नोएडा (चेतना मंच)। समाजवादी पार्टी तथा बहुजन समाज पार्टी की सरकारों के शासनकाल में घोटाले तथा भ्रष्टाचार की इबारत लिखने वाले दोषी अफसर अब बच नहीं पाएंगे। उनको उनके कुकृत्यों की सजा जरूर मिलेगी। बेशक वे सेवानिवृत्त क्यों न हो गये हों। यह बात कही उत्तर प्रदेश गन्ना विकास परिषद के अध्यक्ष दर्जा प्राप्त राज्यमंत्री नवाब सिंह नागर ने।
उन्होंने कहा कि दोनों ही सरकारों के कार्यकाल में सत्तासीन आकाओं के दबाव में चंद अधिकारियों ने घोटालों की इंतिहा ही कर दी। यही कारण है कि सुप्रीम कोर्ट को भी तल्ख टिप्पणी करनी पड़ी। लेकिन मुख्यमंत्री ने एसआईटी गठित कर दी है। जिसकी रिपोर्ट एक सप्ताह में तलब की है। इसमें सभी दोषी अफसरों पर गाज गिरना तय है। भाजपा सरकार का स्पष्ट उददेश्य है कि किसी भी कीमत पर भ्रष्टाचार को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
उप्र कृषि अनुसंधान परिषद के अध्यक्ष तथा दर्जा प्राप्त मंत्री कैप्टन विकास गुप्ता ने कहा कि मुख्यमंत्री ने सुपरटेक मामले में एसआईटी गठित कर स्पष्ट संदेश दिया है कि भ्रष्ट अफसरों को अब बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने उम्मीद जताई है कि दोषी अफसरों तथा बिल्डरों पर कड़ी कार्यवाही होगी। उन्होंने कहा कि उन्होंने बिल्डर-राजनेताओं के गठजोड़, फार्महाउस घोटाला, सिटी सेंटर घोटाला, यादव सिंह घोटाला, व्यवसायिक भूमि आवंटन घोटाला तथा डीएनडी टोलवे घोटाले के खिलाफ आक्रामक अभियान छेड़ा था। इसके लिए शासन-प्रशासन तक सभी सबूत एकत्रित कर पैरोकारी भी की। जिसमें कुछ मामलों में सफलता भी मिली। उनके दबाव में अखिलेश सरकार ने, प्राधिकरणों में ई-टेंडर व्यवस्था लागू की। लेकिन घोटालेबाज अफसर व बिल्डरा, राजनेता अभी भी छुटटे घूम रहे हैं, लेकिन अब उन पर गाज गिरना तय है।