईएसएल स्पिनर्स - 20 एकड़ में टेक्निकल टेक्सटाइल यार्न यूनिट * अजूल डेनिमकार्ट - 15 एकड़ में डेनिम फैब्रिक यूनिट * एसएवीएम इंक डी - 25 एकड़ में गारमेंट मैन्युफैक्चरिंग * जियोसिस इंडिया - 25 एकड़ में जियोग्रिड टेक्निकल टेक्सटाइल्स * टीटी लिमिटेड - 5 एकड़ में गारमेंट यूनिट * आरजीआइ मेडिटेक - 2.5 एकड़ में सैनिटरी नैपकिन और डायपर्स यूनिट * वीडी ग्रुप - 10 एकड़ में पालीप्रोपिलीन फैब्रिक यूनिट * माराल ओवरसीज - 5 एकड़ में गारमेंट मैन्युफैक्चरिंग

महत्व और लाभ

* परियोजना से लखनऊ और हरदोई में टेक्सटाइल उद्योग को मजबूती मिलेगी। * प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार के कम से कम 1 लाख अवसर सृजित होंगे। * बड़ी कंपनियों की मौजूदगी से प्रदेश में निवेश का माहौल सुधरेगा और आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा। * राज्य में टेक्सटाइल और गारमेंट सेक्टर के लिए उच्च गुणवत्ता वाली उत्पादन सुविधाएं उपलब्ध होंगी। पीएम मित्र पार्क परियोजना उत्तर प्रदेश को देश के टेक्सटाइल उद्योग का नया केंद्र बनाने में अहम भूमिका निभाएगी। निवेश, रोजगार और औद्योगिक विकास के साथ-साथ यह राज्य की आर्थिक मजबूती और युवाओं के लिए अवसरों का द्वार भी खोलेगी। UP News