नई दिल्ली: तमाम कोशिशों करने के बाद देश में लगातार बढ़ती महंगाई की वजह से रिजर्व बैंक (RBI) ने शुक्रवार को एक बार फिर से रेपो रेट (Rbi Repo Rate)बढ़ाने को लेकर घोषणा किया है। भारतीय रिजर्व बैंक की तरफ से शुक्रवार को अपनी नीति समीक्षा में, रेपो दर में आधा प्रतिशत की बढ़ोतरी किया है। 5.15 प्रतिशत से बढ़कर 5.65 फीसद पर पहुंच गया है।
इस साल ब्याज दरों में बढ़ोतरी शुरू होने के बाद आरबीआई द्वारा की जाने वाले यह चौथी सीधी बढ़ोतरी मानी जा रही है।
मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) nr अपनी बैठक में liquidity adjustment facility (LAF) में ये फ़ैसला लिया है। जानकारी के मुताबिक मई में रेपो दर में 40 बेसिस पॉइंट्स (Rbi Repo Rate) की अप्रत्याशित बढ़ोतरी के बाद जून और अगस्त महीने में आरबीआइ की तरफ से 50 -50 आधार अंकों की उछाल हो गई है। इस तरह देखें तो यह RBI द्वारा की गई लगातर चौथी बार हुई है।
आरबीआइ गवर्नर ने दी है जानकारी
आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने रेपो दरों में बढ़ोतरी का एलान करने के दौरान बताया कि मौद्रिक नीति समिति ने 50 आधार अंकों की बढ़ोतरी करने का फैसला हुआ है। इस फैसले के साथ अब रेपो रेट 5.40 फीसद से बढ़कर 5.90 फीसद पर पहुंच चुका है।
आरबीआइ गवर्नर ने जानकारी दिया है कि दुनिया के कई देश दरों में तेज बढ़ोतरी होना शुरू हो चुकी है। बढ़ोतरी होने से निवेशकों को काफी झटका लगा है। इससे इकोनॉमी की गति कम होने का खतरा बना रहता है। लेकिन महंगाई अभी भी चिंता बनी हुई है। बांड, इक्विटी कर करेंसी सभी आजकल दबाव में होना शुरू हो चुकी है।
शक्तिकांत दास ने जानकारी दिया है भारत की GDP ग्रोथ आज भी सबसे बेहतर मानी जा रही है। FY23 Q2 में GDP ग्रोथ 6.3% हो सकती है। अर्थव्यवस्था के कई क्षेत्रों में सुधार देखा जा रहा है। हालांकि उन्होंने इस बात का भी संकेत मिला है कि महंगाई दर ऊंचे स्तर पर रहने का अनुमान है। मांग में धीरे-धीरे सुधार जारी है और निवेश में तेजी हुई है।