PM Modi : प्रौद्योगिकी की मदद से भारत 2047 तक बनेगा विकसित राष्ट्र: मोदी

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PM Modi: With the help of technology, India will become a developed nation by 2047: Modi
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calendar28 Feb 2023 04:59 PM
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PM Modi : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को कहा कि प्रौद्योगिकी के इस्तेमाल से भारत को 2047 तक विकसित राष्ट्र बनाने का लक्ष्य हासिल करने में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि भारत बड़े स्तर पर एक आधुनिक डिजिटल बुनियादी ढांचा तैयार कर रहा है और यह सुनिश्चित कर रहा है कि डिजिटल क्रांति का लाभ सभी तक पहुंचे।

PM Modi :

  मोदी ने आम बजट के बाद आयोजित हो रहे वेबिनार की श्रृंखला में 'क्षमताओं का दोहन: प्रौद्योगिकी के इस्तेमाल से जीवन सुगमता' विषय पर कहा कि सरकार छोटे व्यवसायों के लिए अनुपालन लागत कम करना चाहती है। उन्होंने उद्योग से ऐसे अनुपालनों की एक सूची तैयार करने को कहा, जिन्हें खत्म किया जा सकता है। प्रधानमंत्री ने कहा, 'हम छोटे व्यवसायों की अनुपालन लागत को कम करना चाहते हैं। क्या आप (उद्योग) अनावश्यक अनुपालनों की एक सूची तैयार कर सकते हैं, जिन्हें खत्म किया जा सकता है। हमने 40,000 अनुपालनों को खत्म कर दिया है।'

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उन्होंने कहा कि करदाताओं के सामने आने वाली समस्याओं के समाधान के लिए प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल किया जा रहा है। इसके लिए कर प्रणाली को 'फेसलेस' बनाया जा रहा है।मोदी ने कहा कि प्रौद्योगिकी के वजह से ही 'एक राष्ट्र, एक राशन' योजना साकार हो सकी। उन्होंने आगे कहा कि जैम त्रयी (जन-धन योजना, आधार और मोबाइल नंबर) ने गरीबों तक लाभ पहुंचाने में मदद की। प्रधानमंत्री ने कहा कि 5जी और एआई (कृत्रिम मेधा) जैसी तकनीकों पर चर्चा की जा रही है और ये चिकित्सा, शिक्षा, कृषि और कई अन्य क्षेत्रों को बदलने के लिए तैयार हैं।उन्होंने हितधारकों से आम आदमी के सामने आने वाली 10 ऐसी समस्याओं की पहचान करने को कहा, जिनका समाधान एआई का इस्तेमाल करके किया जा सकता है।उन्होंने कहा कि 21वीं सदी प्रौद्योगिकी से चलने वाली है और इसे केवल डिजिटल, इंटरनेट प्रौद्योगिकी तक सीमित नहीं रखा जा सकता।

Corona Booster Dose : कोविड बूस्टर डोज का कैसे पड़ रहा आपकी हेल्थ पर इसका असर और क्या है साइड इफैक्ट 

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Corona Booster Dose : कोविड बूस्टर डोज का कैसे पड़ रहा आपकी हेल्थ पर इसका असर और क्या है साइड इफैक्ट 

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Corona Booster Dose
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calendar28 Feb 2023 04:27 PM
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Corona Booster Dose : वायरस के कारण इम्युनिटी पर गहरा असर पड़ रहा है और इसी इम्युनिटी को बढ़ाने के लिए जरुरी है ये बूस्टर डोज. कोविड़ के असर ने पूरी दुनिया को बदल कर रख दिया है जिसका मन और हेल्थ दोनों पर ही गहरा असर देखने को मिला है.  वायरस के लगातार म्यूटेंट होने के कारण बदलाव के चलते इसके सेहत पर पड़ने वाले असर भी हर किसी में समान न होते हुए काफी अंतर लिए दिखाई दिए हैं. अब जब वायरस अपना रुप बदल रहा है तो इसके लिए बूस्टर डोर की जरुरत भी काफी बढ़ रही है. विश्व भर में विज्ञान एवं मेडिसन में होने वाले अनुसंधानों के द्वारा बाजार में आई कुछ दवाओं को बूस्टर डोज के रुप में दिया जा रहा है.

Corona Booster Dose :

लैंसेट की रिपोर्ट अनुसार कोविशील्ड की बूस्टर डोज इम्यून सिस्टम को काफी मजबूत बनाने वाली होती है. इस के अलावा वायरस में हो रहे म्यूटेशन से बचाव के लिए ये बूस्टर डोज काफी अच्छे परिणाम देने वाली रही है. क्या है ये बूस्टर डोज  कोविड वायरस में वैज्ञानिक कई तरह के वैरिएंट देख रहे हैं. ऎसे में वायरस में आने वाला बदलाव पहली दो डोज के प्रभाव को कमजोर न कर पाए इसलिए एक अन्य डोज को दिया जा रहा है, जिसे बूस्टर डोज के रुप में जाना जाता है. ये बुस्टर डोज शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने का काम करती है. अभी हमारे समाने कई ऎसे मामले आए हैं जिनमें व्यक्ति एक बार करोना प्रभावित हो कर स्वस्थ हो गया लेकिन फिर से उसे करोना हुआ अब इसी इन्फेक्शन के दुबारा होने वाले असर से बचने के लिए ही इस बूस्टर डोज का उपयोग करने की डाक्टरों द्वारा सलाह दी गई है.

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विश्व स्वास्थ्य संगठन का बूस्टर डोज को लेकर क्या है कहना  कोविड़ के कारण कोविड़ वैक्सीन के लिए बूस्टर डोज का इस्तेमाल करना बेहद फायदेमंद बताया गया है. इस बात को विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा उन लोगों पर विशेष रुप से लागू करने की बात कही गई है जिनकी उम्र अधिक है और जो लोग स्वास्थ्य संबंधी कार्यों में शामिल हैं, उन लोगों को इस बूस्टर डोज का उपयोग करने की विशेष रुप सुझाव दिया गया है. लेकिन अब भारत सरकार ने 18 वर्ष से अधिक सभी लोगों के लिए बूस्टर डोज को लगवाने की इजाजत दी है इस समय कोविड के लिए बूस्टर वैक्सीन बेहद कारगर मानी जा रही है और इसका असर बेहतर परिणाम के रुप में देखने को भी मिला है. इन सब के बावजूद बूस्टर डोज को लेकर विश्व स्वास्थ्य संगठन की कुछ चिंताएं भी हैं जिन पर काम जारी है. बूस्टर डोज का साइड इफैक्ट  अभी तक स्वास्थ्य संगठनों की ओर से बूस्टर डोज के उपयोग का समर्थन किया गया है लेकिन वायरस का बदलाव इतनी तेजी से हो रहा है जिसके चलते कुछ 10 प्रतिशत मामले ऎसे भी सामने आ रहे हैं जिनमें बूस्टर डोज के बाद भी व्यक्ति वायरस से संक्रमित हुए हैं. इसके अलावा बूस्टर डोज के चलते कुछ साइड इफैक्ट जिसमें बाजु में दर्द मांसपेशियों में खींचाव या दर्द और बुखार जैसे लक्षण अपना असर डाल सकते हैं, और ऎसे में अभी इस पर अनुसंधान जारी हैं जो दवा को वायरस से लड़ने के लिए और भी मजबूत करने की कोशिश में लगातार जारी हैं.

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National Science Day : प्रधानमंत्री मोदी ने राष्ट्रीय विज्ञान दिवस पर सभी वैज्ञानिकों को बधाई दी

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National Science Day: Prime Minister Modi congratulated all scientists on National Science Day
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calendar30 Nov 2025 01:05 PM
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National Science Day : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को राष्ट्रीय विज्ञान दिवस पर सभी वैज्ञानिकों और अन्वेषकों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि भारत विज्ञान की दुनिया में नित नए आयाम स्थापित कर रहा है और अनुसंधान व नवाचार के लिए एक पारिस्थितिकी तंत्र का निर्माण कर रहा है। राष्ट्रीय विज्ञान दिवस (एनएसडी) हर वर्ष 28 फरवरी को ‘रमन प्रभाव’ की खोज के उपलक्ष्य में मनाया जाता है।

National Science Day :

 

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मोदी ने एक ट्वीट में कहा, “राष्ट्रीय विज्ञान दिवस पर सभी वैज्ञानिकों और अन्वेषकों को मेरी शुभकामनाएं। भारत विज्ञान की दुनिया में नित नए आयाम स्थापित कर रहा है और अनुसंधान व नवाचार के लिए एक पारिस्थितिकी तंत्र का निर्माण कर रहा है।” भारत सरकार ने 1986 में 28 फरवरी को राष्ट्रीय विज्ञान दिवस (एनएसडी) के रूप में मनाए जाने की घोषणा की थी। इसी दिन सर सी वी रमन ने ‘रमन प्रभाव’ की खोज की घोषणा की थी, जिसके लिए उन्हें 1930 में नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।

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