Noida News : ग्रेटर नोएडा। औद्योगिक नगरी ग्रेटर नोएडा में सक्रिय ठगों के गिरोह के सरगना की गिरफ्तारी की सर्वत्र सराहना हो रही है। शहर के नागरिक पुलिस की इस कार्रवाई की मुक्त कंठ से सराहना कर रहे हैं। साथ ही ठगों के इस गिरोह के फरार सदस्यों की शीघ्र गिरफ्तारी की मांग भी पुलिस के अधिकारियों से की जा रही है।
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कौन है ठगों का सरगना ?
आपको बता दें कि ग्रेटर नोएडा क्षेत्र में ठगों का एक शातिर गिरोह सक्रिय है। इस गिरोह का सरगना आशीष रामख्यानी है। यह शातिर ठग आशीष रामख्यानी मूल रूप से रायबरेली के रहने वाले अशोक कुमार रामख्यानी का पुत्र है। पिछले लगभग एक दशक से आशीष नामक यह ठग ग्रेटर नोएडा के सिग्मा-4 सेक्टर में स्थित ग्रांड फोर्ट सोसाइटी में रह रहा है। इस ठग ने बकायदा एक गिरोह बना रखा है। यह गिरोह अपने आसपास रहने वाले भोले-भाले लोगों से दोस्ती करता है। फिर उन दोस्तों को मोटे ब्याज का लालच देकर उनसे मोटी रकम ले लेता है। जिनसे रकम लेता है उन्हें यकीन दिलाने के लिए (पीडीसी…..) पोस्ट डेटेड चेक भी दे देता है। यह चेक ऐसे खातों के होते हैं जिनके खातों में पैसे होते ही नहीं हैं। कुछ माह बाद जब पैसे देने वाला अपना ब्याज दर मूलधन वापस मांगता है तो उन्हें कारोबार में घाटा हो जाने की फर्जी कहानी सुनाकर रफूचक्कर हो जाता है।
घर से निकलते ही पकड़ा
अलग-अलग थानों में इस गिरोह के विरुद्ध ठगी के एक दर्जन केस दर्ज हैं। गिरोह के सरगना आशीष रामख्यानी ने अपने गिरोह के साथ मिलकर 28 लोगों से 12 करोड़ से भी अधिक की ठगी कर रखी है। 30 अप्रैल 2023 को ग्रेटर नोएडा के बीटा-2 थाने में इस गिरोह के विरुद्ध उत्तर प्रदेश गिरोह बंद समाज विरोधी क्रियाकलाप (निवारण) अधिनियम-1986 की धारा-2 (बी…) आई….. तथा धारा-3 (गैंगस्टर एक्ट) के तहत मामला दर्ज किया गया था। तभी से पुलिस इस गिरोह के सदस्यों का पीछा कर रही थी। कल सुबह आशीष रामख्यानी जैसे ही अपनी कार लेकर ग्रेटर नोएडा की ग्रांड फोर्ट सोसाइटी (सिग्मा-4) से बाहर निकला वैसे ही ग्रेटर नोएडा के थाना नॉलेज पार्क की पुलिस ने उसे कार समेत गिरफ्तार कर लिया। इस शातिर ठग की गिरफ्तारी की सूचना मिलते ही ठगी का शिकार हुए नागरिकों, उनके रिश्तेदारों व परिचितों में खुशी की लहर दौड़ गई। जिसे जिसे भी इस गिरफ्तारी का पता चला उसी ने पुलिस की इस कार्यवाही की सराहना की है।
गिरोह के सदस्य अभी भी फरार
ठगों के गिरोह का सरगना आशीष रामख्यानी तो पकड़ा गया किंतु गिरोह के अन्य सदस्य अभी भी फरार हैं। ग्रेटर नोएडा पुलिस के अनुसार इस गिरोह में आशीष रामख्यानी की मां द्रोपदी रामख्यानी, आशीष की पत्नी प्रज्ञा राय रामख्यानी, लखनऊ के मूलनिवासी अवध नारायण दीक्षित का बेटा प्रशांत नारायण दीक्षित, प्रशांत की पत्नी निधि दीक्षित समेत आधा दर्जन सदस्य शामिल हैं। रामख्यानी व दीक्षित परिवार ठगी के इस धंधे से मोटी रकम कमा चुके हैं। ग्रेटर नोएडा के अनेक नागरिक पुलिस अधिकारियों से मिलकर फरार ठगों की शीघ्र गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं।
Noida News – मिल रहा है संरक्षण
पता चला है कि ठगों के इस गिरोह को अनेक लोगों से संरक्षण मिल रहा है। सूत्रों का दावा है कि गिरफ्तार करके जेल भेजे गए इस गिरोह के मुखिया आशीष रामख्यानी की जेल में भी मदद की जा रही है। गौतमबुद्घनगर की जिला जेल में उसकी मेहमानों की तरह से ‘‘सेवा’’ हो रही है। उसकी सेवा कराने में फरार चल रही उसकी शातिर दिमाग पत्नी प्रज्ञा राय का योगदान बताया जा रहा है। सूत्रों की माने तो प्रज्ञा राय के भाई व भाभी जेल में कुछ अफसरों की मदद से जेल में अपने रिश्तेदार की ‘‘सेवा’’ करवा रहे हैं। Noida News
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