Snapdeal IPO में 300 करोड़ के नए शेयर जारी, निवेशकों के लिए बड़ा मौका

स्नैपडील IPO 2025: AceVector ने SEBI में अपडेटेड ड्राफ्ट जमा किया। जानें 300 करोड़ रुपये के नए शेयर, मौजूदा शेयरहोल्डर्स का OFS, प्री-IPO फंडिंग, वित्तीय स्थिति और निवेशकों के लिए अवसर। Snapdeal IPO के बारे में पूरी जानकारी यहां पढ़ें।

Snapdeal IPO 2025
AceVector के नए शेयर और निवेशकों के लिए बड़ा अवसर
locationभारत
userअसमीना
calendar07 Dec 2025 01:09 PM
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ई-कॉमर्स मार्केटप्लेस Snapdeal अपने IPO के लिए पूरी तरह तैयार है। इसकी पेरेंट कंपनी AceVector ने SEBI के पास अपडेटेड ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (UDRHP) जमा कर दिया है। IPO में कंपनी 300 करोड़ रुपये के नए शेयर जारी करेगी वहीं मौजूदा शेयरहोल्डर्स की ओर से 6.38 करोड़ इक्विटी शेयरों का ऑफर-फॉर-सेल (OFS) होगा।

कैसे हुई Snapdeal की शुरूआत?

Snapdeal की शुरुआत कुणाल बहल और रोहित बंसल ने की थी। कंपनी में SoftBank की सब्सिडियरी Starfish का भी निवेश है। OFS में Starfish के साथ-साथ Nexus, Wonderful Star, Kenneth Stuart Glass, Priyanka Shriver Kheruka, Jason Ashok Kothari, Rupen Investment और Centaurus Trading जैसे निवेशक अपने शेयर बेचेंगे।

कंपनियों को मिलती है ये सुविधा

AceVector ने इस IPO के लिए जुलाई 2025 में कॉन्फिडेंशियल रूट के माध्यम से ड्राफ्ट जमा किया था जो नवंबर में अप्रूव हुआ। कॉन्फिडेंशियल रूट कंपनियों को यह सुविधा देती है कि लिस्टिंग से पहले वे अपने डेटा को गोपनीय रख सकें और आवश्यक हो तो बाद में बिना महत्वपूर्ण जानकारी साझा किए ड्राफ्ट वापस ले सकें।

कौन-कौन शामिल?

Snapdeal IPO में, AceVector प्री-IPO प्लेसमेंट के तहत 60 करोड़ रुपये तक जुटा सकती है। यदि ऐसा हुआ, तो नए शेयरों के इश्यू का साइज थोड़ा घट जाएगा। AceVector में प्रमोटर्स की हिस्सेदारी 66.43 प्रतिशत है जिसमें Starfish की हिस्सेदारी 30.68 प्रतिशत है। बाकी 33.57 प्रतिशत शेयर पब्लिक शेयरहोल्डर्स के पास हैं जिनमें Nexus India, eBay Singapore Services, Wonderful Star, Dunearn Investments और PI Opportunities Fund शामिल हैं।

पैसों का कहां होगा इस्तेमाल?

IPO के जरिए जुटाए गए पैसों का इस्तेमाल कंपनी के बिजनेस के विस्तार और टेक्नोलॉजी इंफ्रास्ट्रक्चर पर होगा। 125 करोड़ रुपये मार्केटप्लेस बिजनेस की मार्केटिंग और प्रमोशन पर खर्च किए जाएंगे। 55 करोड़ रुपये टेक्नोलॉजी और इंफ्रास्ट्रक्चर कॉस्ट के लिए होंगे। बाकी का पैसा इनऑर्गेनिक ग्रोथ और सामान्य कॉरपोरेट जरूरतों में इस्तेमाल किया जाएगा। AceVector, Snapdeal के अलावा SaaS प्लेटफॉर्म Unicommerce और Consumer Brand Building Firm Stellar Brands को भी ऑपरेट करती है। Unicommerce अगस्त 2024 में शेयर बाजार में लिस्ट हो चुकी है और इसका IPO 168 गुना ओवरसब्सक्राइब हुआ था।

निवेशकों के लिए महत्वपूर्ण

Snapdeal की वित्तीय सेहत भी निवेशकों के लिए महत्वपूर्ण है। AceVector ने अप्रैल-सितंबर 2025 की छमाही में 29.7 करोड़ रुपये का घाटा दर्ज किया, जो पिछले साल के 113.2 करोड़ रुपये के घाटे से कम है। इसी अवधि में कंपनी की रेवेन्यू 34.9 प्रतिशत बढ़कर 244.4 करोड़ रुपये हो गई। वित्त वर्ष 2025 में कंपनी का घाटा बढ़कर 138.9 करोड़ रुपये हुआ जबकि रेवेन्यू 395 करोड़ रुपये रहा। Snapdeal IPO को मैनेज करने के लिए IIFL Capital Services और CLSA India को मर्चेंट बैंकर नियुक्त किया गया है। निवेशक अब इस IPO का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं क्योंकि यह भारत के ई-कॉमर्स सेक्टर में एक महत्वपूर्ण निवेश अवसर साबित हो सकता है।

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लगातार क्यों बदल रहे गोल्ड-सिल्वर के रेट? चौंकाने वाला खुलासा

बीते एक हफ्ते में सोना और चांदी की कीमतों में जोरदार उतार-चढ़ाव देखने को मिला है। MCX और घरेलू बाजार दोनों में Gold-Silver Rates में बड़ा बदलाव आया है। सोना हाई से अभी भी 3,600 रुपये प्रति 10 ग्राम तक सस्ता मिल रहा है, जबकि चांदी ने नया ऑल टाइम हाई छूकर निवेशकों और खरीदारों का ध्यान खींचा है।

Gold Rate Today
ज्वेलरी खरीदने से पहले जानें गोल्ड-सिल्वर प्राइस
locationभारत
userअसमीना
calendar07 Dec 2025 11:35 AM
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बीते एक हफ्ते में सोना और चांदी की कीमतों में तगड़ा उतार-चढ़ाव देखने को मिला है। अगर आप ज्वेलरी खरीदने का प्लान बना रहे हैं तो सबसे पहले इनकी नई कीमतों को समझना जरूरी है। सोने ने अपने हाई से अभी भी करीब 3,600 रुपये प्रति 10 ग्राम तक की छूट रखी है जबकि चांदी ने नया ऑल टाइम हाई छूकर बाजार में धमाल मचा दिया है। आइए विस्तार से जानते हैं कि बीते पांच कारोबारी दिनों में गोल्ड-सिल्वर रेट्स में क्या बदलाव हुआ और आज के लिए ये रेट्स क्या हैं।

MCX पर सोने का रेट बदलने का हाल

मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) पर हफ्तेभर में सोने की कीमतों में उतार-चढ़ाव देखने को मिला। 28 नवंबर को 24 कैरेट गोल्ड का वायदा भाव 1,29,504 रुपये था जबकि 5 दिसंबर को यह मामूली 43 रुपये की गिरावट के साथ 1,30,419 रुपये पर बंद हुआ। यानी सिर्फ पांच दिनों में सोने का भाव 915 रुपये प्रति 10 ग्राम बढ़ गया फिर भी अगर Gold Life Time High (1,34,024 रुपये/10 ग्राम) से तुलना करें तो सोना अभी भी 3,605 रुपये प्रति 10 ग्राम सस्ता मिल रहा है।

घरेलू बाजार में सोने की कीमतें

इंडियन बुलियन ज्वेलर्स एसोसिएशन (IBJA) की वेबसाइट के अनुसार, घरेलू बाजार में भी सोने की कीमतों में तेजी रही। 28 नवंबर को 24 कैरेट गोल्ड का रेट 1,26,591 रुपये प्रति 10 ग्राम था जो 5 दिसंबर तक बढ़कर 1,28,592 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गया। अलग-अलग क्वालिटी के गोल्ड रेट इस प्रकार हैं।

24 कैरेट गोल्ड: 1,28,592 रुपये/10 ग्राम

22 कैरेट गोल्ड: 1,25,510 रुपये/10 ग्राम

20 कैरेट गोल्ड: 1,14,450 रुपये/10 ग्राम

18 कैरेट गोल्ड: 1,04,160 रुपये/10 ग्राम

14 कैरेट गोल्ड: 82,940 रुपये/10 ग्राम

चांदी की कीमतों में उछाल

सोने के बाद चांदी की कीमतों ने भी हफ्तेभर में जोरदार छलांग लगाई। MCX Silver Rates  के अनुसार, चांदी का रेट 1,74,981 रुपये प्रति किलो से बढ़कर 1,83,100 रुपये प्रति किलो पर बंद हुआ। यानी सिर्फ एक हफ्ते में चांदी की कीमत 8,119 रुपये प्रति किलो बढ़ी। घरेलू बाजार में भी चांदी की कीमत में 13,851 रुपये प्रति किलो का उछाल आया जो 28 नवंबर के 1,64,359 रुपये से बढ़कर 5 दिसंबर को 1,78,210 रुपये प्रति किलो हो गया।


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क्या आप जानते हैं क्यों टला जेप्टो आईपीओ, जानें कब होगी लिस्टिंग?

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Zepto IPO 2026
Quick Commerce का नया सितारा Zepto Limited
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userअसमीना
calendar06 Dec 2025 01:09 PM
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क्विक कॉमर्स सेक्टर की कंपनी Zepto ने अब पब्लिक लिमिटेड कंपनी का दर्जा हासिल कर लिया है। इसका मतलब है कि Zepto Private Limited अब Zepto Limited बन चुकी है। कंपनी के शेयरहोल्डर्स ने इस बदलाव के लिए एक स्पेशल रिजॉल्यूशन मंजूर किया है। अब Zepto 2026 में अपना IPO (Initial Public Offering) लाने वाली है।

Zepto का IPO कब आएगा?

कंपनी अपने IPO के तहत लगभग 4,500 करोड़ रुपये जुटाने की तैयारी में है। Zepto ने अपने IPO के लिए गोल्डमैन सैक्स, मॉर्गन स्टेनली और जेएम फाइनेंशियल जैसे बड़े इनवेस्टमेंट बैंकों को मर्चेंट बैंकर के तौर पर चुना है। कंपनी जल्द ही SEBI के पास IPO के लिए ड्राफ्ट पेपर जमा करेगी।

क्विक कॉमर्स में Zepto की स्थिति

Zepto की शुरुआत 2021 में हुई थी। कंपनी का मुकाबला मुख्य रूप से स्विगी के Instamart और एटरनल (Blinkit) से है। क्विक कॉमर्स सेक्टर में तेजी से फंडिंग और कैश की खपत बढ़ रही है। स्विगी नवंबर 2024 में लिस्ट हुई इसका IPO 11,327.43 करोड़ रुपये का था और 3.59 गुना सब्सक्राइब हुआ। एटरनल (Blinkit) जुलाई 2021 में लिस्ट हुई इसका IPO 9,375 करोड़ रुपये का था और 38.25 गुना सब्सक्राइब हुआ।

Zepto की वर्तमान फंडिंग और वैल्यूएशन

Zepto अब तक कुल 1.8 अरब डॉलर की फंडिंग जुटा चुकी है। कंपनी की वैल्यूएशन लगभग 7 अरब डॉलर है। सितंबर 2025 तक Zepto के देशभर में 900 से ज्यादा डार्क स्टोर थे। ये स्टोर ग्राहकों को तेज और तुरंत डिलीवरी का भरोसा देते हैं।

क्यों बदल गया IPO प्लान?

Zepto पहले 2025 में लिस्ट होने की योजना बना रही थी लेकिन कंपनी ने इसे कुछ महीने के लिए आगे बढ़ा दिया। इसके बजाय कंपनी ने 45 करोड़ डॉलर की फंडिंग 7 अरब डॉलर वैल्यूएशन पर जुटाई और अपना बेस सिंगापुर से भारत शिफ्ट कर दिया। Zepto का IPO क्विक कॉमर्स सेक्टर में एक महत्वपूर्ण कदम है। कंपनी का तेजी से बढ़ता नेटवर्क, मजबूत फंडिंग और पब्लिक लिमिटेड बनना इसे निवेशकों के लिए आकर्षक बनाता है। अगर आप शेयर मार्केट में क्विक कॉमर्स सेक्टर में निवेश करने के बारे में सोच रहे हैं तो Zepto की लिस्टिंग पर नजर रखना बेहद जरूरी है।

(डिस्क्लेमर: यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना के लिए दी जा रही है। यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें।)


 

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