Friday, 15 November 2024

Chardham Yatra- खराब मौसम चार धाम यात्रा को कर रहा बाधित, 41 लोगों की मौत

Chardham Yatra- उत्तराखंड (Uttarakhand Weather) में हुई बारिश की वजह से चार धाम की यात्रा को रोक दिया गया था।…

Chardham Yatra- खराब मौसम चार धाम यात्रा को कर रहा बाधित, 41 लोगों की मौत

Chardham Yatra- उत्तराखंड (Uttarakhand Weather) में हुई बारिश की वजह से चार धाम की यात्रा को रोक दिया गया था। आज सुबह से बद्रीनाथ की यात्रा फिर से शुरू कर दी गई है। परंतु अभी भी केदारनाथ की यात्रा संचालित नहीं हो पाई है।

दरअसल सोमवार रात को हुई मूसलाधार बारिश की वजह से जगह-जगह भूस्खलन होना शुरू हो गया था इस वजह से बद्रीनाथ की यात्रा को रोक दिया गया था, परंतु मंगलवार की सुबह यात्रा फिर से शुरू कर दी गई, जबकि केदारनाथ के पैदल मार्ग पर गौरीकुंड में यात्रा अभी भी बाधित है। यात्रा को तय करने के लिए श्रद्धालुओं को लंबी लाइन से होकर गुजरना पड़ रहा है।

उत्तराखंड के चमोली में भी सोमवार रात मूसलाधार बारिश हुई जिसकी वजह से बद्रीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग (Badrinath national highway) पर भूस्खलन होने की वजह से यात्रा को रोक दिया गया था। बद्रीनाथ की यात्रा के लिए निकले श्रद्धालुओं को पांडुकेश्वर, जोशीमठ, पीपलकोटी, चमोली और गोचर में रोका गया था।

अब तक कितने श्रद्धालु कर चुके हैं दर्शन?

चार धाम की यात्रा (Chardham Yatra) पर निकले श्रद्धालुओं की भीड़ जबरदस्त है। इस वर्ष केदारनाथ और बद्रीनाथ (Kedarnath temple and badrinath dham) में दर्शन के लिए श्रद्धालुओं की लंबी लाइनें लगी हुई है। अब तक जो आंकड़े सामने आए हैं उनके अनुसार 8 मई को कपाट खुलने के बाद से अब तक बद्रीनाथ में 176463 श्रद्धालु दर्शन कर चुके हैं, जबकि केदारनाथ में 6 मई को कपाट खुलने के बाद से अब तक 213640 श्रद्धालुओं ने दर्शन कर लिया है। चार धाम की यात्रा में श्रद्धालुओं की बढ़ती हुई संख्या को देखते हुए सरकार ने अब भीड़ को नियंत्रण में लाने के लिए प्रतिदिन के हिसाब से श्रद्धालुओं की संख्या निर्धारित कर दी है। अब सरकार ने बद्रीनाथ में प्रतिदिन 16000, केदारनाथ में 13000, गंगोत्री ने 8000 और यमुनोत्री में 5000 श्रद्धालुओं की संख्या दर्शन के लिए निर्धारित की है।

विभिन्न कारणों से 41 श्रद्धालुओं की हुई मृत्यु –

चार धाम की यात्रा (Chardham Yatra) पर निकले श्रद्धालुओं मैं से 41 श्रद्धालुओं की विभिन्न कारणों से मृत्यु हो गई है। बताया जा रहा है कि केदारनाथ यात्रा (Kedarnath Yatra) के दौरान 15 श्रद्धालुओं की मौत हुई, जबकि यमुनोत्री यात्रा के दौरान 14 श्रद्धालुओं की और बद्रीनाथ यात्रा (Badrinath Yatra) में 8 व गंगोत्री यात्रा के दौरान 4 श्रद्धालुओं की मौत हो गई है।

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श्रद्धालुओं की मृत्यु की वजह अलग-अलग बताई जा रही है। जो रिपोर्ट सामने आई है उसके मुताबिक किसी श्रद्धालु की मृत्यु हृदय संबंधित बीमारी की वजह से तो किसी की हाई ब्लड प्रेशर (High Blood pressure) की वजह से हुई है। श्रद्धालुओं की मौत के बढ़ते हुए आंकड़े को देखते हुए प्रशासन की तरफ से यह निर्देश जारी किया गया है कि जिन श्रद्धालुओं को स्वास्थ्य संबंधित समस्याएं हैं वो यात्रा न करें।

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