Thursday, 5 December 2024

Corona Booster Dose : कोविड बूस्टर डोज का कैसे पड़ रहा आपकी हेल्थ पर इसका असर और क्या है साइड इफैक्ट 

Corona Booster Dose : वायरस के कारण इम्युनिटी पर गहरा असर पड़ रहा है और इसी इम्युनिटी को बढ़ाने के…

Corona Booster Dose : कोविड बूस्टर डोज का कैसे पड़ रहा आपकी हेल्थ पर इसका असर और क्या है साइड इफैक्ट 

Corona Booster Dose : वायरस के कारण इम्युनिटी पर गहरा असर पड़ रहा है और इसी इम्युनिटी को बढ़ाने के लिए जरुरी है ये बूस्टर डोज. कोविड़ के असर ने पूरी दुनिया को बदल कर रख दिया है जिसका मन और हेल्थ दोनों पर ही गहरा असर देखने को मिला है.  वायरस के लगातार म्यूटेंट होने के कारण बदलाव के चलते इसके सेहत पर पड़ने वाले असर भी हर किसी में समान न होते हुए काफी अंतर लिए दिखाई दिए हैं. अब जब वायरस अपना रुप बदल रहा है तो इसके लिए बूस्टर डोर की जरुरत भी काफी बढ़ रही है. विश्व भर में विज्ञान एवं मेडिसन में होने वाले अनुसंधानों के द्वारा बाजार में आई कुछ दवाओं को बूस्टर डोज के रुप में दिया जा रहा है.

Corona Booster Dose :

लैंसेट की रिपोर्ट अनुसार कोविशील्ड की बूस्टर डोज इम्यून सिस्टम को काफी मजबूत बनाने वाली होती है. इस के अलावा वायरस में हो रहे म्यूटेशन से बचाव के लिए ये बूस्टर डोज काफी अच्छे परिणाम देने वाली रही है.

क्या है ये बूस्टर डोज 
कोविड वायरस में वैज्ञानिक कई तरह के वैरिएंट देख रहे हैं. ऎसे में वायरस में आने वाला बदलाव पहली दो डोज के प्रभाव को कमजोर न कर पाए इसलिए एक अन्य डोज को दिया जा रहा है, जिसे बूस्टर डोज के रुप में जाना जाता है. ये बुस्टर डोज शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने का काम करती है. अभी हमारे समाने कई ऎसे मामले आए हैं जिनमें व्यक्ति एक बार करोना प्रभावित हो कर स्वस्थ हो गया लेकिन फिर से उसे करोना हुआ अब इसी इन्फेक्शन के दुबारा होने वाले असर से बचने के लिए ही इस बूस्टर डोज का उपयोग करने की डाक्टरों द्वारा सलाह दी गई है.

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विश्व स्वास्थ्य संगठन का बूस्टर डोज को लेकर क्या है कहना 
कोविड़ के कारण कोविड़ वैक्सीन के लिए बूस्टर डोज का इस्तेमाल करना बेहद फायदेमंद बताया गया है. इस बात को विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा उन लोगों पर विशेष रुप से लागू करने की बात कही गई है जिनकी उम्र अधिक है और जो लोग स्वास्थ्य संबंधी कार्यों में शामिल हैं, उन लोगों को इस बूस्टर डोज का उपयोग करने की विशेष रुप सुझाव दिया गया है. लेकिन अब भारत सरकार ने 18 वर्ष से अधिक सभी लोगों के लिए बूस्टर डोज को लगवाने की इजाजत दी है इस समय कोविड के लिए बूस्टर वैक्सीन बेहद कारगर मानी जा रही है और इसका असर बेहतर परिणाम के रुप में देखने को भी मिला है. इन सब के बावजूद बूस्टर डोज को लेकर विश्व स्वास्थ्य संगठन की कुछ चिंताएं भी हैं जिन पर काम जारी है.

बूस्टर डोज का साइड इफैक्ट 
अभी तक स्वास्थ्य संगठनों की ओर से बूस्टर डोज के उपयोग का समर्थन किया गया है लेकिन वायरस का बदलाव इतनी तेजी से हो रहा है जिसके चलते कुछ 10 प्रतिशत मामले ऎसे भी सामने आ रहे हैं जिनमें बूस्टर डोज के बाद भी व्यक्ति वायरस से संक्रमित हुए हैं. इसके अलावा बूस्टर डोज के चलते कुछ साइड इफैक्ट जिसमें बाजु में दर्द मांसपेशियों में खींचाव या दर्द और बुखार जैसे लक्षण अपना असर डाल सकते हैं, और ऎसे में अभी इस पर अनुसंधान जारी हैं जो दवा को वायरस से लड़ने के लिए और भी मजबूत करने की कोशिश में लगातार जारी हैं.

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