Uttarakhand News : दलितों का प्रवेश रोकने पर मंदिर पर बुलडोजर चलाने की धमकी पर बवाल

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Uproar over the threat of bulldozers on the temple for stopping the entry of Dalits
locationभारत
userचेतना मंच
calendar17 Jan 2023 03:32 PM
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उत्तरकाशी। उत्तराखंड में करणी सेना के नेतृत्व में ग्रामीणों के एक समूह ने मोरी बाजार में एक विरोध मार्च निकाला और भीम आर्मी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मनजीत सिंह नौटियाल को उनके उस बयान के लिए गिरफ्तार करने की मांग की, जिसमें दलितों को प्रवेश करने से रोकने पर एक मंदिर पर बुलडोजर चलाने की धमकी दी गई थी।

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पुलिस क्षेत्राधिकारी एसएस भंडारी ने बताया कि करणी सेना के नेता ठाकुर शक्ति सिंह के नेतृत्व में मोरी बाजार में निकाले गए विरोध मार्च में लोगों ने नौटियाल के खिलाफ नारेबाजी की। उन्होंने नौटियाल पर धार्मिक भावनाओं को आहत करने तथा क्षेत्र में शांति भंग करने की कोशिश करने का आरोप लगाते हुए उनकी गिरफ्तारी की मांग की। नौटियाल ने उस व्यक्ति के परिवार से मुलाकात की थी, जिसे हाल ही में सलरा गांव में एक मंदिर में प्रवेश करने के लिए उच्च जाति के पुरुषों द्वारा जलती हुई लाठी से बेरहमी से पीटा गया था।

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घायल दलित युवक के परिवार के सदस्यों के साथ मुलाकात में नौटियाल ने कहा था कि अगर समुदाय के लोगों को मंदिर में प्रवेश करने से रोका गया तो वह मंदिर पर बुलडोजर चलाएंगे। देशदुनिया की लेटेस्ट खबरों से अपडेट रहने के लिए हमेंफेसबुकपर लाइक करें याट्विटरपर फॉलो करें। News uploaded from Noida
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Uttrakhand: अवैध धर्मांतरणः कार्यक्रम के आयोजकों से भिड़े ग्रामीण

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Uttrakhand News
locationभारत
userचेतना मंच
calendar02 Dec 2025 04:22 AM
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Uttrakhand: उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले के देवढंग में एक कार्यक्रम के आयोजकों पर ग्रामीणों ने अवैध धर्मांतरण का आरोप लगाया और आयोजकों के साथ उनकी झड़प हुई। कार्यक्रम में ईसाई धर्म के धर्मगुरु शामिल हुए थे। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।

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मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रविवार को कहा कि जबरन धर्म परिवर्तन कराने वाले लोगों से सख्ती से निपटने के लिए राज्य सरकार धर्म की स्वतंत्रता (संशोधन) अधिनियम लाई है। उन्होंने एक समारोह से इतर संवाददाताओं से कहा कि इस विशेष मामले में कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

पुरोला के उपसंभागीय मजिस्ट्रेट (एसडीएम) जितेंद्र कुमार ने बताया कि घटना की सूचना शुक्रवार को मिली। उन्होंने कहा, ‘‘ग्रामीणों ने क्षेत्र में एक कार्यक्रम में सामूहिक धर्मांतरण की शिकायत की है। हमारे पास जानकारी है कि ग्रामीणों और कार्यक्रम के आयोजकों के बीच मामूली झड़प भी हुई थी। मामले की जांच की जा रही है।’’

दक्षिणपंथी हिंदू संगठनों ने एसडीएम कार्यालय पर प्रदर्शन कर आरोप लगाया कि ईसाई मिशनरी नेपाल से उत्तरकाशी आने वाले लोगों को प्रलोभन देकर धर्म परिवर्तन करा रहे हैं। उन्होंने कार्रवाई की मांग को लेकर राज्यपाल गुरमीत सिंह को संबोधित एक ज्ञापन भी सौंपा।

राज्यपाल ने हाल में 30 नवंबर को राज्य विधानसभा द्वारा पारित धर्म की स्वतंत्रता (संशोधन) विधेयक को अपनी मंजूरी प्रदान की, जिसमें गैरकानूनी धर्मांतरण को एक संज्ञेय और गैर-जमानती अपराध के रूप में अधिकतम 10 साल के कारावास के साथ दंडनीय अपराध बनाया गया है।

मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि धर्म की स्वतंत्रता (संशोधन) अधिनियम लाने का एकमात्र उद्देश्य उन लोगों से सख्ती से निपटना है, जो जबरन धर्मांतरण में लिप्त हैं। उन्होंने कहा, ‘‘हम लोगों को डरा-धमकाकर या लालच देकर जबरन धर्मांतरण कराने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के लिए केवल एक सख्त धर्मांतरण विरोधी कानून लाए हैं। इस विशेष मामले में भी हम कड़ी कार्रवाई करेंगे।’’

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Char Dham Project: डबल लेन तक चौड़ी होंगी चारधाम परियोजना की सड़कें, SC ने दी मंजूरी

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उत्‍तराखंड में बन रही है चारधाम प्रोजेक्‍ट के तहत सड़कें. (pc- twitter)
locationभारत
userचेतना मंच
calendar30 Nov 2025 09:13 PM
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नई दिल्ली. उत्‍तराखंड (Uttarakhand) में चारधाम परियोजना (Char Dham Project) के तहत बन रही सड़कों को अब डबल लेन करने का रास्‍ता साफ हो गया है। सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) ने मंगलवार को सुनवाई के दौरान सड़कों के चौड़ीकरण की अनुमति दे दी है। जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ की अध्यक्षता वाली पीठ ने मंगलवार को यह फैसला सुनाया है. इसके साथ ही पीठ ने चारधाम परियोजना (Char Dham Project) के बारे में सीधे जानकारी प्राप्त करने के लिए पूर्व जस्टिस एके सीकरी की अध्यक्षता में निरीक्षण समिति का भी गठन किया है। इस नई निगरानी समिति को लेकर सुप्रीम कोर्ट का कहना है कि इसे रक्षा मंत्रालय, सड़क परिवहन मंत्रालय, उत्तराखंड सरकार और सभी जिलाधिकारियों का पूरा सहयोग प्राप्त होगा। 900 किलोमीटर लंबी चारधाम सड़क परियोजना (Char Dham Project) की लागत करीब 12 हजार करोड़ रुपये का अनुमान है। इस परियोजना का उद्देश्य उत्तराखंड के चार धामों यमुनोत्री, गंगोत्री, केदारनाथ और बद्रीनाथ को ऑल वेदर रोड के जरिये जोड़ना है। इन सड़कों के जरिये किसी भी मौसम में आया जाया जा सकता है। इस प्रोजेक्ट की आधारशिला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिसंबर 2016 में रखी थी. इसमें यात्रा मार्ग ऋषिकेश से आरम्भ होंगे और चारों धामों तक जाएंगे। पहला रास्ता, ऋषिकेश से निकलेगा, जो धारासु नाम की जगह तक जाएगा. दूसरा धारासु से एक रास्ता यमुनोत्री और दूसरा गंगोत्री जाएगा। तीसरा, यह रास्ता भी ऋषिकेश से शुरू होगा और रुद्रप्रयाग तक जाएगा। रुद्रप्रयाग से एक रास्ता केदारनाथ के लिए गौरीकुंड तक निकल जाएगा। चौथा, रुद्रप्रयाग से एक रास्ता आगे बद्रीनाथ के लिए माना गांव तक जाएगा. साथ ही टनकपुर से पिथौरागढ़ के रास्ते को हाइवे में बदला जा रहा है।