Gautam Adani : भारत के सबसे बड़े कारोबारी की तिजोरी में साक्षात कुबेर का वास
भारत
चेतना मंच
16 Sep 2022 09:14 PM
New Delhi : नई दिल्ली। भारत(India ) के सबसे बड़े कारोबारी गौतम अडानी की तिजोरी में साक्षात कुबेर का वास हो गया है। सिर्फ एक महीने में ही वह दुनिया के तीसरे से दूसरे सबसे अमीर शख्स बन गए हैं। अमेजॉन के बॉस जेफ बेजोस और लुई वित्तॉन के बरनार्ड आरनॉल्ट परिवार को पीछे छोड़कर भारतीय उद्योगपति गौतम अडानी अब दुनिया के दूसरे सबसे रईस शख्स बन गए हैं। फोर्ब्स की रीयल-टाइम अरबपति लिस्ट में गौतम अडानी की नेटवर्थ 154.7 अरब अमेरिकी डॉलर है। लिस्ट में एलन मस्क अब भी 273.5 अरब अमेरिकी डॉलर की नेटवर्थ के साथ अव्वल हैं।
पिछले माह भी, गौतम अदानी ने लुई वित्तॉन के बरनार्ड आरनॉल्ट परिवार को पीछे छोड़कर तीसरे स्थान पर कब्जा किया था, लेकिन उस वक्त वह जेफ बेजोस और एलन मस्क से पीछे थे। अब आरनॉल्ट समूचे परिवार की 153.5 अरब अमेरिकी डॉलर की नेटवर्थ के साथ लिस्ट में तीसरे नंबर पर है, क्योंकि शुक्रवार को उनकी नेटवर्थ में 3.08 फीसदी या 4.9 अरब अमेरिकी डॉलर की गिरावट दर्ज की गई। दूसरी ओर, जेफ बेजोस अब इस सूची में 149.7 अरब अमेरिकी डॉलर की नेटवर्थ के साथ चौथे नंबर हैं, जिनकी नेटवर्थ में शुक्रवार को 2.3 अरब अमेरिकी डॉलर की गिरावट आई।
रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड के प्रमुख मुकेश अंबानी इस सूची में 92 अरब अमेरिकी डॉलर की नेटवर्थ के साथ आठवें स्थान पर मौजूद हैं। गौतम अडानी, जो अपने व्यवसाय में परिवार की पहली ही पीढ़ी हैं, अडानी ग्रुप के प्रमुख हैं, जिसके तहत सात पब्लिक लिस्टेड कंपनियां हैं, जो बुनियादी ढांचा, खनन, ऊर्जा तथा अन्य क्षेत्रों में काम करती हैं।
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भारत
चेतना मंच
16 Sep 2022 09:14 PM
New Delhi : नई दिल्ली। भारत(India ) के सबसे बड़े कारोबारी गौतम अडानी की तिजोरी में साक्षात कुबेर का वास हो गया है। सिर्फ एक महीने में ही वह दुनिया के तीसरे से दूसरे सबसे अमीर शख्स बन गए हैं। अमेजॉन के बॉस जेफ बेजोस और लुई वित्तॉन के बरनार्ड आरनॉल्ट परिवार को पीछे छोड़कर भारतीय उद्योगपति गौतम अडानी अब दुनिया के दूसरे सबसे रईस शख्स बन गए हैं। फोर्ब्स की रीयल-टाइम अरबपति लिस्ट में गौतम अडानी की नेटवर्थ 154.7 अरब अमेरिकी डॉलर है। लिस्ट में एलन मस्क अब भी 273.5 अरब अमेरिकी डॉलर की नेटवर्थ के साथ अव्वल हैं।
पिछले माह भी, गौतम अदानी ने लुई वित्तॉन के बरनार्ड आरनॉल्ट परिवार को पीछे छोड़कर तीसरे स्थान पर कब्जा किया था, लेकिन उस वक्त वह जेफ बेजोस और एलन मस्क से पीछे थे। अब आरनॉल्ट समूचे परिवार की 153.5 अरब अमेरिकी डॉलर की नेटवर्थ के साथ लिस्ट में तीसरे नंबर पर है, क्योंकि शुक्रवार को उनकी नेटवर्थ में 3.08 फीसदी या 4.9 अरब अमेरिकी डॉलर की गिरावट दर्ज की गई। दूसरी ओर, जेफ बेजोस अब इस सूची में 149.7 अरब अमेरिकी डॉलर की नेटवर्थ के साथ चौथे नंबर हैं, जिनकी नेटवर्थ में शुक्रवार को 2.3 अरब अमेरिकी डॉलर की गिरावट आई।
रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड के प्रमुख मुकेश अंबानी इस सूची में 92 अरब अमेरिकी डॉलर की नेटवर्थ के साथ आठवें स्थान पर मौजूद हैं। गौतम अडानी, जो अपने व्यवसाय में परिवार की पहली ही पीढ़ी हैं, अडानी ग्रुप के प्रमुख हैं, जिसके तहत सात पब्लिक लिस्टेड कंपनियां हैं, जो बुनियादी ढांचा, खनन, ऊर्जा तथा अन्य क्षेत्रों में काम करती हैं।
Lucknow News : यूपी के आसमान पर बादल और जमीन पर सरकार मेहरबान
भारत
चेतना मंच
26 Nov 2025 11:02 AM
Lucknow : लखनऊ। यूपी के आसमान पर बादल और जमीन पर योगी सरकार मेहरबान है। दिलचस्प है कि बादल और सरकार दोनों की किसानों पर अपनी मेहरबानी की बारिश कर रहे हैं। यूपी की योगी आदित्यनाथ की सरकार ने जनता को बड़ी राहत देते हुए बिजली के दाम नहीं बढ़ाने का फैसला किया है। साथ ही योगी सरकार ने कम बारिश के चलते कई जिलों में सूखे के हालात को देखते हुए किसानों का 50 फीसदी बिजली बिल भी माफ करने का निर्णय लिया है। बिजली को लेकर किये कार्यों की जानकारी देते हुए प्रदेश के ऊर्जा एवं वैकल्पिक ऊर्जा विभाग के राज्यमंत्री डॉक्टर सोमेंद्र तोमर ने बताया कि 2017 के बाद ऊर्जा के क्षेत्र में ऐतिहासिक परिवर्तन हुआ है, जिससे लोगों को सुचारू रूप से बिजली मिलने लगी है। इस मौके पर तोमर ने पूर्ववर्ती समाजवादी पार्टी की सरकार पर भी जमकर निशाना साधा।
यूपी की योगी सरकार आने वाले समय में किसानों का पूरा बिल माफ कर उन्हें बड़ी राहत दे सकती है। साथ ही सरकार अन्नदाताओं पर मेहरबान होते हुए फ्री बिजली की घोषणा भी कर सकती है। आपको बता दें कि सरकार ने एक माह पहले ही बिजली की दरें घटाई हैं, जिसके बाद किसानों के लिए कोई बड़ी घोषणा किये जाने की संभावना है।
सरकार अधिक स्वच्छ ऊर्जा उत्पादन के लिए थर्मल एनर्जी के साथ साथ सोलर और विंड एनर्जी पर भी ध्यान केंद्रित कर रही है। नई योजना के तहत योगी सरकार सस्ती बिजली के लिए स्वच्छ ऊर्जा की तरफ भी काम करने के लिए कमर कस चुकी है। स्वच्छ ऊर्जा पारंपरिक ऊर्जा के मुकाबले बेहद सस्ती होती है, जिससे सरकार उपभोक्ताओं को सस्ती दरों पर बिजली दे पाएगी। सरकार अपने उन विभागों पर भी शिकंजा कसने का प्लान बना चुकी है, जिन्होंने लंबे समय से बिजली बिल का भुगतान नहीं किया है।
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भारत
चेतना मंच
26 Nov 2025 11:02 AM
Lucknow : लखनऊ। यूपी के आसमान पर बादल और जमीन पर योगी सरकार मेहरबान है। दिलचस्प है कि बादल और सरकार दोनों की किसानों पर अपनी मेहरबानी की बारिश कर रहे हैं। यूपी की योगी आदित्यनाथ की सरकार ने जनता को बड़ी राहत देते हुए बिजली के दाम नहीं बढ़ाने का फैसला किया है। साथ ही योगी सरकार ने कम बारिश के चलते कई जिलों में सूखे के हालात को देखते हुए किसानों का 50 फीसदी बिजली बिल भी माफ करने का निर्णय लिया है। बिजली को लेकर किये कार्यों की जानकारी देते हुए प्रदेश के ऊर्जा एवं वैकल्पिक ऊर्जा विभाग के राज्यमंत्री डॉक्टर सोमेंद्र तोमर ने बताया कि 2017 के बाद ऊर्जा के क्षेत्र में ऐतिहासिक परिवर्तन हुआ है, जिससे लोगों को सुचारू रूप से बिजली मिलने लगी है। इस मौके पर तोमर ने पूर्ववर्ती समाजवादी पार्टी की सरकार पर भी जमकर निशाना साधा।
यूपी की योगी सरकार आने वाले समय में किसानों का पूरा बिल माफ कर उन्हें बड़ी राहत दे सकती है। साथ ही सरकार अन्नदाताओं पर मेहरबान होते हुए फ्री बिजली की घोषणा भी कर सकती है। आपको बता दें कि सरकार ने एक माह पहले ही बिजली की दरें घटाई हैं, जिसके बाद किसानों के लिए कोई बड़ी घोषणा किये जाने की संभावना है।
सरकार अधिक स्वच्छ ऊर्जा उत्पादन के लिए थर्मल एनर्जी के साथ साथ सोलर और विंड एनर्जी पर भी ध्यान केंद्रित कर रही है। नई योजना के तहत योगी सरकार सस्ती बिजली के लिए स्वच्छ ऊर्जा की तरफ भी काम करने के लिए कमर कस चुकी है। स्वच्छ ऊर्जा पारंपरिक ऊर्जा के मुकाबले बेहद सस्ती होती है, जिससे सरकार उपभोक्ताओं को सस्ती दरों पर बिजली दे पाएगी। सरकार अपने उन विभागों पर भी शिकंजा कसने का प्लान बना चुकी है, जिन्होंने लंबे समय से बिजली बिल का भुगतान नहीं किया है।
International News : ऊर्जा और खाद्य संकट का सामना कर रही है दुनिया : पीएम मोदी
The world is facing energy and food crisis : PM Modi
भारत
चेतना मंच
22 Nov 2025 12:31 AM
शंघाई सहयोग संगठन के शिखर सम्मेलन में शनिवार को पीएम मोदी ने कहा कि भारत सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था है। उन्होंने भारत को बेहतर व्यापार क्षेत्र बनाने का संकल्प दोहराया। उज्बेकिस्तान के समरकंद में हो रही बैठक में पीएम मोदी ने कहा कि भारत एससीओ सदस्यों के बीच अधिक सहयोग और विश्वास का समर्थन करता है। उन्होंने कहा कि दुनिया कोविड महामारी से उबर रही है। यूक्रेन क्राइसिस और कोरोना की वजह से ग्लोबल सप्लाई चेन में कुछ दिक्कतें आई हैं। विश्व ऊर्जा और खाद्य संकट का सामना कर रहा है।
पीएम मोदी ने कहा कि हम भारत को मैन्युफैक्चरिंग हब में बदलना चाहते हैं। भारत का युवा और वर्क फोर्स उसे स्वाभाविक रूप से कॉम्पिटिटिव बनाता है। अर्थव्यवस्था में 75 फीसदी वृद्धि की आशा है, जो दुनिया की बड़ी इकोनॉमी में सबसे ज्यादा है। टेक्नोलॉजी के उचित उपयोग पर भी फोकस किया जा रहा है। हम इनोवेशन का समर्थन कर रहे हैं। भारत में 70 हजार से अधिक स्टार्टअप हैं, इनमें 100 से ज्यादा यूनिकॉर्न हैं। हम नए स्पेशल वर्किंग ग्रुप की स्थापना करके एससीओ सदस्यों के साथ अपना अनुभव साझा करने के लिए तैयार हैं।
विश्व आज एक और बड़ी चुनौती का सामना कर रहा है, वो है नागरिकों की खाद्य सुरक्षा निश्चित करना। इसका समाधान मिलेट्स की खेती को बढ़ावा देना है। ये विश्व के कई हिस्सों में हजारों सालों से उगाया जा रहा है। ये खाद्य का उत्तम साधन है। 2023 को ईयर ऑफ मिलेट्स के तौर पर मनाया जाएगा। भारत विश्व के मेडिकल टूरिज्म के लिए सबसे उचित डेस्टिनेशन है। हमने गुजरात में ग्लोबल सेंटर फॉर ट्रेडिशनल मेडिसिन का उद्घाटन किया। हमें एससीओ देशों के बीच ट्रेडिशनल मेडिसिन पर सहयोग बढ़ाना चाहिए। भारत इसके लिए पहल करेगा।
एससीओ यानी शंघाई कोऑपरेशन ऑर्गेनाइजेशन का गठन 2001 में हुआ था। यह एक पॉलिटिकल, इकोनॉमिकल और सिक्योरिटी ऑर्गेनाइजेशन है। भारत, रूस, चीन और पाकिस्तान समेत इसके कुल 8 स्थाई सदस्य हैं। शुरुआत में एससीओ में छह सदस्य- रूस, चीन, कजाकिस्तान, तजाकिस्तान, किर्गिस्तान और उज्बेकिस्तान थे। 2017 में भारत और पाकिस्तान के भी इससे जुड़ने से इसके स्थाई सदस्यों की संख्या 8 हो गई। 6 देश- आर्मीनिया, अजरबैजान, कंबोडिया, नेपाल, श्रीलंका और टर्की इसके डायलॉग पार्टनर हैं। 4 देश- अफगानिस्तान, ईरान, बेलारूस और मंगोलिया इसके ऑब्जर्वर सदस्य हैं।
भारत
चेतना मंच
22 Nov 2025 12:31 AM
शंघाई सहयोग संगठन के शिखर सम्मेलन में शनिवार को पीएम मोदी ने कहा कि भारत सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था है। उन्होंने भारत को बेहतर व्यापार क्षेत्र बनाने का संकल्प दोहराया। उज्बेकिस्तान के समरकंद में हो रही बैठक में पीएम मोदी ने कहा कि भारत एससीओ सदस्यों के बीच अधिक सहयोग और विश्वास का समर्थन करता है। उन्होंने कहा कि दुनिया कोविड महामारी से उबर रही है। यूक्रेन क्राइसिस और कोरोना की वजह से ग्लोबल सप्लाई चेन में कुछ दिक्कतें आई हैं। विश्व ऊर्जा और खाद्य संकट का सामना कर रहा है।
पीएम मोदी ने कहा कि हम भारत को मैन्युफैक्चरिंग हब में बदलना चाहते हैं। भारत का युवा और वर्क फोर्स उसे स्वाभाविक रूप से कॉम्पिटिटिव बनाता है। अर्थव्यवस्था में 75 फीसदी वृद्धि की आशा है, जो दुनिया की बड़ी इकोनॉमी में सबसे ज्यादा है। टेक्नोलॉजी के उचित उपयोग पर भी फोकस किया जा रहा है। हम इनोवेशन का समर्थन कर रहे हैं। भारत में 70 हजार से अधिक स्टार्टअप हैं, इनमें 100 से ज्यादा यूनिकॉर्न हैं। हम नए स्पेशल वर्किंग ग्रुप की स्थापना करके एससीओ सदस्यों के साथ अपना अनुभव साझा करने के लिए तैयार हैं।
विश्व आज एक और बड़ी चुनौती का सामना कर रहा है, वो है नागरिकों की खाद्य सुरक्षा निश्चित करना। इसका समाधान मिलेट्स की खेती को बढ़ावा देना है। ये विश्व के कई हिस्सों में हजारों सालों से उगाया जा रहा है। ये खाद्य का उत्तम साधन है। 2023 को ईयर ऑफ मिलेट्स के तौर पर मनाया जाएगा। भारत विश्व के मेडिकल टूरिज्म के लिए सबसे उचित डेस्टिनेशन है। हमने गुजरात में ग्लोबल सेंटर फॉर ट्रेडिशनल मेडिसिन का उद्घाटन किया। हमें एससीओ देशों के बीच ट्रेडिशनल मेडिसिन पर सहयोग बढ़ाना चाहिए। भारत इसके लिए पहल करेगा।
एससीओ यानी शंघाई कोऑपरेशन ऑर्गेनाइजेशन का गठन 2001 में हुआ था। यह एक पॉलिटिकल, इकोनॉमिकल और सिक्योरिटी ऑर्गेनाइजेशन है। भारत, रूस, चीन और पाकिस्तान समेत इसके कुल 8 स्थाई सदस्य हैं। शुरुआत में एससीओ में छह सदस्य- रूस, चीन, कजाकिस्तान, तजाकिस्तान, किर्गिस्तान और उज्बेकिस्तान थे। 2017 में भारत और पाकिस्तान के भी इससे जुड़ने से इसके स्थाई सदस्यों की संख्या 8 हो गई। 6 देश- आर्मीनिया, अजरबैजान, कंबोडिया, नेपाल, श्रीलंका और टर्की इसके डायलॉग पार्टनर हैं। 4 देश- अफगानिस्तान, ईरान, बेलारूस और मंगोलिया इसके ऑब्जर्वर सदस्य हैं।