Action: डिब्रुगढ़। डिब्रूगढ़ विश्वविद्यालय रैगिंग मामले के मुख्य आरोपी ने सोमवार को पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया। रैगिंग में एक छात्र छात्रवास की दूसरी मंजिल से कूद गया था, जिसमें वह गंभीर रूप से घायल हो गया था। एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह जानकारी दी।
पुलिस ने बताया कि मास्टर ऑफ कॉमर्स (एम.कॉम) प्रथम सेमेस्टर के छात्र आनंद शर्मा की 26 नवंबर को उसके सीनियर्स ने कथित तौर पर रैगिंग की थी, जिसके बाद वह खुद को रैगिंग से बचाने के लिए छात्रावास की दूसरी मंजिल से कूद गया था।
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि मुूख्य आरोपी ने तिनसुकिया जिले के लेखापानी पुलिस थाने में सुबह आत्मसमर्पण कर दिया।
उन्होंने कहा, आरोपियों को डिब्रूगढ़ पुलिस थाने लाया जाएगा। हम रैगिंग की घटना के संबंध में छह छात्रों को पहले ही गिरफ्तार कर चुके हैं।
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डिब्रूगढ़ विश्वविद्यालय के चार छात्रों को तीन साल के लिए निष्कासित कर दिया गया था, जबकि 18 अन्य को मामले में उनकी कथित संलिप्तता के लिए विश्वविद्यालय से निकाल दिया गया।
विश्वविद्यालय के अधिकारियों ने ‘पद्मनाथ गोहैन बरुआ छात्र निवास’ (पीएनजीबीसीएन छात्रवास) के तीन वार्डन को भी ड्यूटी में लापरवाही बरतने के आरोप में निलंबित कर दिया था।
शर्मा को गंभीर हालत में गहन चिकित्सा विभाग (आईसीयू) में भर्ती कराया गया था । डॉक्टरों ने कहा कि एक दिसंबर को उसकी सर्जरी हुई और अब वह ठीक हो रहा है।
विवि के रजिस्ट्रार परमानंद सोनोवाल ने कहा कि विश्वविद्यालय की एंटी रैगिंग कमेटी (एआरसी) ने जिला अदालत (सीजेएम) में गिरफ्तार छह लोगों के बयान दर्ज करने की अनुमति के लिए आवेदन किया है।
उन्होंने कहा, डिब्रूगढ़ विश्वविद्यालय के विधि अधिकारी देवराज शर्मा और कॉलेजों के निरीक्षक और एआरसी के सदस्य रूपम सैकिया को जेल जा कर बयान दर्ज करने की अनुमति मांगी गई है। अतिरिक्त उपायुक्त संघमित्रा बरुआ मामले की जांच कर रहे हैं।