भाजपा सरकार की बड़ी सौगात, 30 रुपए की थाली सिर्फ 5 रुपये में
राजधानी दिल्ली में आज से अटल कैंटीन सेवा की औपचारिक शुरुआत कर दिया गया है। केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर ने 25 दिसंबर को नेहरू नगर स्थित अटल कैंटीन का रिमोट के जरिए उद्घाटन किया। इस अवसर पर दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता और गृह मंत्री आशीष सूद भी मौजूद रहे है।

बता दें कि दिल्ली सरकार की इस महत्वाकांक्षी योजना के तहत आज शहर में करीब 100 स्थानों पर अटल कैंटीन सेवा शुरू की गई है। इस योजना का उद्देश्य गरीब, श्रमिक और जरूरतमंद लोगों को मात्र 5 रुपये में स्वादिष्ट, पौष्टिक और भरपेट भोजन उपलब्ध कराना है।
जाने क्या मिलेगा थाली में?
बता दें कि अटल कैंटीन में रोज दाल, चावल, रोटी, सब्जी, अचार और स्वच्छ मिनरल वाटर परोसा जाएगा। भोजन की गुणवत्ता बनाए रखने के लिए दाल और सब्जी में रोज बदलाव किया जाएगा। कैंटीन में दोपहर और रात– दोनों समय भोजन की सुविधा उपलब्ध होगी।
जनता ने जताई खुशी
बता दें कि अटल कैंटीन का जायजा लिया और भोजन कर रहे लोगों से बातचीत की जिसमें लोगों ने कहा कि 5 रुपये में इतना स्वादिष्ट और पौष्टिक भोजन मिलना किसी वरदान से कम नहीं है। मजदूरों और गरीब तबके के लिए यह योजना एक “संजीवनी” साबित हो रही है।
45 कैंटीन का हुआ उद्घाटन, बाकी जल्द होंगी शुरू
बता दें कि सीएम रेखा गुप्ता ने बताया कि फिलहाल 45 अटल कैंटीन का उद्घाटन किया गया है। शेष 55 कैंटीन का काम ग्रेप-4 प्रतिबंधों के कारण रुका हुआ था, जिन्हें 10–15 दिनों के भीतर शुरू कर दिया जाएगा और अटल बिहारी वाजपेयी जी के जन्मदिन पर यह योजना जनता को समर्पित की गई है।
सरकार वहन कर रही है 25 रुपये की लागत
बता दें कि सीएम ने बताया कि एक थाली की वास्तविक लागत करीब 30 रुपये है, जिसमें से 25 रुपये सरकार सब्सिडी के रूप में दे रही है। सरकार पूरा खर्च उठा सकती थी, लेकिन लोगों को सम्मान के साथ भोजन मिले, इसलिए 5 रुपये का योगदान रखा गया है।
दिल्ली में बढ़े जिले, डीएम-एसडीएम की नियुक्ति
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर कहा कि अटल जी के नाम पर दिल्ली को मेट्रो जैसी बड़ी सौगात मिली। आज मेट्रो नेटवर्क लगातार विस्तार कर रहा है। इसके साथ ही झुग्गी सुधार के लिए करोड़ों रुपये का बजट दिया गया है। उन्होंने बताया कि दिल्ली में 11 से बढ़ाकर 13 जिले कर दिए गए हैं और सभी नए जिलों में डीएम और एसडीएम की नियुक्ति भी कर दी गई है।
सुशासन दिवस के रूप में मनाया गया अटल जी का जन्मदिन
सीएम रेखा गुप्ता ने कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी जी के जन्मदिन को दिल्ली में सुशासन दिवस के रूप में मनाया जा रहा है और अटल कैंटीन जैसी योजनाएं उसी विचारधारा का प्रतीक हैं।
बता दें कि दिल्ली सरकार की इस महत्वाकांक्षी योजना के तहत आज शहर में करीब 100 स्थानों पर अटल कैंटीन सेवा शुरू की गई है। इस योजना का उद्देश्य गरीब, श्रमिक और जरूरतमंद लोगों को मात्र 5 रुपये में स्वादिष्ट, पौष्टिक और भरपेट भोजन उपलब्ध कराना है।
जाने क्या मिलेगा थाली में?
बता दें कि अटल कैंटीन में रोज दाल, चावल, रोटी, सब्जी, अचार और स्वच्छ मिनरल वाटर परोसा जाएगा। भोजन की गुणवत्ता बनाए रखने के लिए दाल और सब्जी में रोज बदलाव किया जाएगा। कैंटीन में दोपहर और रात– दोनों समय भोजन की सुविधा उपलब्ध होगी।
जनता ने जताई खुशी
बता दें कि अटल कैंटीन का जायजा लिया और भोजन कर रहे लोगों से बातचीत की जिसमें लोगों ने कहा कि 5 रुपये में इतना स्वादिष्ट और पौष्टिक भोजन मिलना किसी वरदान से कम नहीं है। मजदूरों और गरीब तबके के लिए यह योजना एक “संजीवनी” साबित हो रही है।
45 कैंटीन का हुआ उद्घाटन, बाकी जल्द होंगी शुरू
बता दें कि सीएम रेखा गुप्ता ने बताया कि फिलहाल 45 अटल कैंटीन का उद्घाटन किया गया है। शेष 55 कैंटीन का काम ग्रेप-4 प्रतिबंधों के कारण रुका हुआ था, जिन्हें 10–15 दिनों के भीतर शुरू कर दिया जाएगा और अटल बिहारी वाजपेयी जी के जन्मदिन पर यह योजना जनता को समर्पित की गई है।
सरकार वहन कर रही है 25 रुपये की लागत
बता दें कि सीएम ने बताया कि एक थाली की वास्तविक लागत करीब 30 रुपये है, जिसमें से 25 रुपये सरकार सब्सिडी के रूप में दे रही है। सरकार पूरा खर्च उठा सकती थी, लेकिन लोगों को सम्मान के साथ भोजन मिले, इसलिए 5 रुपये का योगदान रखा गया है।
दिल्ली में बढ़े जिले, डीएम-एसडीएम की नियुक्ति
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर कहा कि अटल जी के नाम पर दिल्ली को मेट्रो जैसी बड़ी सौगात मिली। आज मेट्रो नेटवर्क लगातार विस्तार कर रहा है। इसके साथ ही झुग्गी सुधार के लिए करोड़ों रुपये का बजट दिया गया है। उन्होंने बताया कि दिल्ली में 11 से बढ़ाकर 13 जिले कर दिए गए हैं और सभी नए जिलों में डीएम और एसडीएम की नियुक्ति भी कर दी गई है।
सुशासन दिवस के रूप में मनाया गया अटल जी का जन्मदिन
सीएम रेखा गुप्ता ने कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी जी के जन्मदिन को दिल्ली में सुशासन दिवस के रूप में मनाया जा रहा है और अटल कैंटीन जैसी योजनाएं उसी विचारधारा का प्रतीक हैं।












