Sidhu Musewala Murder: अंकित ने छलनी किया था मूसेवाला का सीना !!

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सिद्धू मूसे वाला
locationभारत
userचेतना मंच
calendar28 Nov 2025 03:13 PM
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सिद्धू मूसेवाला  (Sidhu Musewala) के मर्डर केस में दिल्ली की स्पेशल पुलिस ने अंकित सेरसा और उसके दोस्त सचिन भिवानी को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने दिल्ली आईएसबीटी से आरोपियों को पकड़ा। 19 साल के अंकित ने ही मूसेवाला को करीब से गोली मारी थी। पुलिस के अनुसार, अंकित का यह पहला मर्डर है। उसने दोनों हाथों से गोलियां चलाई थीं। अंकित राजस्थान में हत्या के प्रयास के दो अन्य जघन्य मामलों में भी शामिल था। लेकिन मर्डर उसने पहली ही बार किया था। अंकित लॉरेंस बिश्नोई गैंग का सदस्य है। जानकारी के अनुसार, वह केवल नौवीं पास है। दिल्ली की अदालत ने गोल्डी बराड़ और लॉरेंस बिश्नोई गिरोह के दो आरोपी अंकित और सचिन भिवानी को 5 दिन की पुलिस हिरासत में भेजा। दिल्ली पुलिस ने आरोप लगाया है कि उन्हें शहर में कुछ सनसनीखेज अपराध करना था। अंकित सेरसा मूसेवाला की हत्या के बाद आरोपी प्रियव्रत फौजी के साथ उसकी गाड़ी में ही सवार था। पुलिस के अनुसार, दोनों सात जून को गुजरात के कच्छ में छिपे थे। अंकित हरियाणा केसोनीपत के गांव सेरसा का रहने वाला है। अंकित के साथ पकड़ा गया दूसरा आरोपी सचिन भिवानी मूसेवाला मामले के चार शूटरों को पनाह देने के लिए जिम्मेदार था। राजस्थान के चुरू के एक जघन्य मामले में भी सचिन भिवानी वांटेड चल रहा था। सचिन भिवानी राजस्थान में लॉरेंस बिश्नोई गिरोह की सारी गतिविधियों को संभालने वाला मुख्य शख्स था। आरोपियों से 9 एमएम बोर की एक पिस्टल, 10 कारतूस, 2.30 एमएम बोर की एक पिस्टल, 9 कारतूस बरामद हुए हैं। इसके अलावा पंजाब पुलिस की तीन वर्दी, एक डोंगल और सिम के साथ दो मोबाइल हैंडसेट भी बरामद हुए हैं।
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------- तो विदेश भाग गए होते कन्हैयालाल के हत्यारे पत्थरों से डरा कर घेरा था पुलिस ने

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locationभारत
userचेतना मंच
calendar02 Dec 2025 02:40 AM
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Rajasthan Police: राजस्थान पुलिस ने कन्हैयालाल के हत्यारों रियाज और गौस को महज 5 घंटे में गिरफ्तार कर लिया था। चौंकाने वाला फैक्ट यह सामने आया कि दोनों को पकड़ने वाली पुलिस टीम के पास डंडों के अलावा कोई हथियार नहीं था। इसके बावजूद पुलिस टीम ने दोनों हत्यारों को दबोच लिया। अगर पुलिस जरा भी चूक जाती तो हत्यारे अजमेर पहुंच जाते और वहां से विदेश।

यह भी पता चला है कि 28 जून को उदयपुर में एक नहीं, 2 मर्डर होने वाले थे। हत्यारे भी 4 थे। कन्हैयालाल का तालिबानी तरीके से गला रेतने का जिम्मा रियाज और गौस को दिया गया था। ये दोनों अपने मंसूबे में कामयाब भी हो गए, लेकिन दूसरी हत्या की साजिश फेल हो गई  हत्यारों को पकड़ने वाली टीम में शामिल पुलिसकर्मियों से बात की , उन्होंने हत्यारों के फरार होने से लेकर पकड़े जाने तक 5 घंटे का पूरा घटनाक्रम सुनाया। साथ ही यह भी बताया कि दूसरा मर्डर कैसे फेल हो गया।

कॉन्स्टेबल तेजपाल ने बताया कन्हैयालाल की हत्या के बाद रियाज और गौस बाइक पर गांवों के रास्ते से भागे। वे पानी पीने के लिए नाथद्वारा रुके। इसके बाद दोनों भीम की तरफ निकल गए। करीब 15 थानों के इलाके को पार करते हुए दोनों गांवों के रास्ते से होते हुए देवगढ़ पहुंचे। उस समय उनके पास सिर्फ 510 रुपए बचे थे। देवगढ़ में एक पेट्रोल पंप से बाइक में उन रुपयों का पेट्रोल डलवा लिया। पंप कर्मचारियों से दोनों का विवाद भी हुआ।

विवाद के बाद वे बाइक तेज रफ्तार में लेकर वहां से फरार हो गए। तब तक दोनों का वीडियो वायरल हो चुका था। ताल के रहने वाले भगवान सिंह ने पुलिस को सूचना दी थी कि दो बदमाश उसके पंप से अभी-अभी भागे हैं।

कॉन्स्टेबल तेजपाल ने बताया कन्हैयालाल की हत्या के बाद रियाज और गौस बाइक पर गांवों के रास्ते से भागे। वे पानी पीने के लिए नाथद्वारा रुके। इसके बाद दोनों भीम की तरफ निकल गए। करीब 15 थानों के इलाके को पार करते हुए दोनों गांवों के रास्ते से होते हुए देवगढ़ पहुंचे। उस समय उनके पास सिर्फ 510 रुपए बचे थे। देवगढ़ में एक पेट्रोल पंप से बाइक में उन रुपयों का पेट्रोल डलवा लिया। पंप कर्मचारियों से दोनों का विवाद भी हुआ।

विवाद के बाद वे बाइक तेज रफ्तार में लेकर वहां से फरार हो गए। तब तक दोनों का वीडियो वायरल हो चुका था। ताल के रहने वाले भगवान सिंह ने पुलिस को सूचना दी थी कि दो बदमाश उसके पंप से अभी-अभी भागे हैं।

बंदूक नहीं थी तो हाथ में पत्थर लेकर खड़ा हो गया कॉन्स्टेबल सूचना मिलते ही आडा मोड़ पर कॉन्स्टेबल तेजपाल, शौकत, नरेंद्र सहित सात पुलिसकर्मी तैनात हो गए। किसी भी पुलिसकर्मी के पास हथियार नहीं थे, सिर्फ डंडे ही थे। पुलिस को ये भी पता था कि हत्यारों के पास खंजर और दूसरे हथियार भी हो सकते हैं।।

आरोपियों को आता देख कॉन्स्टेबल तेजपाल ने अपने हाथ में पत्थर उठाया और सड़क के बीच में खड़ा हो गया। सामने कॉन्स्टेबल को देख हत्यारे घबरा गए। बाइक का संतुलन बिगड़ा और दोनों गिर गए तभी पुलिस ने उन्हें धर दबोचा।

हत्यारों को विश्वास था कि उन्होंने जो किया सही किया और ऊपरवाला उनके साथ है। इसीलिए जब पुलिस ने पकड़ा तो उन्हें एक पल के लिए विश्वास ही नहीं हुआ। बोले- ऊपरवाले ने हमें कैसे पकड़वा दिया?

काले बैग में मिले खून से सने दोनों खंजर दोनों के पकड़े जाने के बाद पुलिस ने बाइक की तलाशी ली। बाइक के बैग में दोनों खून से सने हुए खंजर मिले। बैग में ही उन्हें कपड़े मिले। इसके बाद पुलिस दोनों को गाड़ी में डालकर चारभुजा थाने ले गई।

हत्या के बाद नाथद्वारा से वीडियो वायरल किए थे पुलिस की पूछताछ में सामने आया कि कन्हैयालाल की हत्या करने के बाद हत्यारे सीधे एसके इंजीनियरिंग वर्क्स गए थे। वहां उन्होंने ऑफिस में बैठकर हत्या के बाद वाला वीडियो बनाया था। इसके बाद वे भीम के लिए निकल गए। नाथद्वारा से आगे निकलने के बाद उन्होंने हत्या के समय और हत्या के बाद वाले वीडियो वायरल किए थे। उन्होंने पाकिस्तान के वॉट्सऐप ग्रुप में भी वीडियो भेजे।

इस तरह फेल हो गया दूसरा मर्डर का प्लान रियाज और गौस ने बताया उनके दो और साथी थे। कन्हैयालाल के अलावा एक और व्यक्ति की तालिबानी तरीके से हत्या का प्लान था। जिन दो हत्यारों को उस दूसरे व्यक्ति के मर्डर का जिम्मा सौंपा गया, वे ऐनमौके पर पलट गए और वहां गए ही नहीं। जबकि तय प्लान के मुताबिक रियाज और गौस कन्हैयालाल का मर्डर कर चुके थे। दोनों ने बताया वे अजमेर जाने वाले थे। वहां से उनके साथी उन्हें विदेश भगा देते। उनके आकाओं ने कहा था- 'कैसे भी करके अजमेर पहुंच जाओ, वहां से तुम्हें देश से बाहर भिजवा देंगे।'
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Greater Noida News : महिला को रूम शेयर ऑफर करने पर हेड कांस्टेबल सस्पेंड

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UP Police
locationभारत
userचेतना मंच
calendar02 Dec 2025 02:28 AM
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Greater Noida: ग्रेटर नोएडा । मदद के बहाने महिला से रूम शेयर की मांग करने वाले मुंशी (हेड कांस्टेबल) को जांच के बाद सस्पेंड कर दिया गया है। इस मामले में पीडि़ता ने वीडियो शेयर की थी जिसके पश्चात सेंट्रल जोन के डीसीपी हरीश चंदर ने मामले की जांच के निर्देश दिए थे। सेंट्रल जोन के एसीपी तृतीय पीपी सिंह ने बताया कि थाना ईकोटेक पर तैनात मुंशी दीपक थाने में कंप्यूटर ऑपरेटर है। गत दिनों मूल रूप से पश्चिम बंगाल की रहने वाली एक महिला ने वीडियो शेयर करते हुए दीपक की शिकायत की थी। उन्होंने बताया कि जांच के बाद मुंशी दीपक को सस्पेंड कर दिया गया है। बता दें कि थाना ईकोटेक 3 पुलिस ने गत शुक्रवार को एक सोसाइटी में पड़ोसी से विवाद होने के पर एक व्यक्ति को शांति भंग के आरोप में गिरफ्तार किया था। पकड़े गए व्यक्ति को छुड़ाने के लिए उसकी पत्नी ने थाने में तैनात दीपक से मदद की गुहार लगाई थी। दीपक ने भी उसकी मदद का आश्वासन दिया। महिला का आरोप है कि थाने से जब उसके पति को मजिस्ट्रेट के यहां पेश करने के लिए ले जाया गया तब दीपक भी उनके साथ कार में बैठ गया। इस दौरान उसने कहा कि क्या वह उसके साथ रूम शेयर करेगी। इस पर महिला ने उसे डांटते हुए कहा कि वह उसकी बहन जैसी है। इस दौरान महिला ने इस पूरे वाकये की वीडियो बना ली जिसे उसने शेयर कर दिया। पति को जमानत मिलने के पश्चात महिला ने पुलिस अधिकारियों से शिकायत की। इस संबंध में डीसीपी सेंट्रल जोन हरीश चंदर ने इस मामले की जांच सेंट्रल जोन के एसीपी तृतीय पीपी सिंह को सौंपी थी।
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