Friday, 18 October 2024

G20 Summit से पहले नोएडा की एमिटी विवि में आयोजित हुआ S-20, जाने क्या है S-20

G20 Summit /नोएडा। एक ओर जहां केंद्र सरकार दिल्ली में आयोजित होने वाले G20 शिखर सम्मेलन की तैयारियों में जुटी…

G20 Summit से पहले नोएडा की एमिटी विवि में आयोजित हुआ S-20, जाने क्या है S-20

G20 Summit /नोएडा। एक ओर जहां केंद्र सरकार दिल्ली में आयोजित होने वाले G20 शिखर सम्मेलन की तैयारियों में जुटी है, वहीं दूसरी ओर G20 के एक अंग S20 का एक महत्वपूर्ण सम्मेलन ग्रेटर नोएडा स्थित एमिटी विश्वविद्यालय में आयोजित की गई। आपको बता दें कि S-20 विज्ञान आधारित अपनी सिफारिशों को सरकार को सौंपता है।

G20 Summit 2023

ग्रेटर नोएडा स्थित एमिटी विश्वविद्यालय में आयोजित S-20 के दो दिवसीय सम्मेलन को संबोधित करते हुए भारत सरकार के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग के मंत्री डा. जितेन्द्र सिंह ने कहा है कि क्लीन एनर्जी व ग्रीन एनर्जी के क्षेत्र में भारत तेजी से आगे बढ़ रहा है। भारत विश्व गुरू बनने की दिशा में आगे बढ़ रहा है। हमारे वैज्ञानिक दुनिया के लिए क्लीन एनर्जी व ग्रीन एनर्जी के क्षेत्र में पूरी तल्लीनता के साथ काम कर रहे हैं।

S-20 का किया उदघाटन

केन्द्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार डा. जितेन्द्र सिंह ने भारतीय राष्ट्रीय विज्ञान अकादमी के सहयोग से एमिटी विश्वविद्यालय में ‘नवाचार व सतत विकास के लिए विघटनकारी विज्ञान’ विषय पर आयोजित दो दिवसीय सम्मेलन का उदघाटन किया। इस अवसर पर एमिटी शिक्षण के संस्थापक अध्यक्ष डा. अशोक कुमार चौहान, एमिटी विश्वविद्यालय के चांसलर डा. अतुल चौहान, एमिटी साइंस टेक्नोलॉजी एंड इनोवेशन फांउडेशन के अध्यक्ष डा. डब्ल्यू सेल्वामूर्ति, नीति आयोग के सदस्य डा. वीके सारस्वत, डीआरडीओ के अध्यक्ष डा. समीर कामत, रक्षा मंत्री के पूर्व वैज्ञानिक सलाहकार डा जी सतीश रेड्डी, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग के पूर्व सचिव एवं S-20 के सह अध्यक्ष डा. आशुतोष शर्मा, एमिटी विश्वविद्यालय हरियाणा के चांसलर के डा. असीम चौहान, एमिटी विश्वविद्यालय उत्तर प्रदेश की वाइस चांसलर डा. बलविंदर शुक्ला, एमिटी ग्रुप के वाइस चांसलर डा. गुरिंदर सिंह भी मौजूद थे।

वैश्विक महाशक्ति बनेगा भारत : डा. चौहान

एमिटी शिक्षण समूह के संस्थापक अध्यक्ष डा. अशोक कुमार चौहान ने कहा कि विज्ञान, आर्थिक विस्तार और मानव प्रगति के पीछे की प्रेरक शक्ति है और प्रतिष्ठित एस20 सम्मेलन इस अभियान में प्रमुख भूमिका निभायेगा। युवाओं मे वैज्ञानिक दृष्टिकोण विकसित करना बेहद आवश्यक है क्योंकि कल देश के नेतृत्व की कमान युवाओं के हाथ में होगी। विज्ञान, प्रौद्योगिकी, अनुसंधान और नवाचार के माध्यम से ही हम विश्व का नेतृत्व करेंगे और भारत वैश्विक महाशक्ति बनेगा।

एमिटी साइंस टेक्नोलॉजी एंड इनोवेशन फांउडेशन के अध्यक्ष डा. डब्ल्यू सेल्वामूर्ति ने सम्मेलन के महत्व को बताते हुए कहा कि यह हमारे लिए गर्व की बात है कि आज देश हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के गतिशील नेतृत्व में जी20 की अध्यक्षता की मेजबानी कर रहा है। एमिटी विश्वविद्यालय उत्तर प्रदेश की वाइस चांसलर डा. बलविंदर शुक्ला ने कहा कि प्रतिष्ठित एस20 सम्मेलन वैज्ञानिकों के महत्वपूर्ण वैज्ञानिक मुद्दों पर नीति निर्माताओं और हितधाराकों के साथ जुड़ने और तदनुसार नीतियां बनाने का मंच है।

जानें क्या है S-20 ?

जर्मनी की अध्यक्षता के दौरान 2017 में स्थापित, S20 G20 का एक एंगेजमेंट ग्रुप (EG) वर्टिकल है। जिसमें सभी G20 देशों की वैज्ञानिक अकादमियाँ शामिल हैं। S20 सहभागिता समूह का प्राथमिक उद्देश्य नीति निर्माताओं को विज्ञान-आधारित सलाह और सिफारिशें प्रदान करना है, यह सुनिश्चित करना कि निर्णय वैज्ञानिक सहमति के आधार पर किए जाएं।

बएस-20, जी-20 के अंर्तगत सहभागिता समूहों में से एक है जिसका उददेश्य विज्ञान और सामाजिक विकास को बढ़ावा देने के माध्यम से जी20 के एजेंडे को पूरक बनाना है। एस20 सम्मेलन के प्राथमिक उद्देश्य एस20 के अंर्तगत हुए परिचर्चा सत्र के परिणामों का प्रसार करना है जो देश के विभिन्न हिस्सों में तीन कार्यक्षेत्रों, प्रथम हरित भविष्य के लिए स्वच्छ उर्जा, द्वितीय सार्वभौमिक समग्र स्वास्थ्य और तृतीय समाज व संस्कृति के लिए विज्ञान के तहत आयोजित किये गये हैं। नोएडा से पूर्व एस20 की कई बैठकें कोयंबटूर, भोपाल, पांडूचेरी में संपन्न हो चुकी है। G20 Summit

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