सुरक्षा के घेरे में संभल, बरसी पर संभल में धारा 163 लागू
इस एक साल में पुलिस-प्रशासन ने कानून व्यवस्था को मजबूत करने के लिए बड़े पैमाने पर कार्रवाई की—अपराधियों की गिरफ्तारी से लेकर अवैध कब्जों के खिलाफ अभियान और शहर के धार्मिक-ऐतिहासिक महत्व को पुनः स्थापित करने तक कई अहम कदम उठाए गए।

संभल में 24 नवंबर 2024 को जामा मस्जिद परिसर में एडवोकेट कमीशन सर्वे के दौरान हुई हिंसा को आज एक साल पूरा हो गया है। बरसी के मौके पर पूरा शहर किले में तब्दील नजर आया। पुलिस और प्रशासन ने हाई अलर्ट घोषित कर दिया है। त्रिस्तरीय सुरक्षा, आरएएफ–पीएसी की तैनाती और 250 से अधिक सीसीटीवी कैमरों के जरिए चप्पे-चप्पे पर निगरानी रखी जा रही है।
हाई अलर्ट पर संभल: त्रिस्तरीय सुरक्षा तैनात
बरसी पर शहर में धारा 163 लागू है। सेक्टर मजिस्ट्रेट, आरएएफ, पीएसी और सशस्त्र बलों की विशेष तैनाती की गई है। मकसद है किसी भी अप्रिय घटना को रोकना और पूरी तरह शांतिपूर्ण माहौल बनाए रखना। मिश्रित आबादी वाले इलाकों में विशेष सतर्कता बरती जा रही है।
250 हाईटेक सीसीटीवी कैमरों से निगरानी
सेफ सिटी प्रोजेक्ट के तहत लगाए गए 250 से ज्यादा कैमरों की निगरानी जामा मस्जिद के सामने सत्यव्रत पुलिस चौकी बने इंटीग्रेटेड कंट्रोल रूम से की जा रही है। प्रशासन का कहना है कि इससे सुरक्षा पूर्व की तुलना में काफी मजबूत हुई है।
हिंसा के 12 मुकदमे, 133 आरोपी जेल में, चार्जशीट दाखिल
दिल दहला देने वाली हिंसा के बाद कुल 12 मुकदमे दर्ज हुए थे। सपा सांसद जियाउर्रहमान बर्क सहित ढाई हजार से ज्यादा लोगों पर एफआईआर दर्ज की गई थी। अब तक 133 आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। सभी के खिलाफ चार्जशीट दाखिल हो चुकी है और मामलों की सुनवाई जारी है। वहीं सुहैल इकबाल को जांच में क्लीन चिट मिली है।
हिंसा का मास्टरमाइंड दुबई में — शारिक साठा गैंग पर शिकंजा
जांच में सामने आया कि संभल हिंसा का मास्टरमाइंड दुबई में बैठे कुख्यात अपराधी शारिक साठा का गैंग था। साठा गैंग के तीन सदस्य गुलाम, मुल्ला अफरोज और वारिस गिरफ्तार कर जेल भेजे जा चुके हैं। मुल्ला अफरोज पर एनएसए भी लगाया गया है। पुलिस अब इंटरपोल के जरिए साठा को भारत लाने की तैयारी कर रही है।
एक साल में बड़ा बदलाव: 37 नई चौकियां, 5 बॉर्डर चेक पोस्ट
घटना के बाद कानून व्यवस्था मजबूत करने के लिए जिले में 37 नई पुलिस चौकियां और 5 बॉर्डर आउट पोस्ट बनवाई गईं। जामा मस्जिद के सामने हाईटेक सत्यव्रत चौकी और हिन्दुपुरा खेड़ा चौकी इसका उदाहरण हैं। सीमाओं को सील करने का विस्तृत प्लान भी तैयार है।
दो नए थाने — कानून व्यवस्था और मजबूत
रायसत्ती और बबराला के रूप में संभल को दो नए थाने भी मिले हैं। इन स्थानों पर अत्याधुनिक सीसीटीवी, नंबर प्लेट स्कैनर और पीटीजेड कैमरे लगाए गए हैं।
एटीएस की तैनाती — आतंकी कनेक्शन की जांच तेज
हिंसा के दौरान पाकिस्तान ऑर्डिनेंस फैक्ट्री के कारतूस मिलने के बाद एटीएस को भी संभल में तैनात किया गया है। एटीएस का अस्थायी दफ्तर सत्यव्रत चौकी में ही संचालित हो रहा है, जहां से संदिग्ध आतंकी कनेक्शन की जांच जारी है।
85 देव तीर्थ और कूप अतिक्रमण मुक्त
प्रशासन ने धार्मिक और ऐतिहासिक धरोहरों को पहचानकर 87 में से 85 तीर्थों और पुराने कूपों को अतिक्रमण मुक्त कराया है। कार्तिकेय महादेव मंदिर और कूप की जमीन भी मुक्त कराई गई है।
419 करोड़ का प्रोजेक्ट — अयोध्या की तर्ज पर होगा संभल का विकास
संभल को तीर्थ नगरी के रूप में विकसित करने की योजना शुरू हो चुकी है। 24 कोसीय परिक्रमा मार्ग को भव्य रूप देने के लिए 419 करोड़ का प्रोजेक्ट मंजूर किया गया है।
बुलडोजर एक्शन— 87 हेक्टेयर सरकारी जमीन कब्जामुक्त
हिंसा के बाद से लगातार चल रहे बुलडोजर एक्शन में मस्जिदों, मजारों, मैरिज हॉल और कब्रिस्तानों पर बने अवैध निर्माण ध्वस्त कर 87 हेक्टेयर जमीन वापस सरकारी कब्जे में ली गई।
170 करोड़ की बिजली चोरी रोकी गई
मस्जिदों और मदरसों तक में छापेमारी में बिजली चोरी का बड़ा नेटवर्क पकड़ा गया। 12 करोड़ का जुर्माना लगाया गया और अब तक 170 करोड़ की संभावित चोरी को रोका गया है।
प्रशासन बोला — शांति बहाल, सुरक्षा सुदृढ़
डीएम और एसपी दोनों का कहना है कि पिछले एक साल में शहर में पूरी शांति रही है। सुरक्षा व्यवस्था को इतनी मजबूती इसलिए दी गई है ताकि भविष्य में कोई भी घटना दोबारा न हो।
संभल— बदलते स्वरूप की ओर
हिंसा के बाद संभल में बड़े स्तर पर सुरक्षा, धार्मिक पुनर्स्थापन और विकास कार्य शुरू हुए हैं। प्रशासन का दावा है कि यह अभियान ‘संवरता संभल—बदलता संभल’ को तेज गति दे रहा है।
संभल में 24 नवंबर 2024 को जामा मस्जिद परिसर में एडवोकेट कमीशन सर्वे के दौरान हुई हिंसा को आज एक साल पूरा हो गया है। बरसी के मौके पर पूरा शहर किले में तब्दील नजर आया। पुलिस और प्रशासन ने हाई अलर्ट घोषित कर दिया है। त्रिस्तरीय सुरक्षा, आरएएफ–पीएसी की तैनाती और 250 से अधिक सीसीटीवी कैमरों के जरिए चप्पे-चप्पे पर निगरानी रखी जा रही है।
हाई अलर्ट पर संभल: त्रिस्तरीय सुरक्षा तैनात
बरसी पर शहर में धारा 163 लागू है। सेक्टर मजिस्ट्रेट, आरएएफ, पीएसी और सशस्त्र बलों की विशेष तैनाती की गई है। मकसद है किसी भी अप्रिय घटना को रोकना और पूरी तरह शांतिपूर्ण माहौल बनाए रखना। मिश्रित आबादी वाले इलाकों में विशेष सतर्कता बरती जा रही है।
250 हाईटेक सीसीटीवी कैमरों से निगरानी
सेफ सिटी प्रोजेक्ट के तहत लगाए गए 250 से ज्यादा कैमरों की निगरानी जामा मस्जिद के सामने सत्यव्रत पुलिस चौकी बने इंटीग्रेटेड कंट्रोल रूम से की जा रही है। प्रशासन का कहना है कि इससे सुरक्षा पूर्व की तुलना में काफी मजबूत हुई है।
हिंसा के 12 मुकदमे, 133 आरोपी जेल में, चार्जशीट दाखिल
दिल दहला देने वाली हिंसा के बाद कुल 12 मुकदमे दर्ज हुए थे। सपा सांसद जियाउर्रहमान बर्क सहित ढाई हजार से ज्यादा लोगों पर एफआईआर दर्ज की गई थी। अब तक 133 आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। सभी के खिलाफ चार्जशीट दाखिल हो चुकी है और मामलों की सुनवाई जारी है। वहीं सुहैल इकबाल को जांच में क्लीन चिट मिली है।
हिंसा का मास्टरमाइंड दुबई में — शारिक साठा गैंग पर शिकंजा
जांच में सामने आया कि संभल हिंसा का मास्टरमाइंड दुबई में बैठे कुख्यात अपराधी शारिक साठा का गैंग था। साठा गैंग के तीन सदस्य गुलाम, मुल्ला अफरोज और वारिस गिरफ्तार कर जेल भेजे जा चुके हैं। मुल्ला अफरोज पर एनएसए भी लगाया गया है। पुलिस अब इंटरपोल के जरिए साठा को भारत लाने की तैयारी कर रही है।
एक साल में बड़ा बदलाव: 37 नई चौकियां, 5 बॉर्डर चेक पोस्ट
घटना के बाद कानून व्यवस्था मजबूत करने के लिए जिले में 37 नई पुलिस चौकियां और 5 बॉर्डर आउट पोस्ट बनवाई गईं। जामा मस्जिद के सामने हाईटेक सत्यव्रत चौकी और हिन्दुपुरा खेड़ा चौकी इसका उदाहरण हैं। सीमाओं को सील करने का विस्तृत प्लान भी तैयार है।
दो नए थाने — कानून व्यवस्था और मजबूत
रायसत्ती और बबराला के रूप में संभल को दो नए थाने भी मिले हैं। इन स्थानों पर अत्याधुनिक सीसीटीवी, नंबर प्लेट स्कैनर और पीटीजेड कैमरे लगाए गए हैं।
एटीएस की तैनाती — आतंकी कनेक्शन की जांच तेज
हिंसा के दौरान पाकिस्तान ऑर्डिनेंस फैक्ट्री के कारतूस मिलने के बाद एटीएस को भी संभल में तैनात किया गया है। एटीएस का अस्थायी दफ्तर सत्यव्रत चौकी में ही संचालित हो रहा है, जहां से संदिग्ध आतंकी कनेक्शन की जांच जारी है।
85 देव तीर्थ और कूप अतिक्रमण मुक्त
प्रशासन ने धार्मिक और ऐतिहासिक धरोहरों को पहचानकर 87 में से 85 तीर्थों और पुराने कूपों को अतिक्रमण मुक्त कराया है। कार्तिकेय महादेव मंदिर और कूप की जमीन भी मुक्त कराई गई है।
419 करोड़ का प्रोजेक्ट — अयोध्या की तर्ज पर होगा संभल का विकास
संभल को तीर्थ नगरी के रूप में विकसित करने की योजना शुरू हो चुकी है। 24 कोसीय परिक्रमा मार्ग को भव्य रूप देने के लिए 419 करोड़ का प्रोजेक्ट मंजूर किया गया है।
बुलडोजर एक्शन— 87 हेक्टेयर सरकारी जमीन कब्जामुक्त
हिंसा के बाद से लगातार चल रहे बुलडोजर एक्शन में मस्जिदों, मजारों, मैरिज हॉल और कब्रिस्तानों पर बने अवैध निर्माण ध्वस्त कर 87 हेक्टेयर जमीन वापस सरकारी कब्जे में ली गई।
170 करोड़ की बिजली चोरी रोकी गई
मस्जिदों और मदरसों तक में छापेमारी में बिजली चोरी का बड़ा नेटवर्क पकड़ा गया। 12 करोड़ का जुर्माना लगाया गया और अब तक 170 करोड़ की संभावित चोरी को रोका गया है।
प्रशासन बोला — शांति बहाल, सुरक्षा सुदृढ़
डीएम और एसपी दोनों का कहना है कि पिछले एक साल में शहर में पूरी शांति रही है। सुरक्षा व्यवस्था को इतनी मजबूती इसलिए दी गई है ताकि भविष्य में कोई भी घटना दोबारा न हो।
संभल— बदलते स्वरूप की ओर
हिंसा के बाद संभल में बड़े स्तर पर सुरक्षा, धार्मिक पुनर्स्थापन और विकास कार्य शुरू हुए हैं। प्रशासन का दावा है कि यह अभियान ‘संवरता संभल—बदलता संभल’ को तेज गति दे रहा है।







