दिल्ली में कारपूलिंग को मिलेगा बढ़ावा, पर्यावरण मंत्री का ऐलान
राजधानी दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण को कम करने के लिए रेखा गुप्ता सरकार ने एक बड़ा कदम उठाने का फैसला किया है। दिल्ली में जल्द ही राइड-शेयरिंग सुविधा दोबारा शुरू की जाएगी और इसके साथ ही कारपूलिंग के लिए नया फ्रेमवर्क भी लागू किया जाएगा।

दिल्ली के पर्यावरण मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा ने बुधवार (31 दिसंबर) को दिल्ली सचिवालय में ओला, उबर, रैपिडो समेत अन्य राइड एग्रीगेटर्स के साथ एक उच्च-स्तरीय बैठक की। इस बैठक का मुख्य उद्देश्य राजधानी में राइड-शेयरिंग को फिर से शुरू करना और वाहनों से होने वाले प्रदूषण को कम करने के लिए ठोस रणनीति बनाना था।
कारपूलिंग फ्रेमवर्क पर होगा काम
दिल्ली सरकार के अनुसार, बैठक में यह तय किया गया कि एग्रीगेटर कंपनियां मिलकर कारपूलिंग फ्रेमवर्क पर काम शुरू करेंगी। इससे सड़कों पर निजी वाहनों की संख्या घटेगी और ट्रैफिक व प्रदूषण—दोनों पर नियंत्रण संभव होगा।
इन बिंदुओं पर रहेगा खास फोकस
सरकार ने साफ किया है कि आने वाले समय में निम्न पहलुओं पर विशेष ध्यान दिया जाएगा जो कि लास्ट-माइल कनेक्टिविटी को मजबूत करना, बस और शटल फ्लीट का विस्तार, ग्रीन और इलेक्ट्रिक वाहनों को बढ़ावा, भीड़भाड़ वाले इलाकों और ट्रैफिक हॉटस्पॉट्स की मैपिंग है।
मंत्री का बयान
बता दें कि बैठक के बाद मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा ने कहा है कि जितनी जल्दी हम बड़े पैमाने पर राइड-शेयरिंग और कारपूलिंग शुरू करेंगे, हमारी सड़कों पर उतनी ही कम गाड़ियां नजर आएंगी।
दिल्लीवासियों से अपील
पर्यावरण मंत्री ने दिल्ली के नागरिकों से अपील करते हुए कहा कि वे राइड-शेयरिंग और कारपूलिंग जैसे विकल्पों को अपनाएं, ताकि सभी मिलकर राजधानी में प्रदूषण के स्तर को कम कर सकें। सरकार का मानना है कि यह पहल न केवल पर्यावरण के लिए फायदेमंद होगी, बल्कि ट्रैफिक जाम और ईंधन की खपत को भी कम करने में मदद करेगी।
दिल्ली के पर्यावरण मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा ने बुधवार (31 दिसंबर) को दिल्ली सचिवालय में ओला, उबर, रैपिडो समेत अन्य राइड एग्रीगेटर्स के साथ एक उच्च-स्तरीय बैठक की। इस बैठक का मुख्य उद्देश्य राजधानी में राइड-शेयरिंग को फिर से शुरू करना और वाहनों से होने वाले प्रदूषण को कम करने के लिए ठोस रणनीति बनाना था।
कारपूलिंग फ्रेमवर्क पर होगा काम
दिल्ली सरकार के अनुसार, बैठक में यह तय किया गया कि एग्रीगेटर कंपनियां मिलकर कारपूलिंग फ्रेमवर्क पर काम शुरू करेंगी। इससे सड़कों पर निजी वाहनों की संख्या घटेगी और ट्रैफिक व प्रदूषण—दोनों पर नियंत्रण संभव होगा।
इन बिंदुओं पर रहेगा खास फोकस
सरकार ने साफ किया है कि आने वाले समय में निम्न पहलुओं पर विशेष ध्यान दिया जाएगा जो कि लास्ट-माइल कनेक्टिविटी को मजबूत करना, बस और शटल फ्लीट का विस्तार, ग्रीन और इलेक्ट्रिक वाहनों को बढ़ावा, भीड़भाड़ वाले इलाकों और ट्रैफिक हॉटस्पॉट्स की मैपिंग है।
मंत्री का बयान
बता दें कि बैठक के बाद मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा ने कहा है कि जितनी जल्दी हम बड़े पैमाने पर राइड-शेयरिंग और कारपूलिंग शुरू करेंगे, हमारी सड़कों पर उतनी ही कम गाड़ियां नजर आएंगी।
दिल्लीवासियों से अपील
पर्यावरण मंत्री ने दिल्ली के नागरिकों से अपील करते हुए कहा कि वे राइड-शेयरिंग और कारपूलिंग जैसे विकल्पों को अपनाएं, ताकि सभी मिलकर राजधानी में प्रदूषण के स्तर को कम कर सकें। सरकार का मानना है कि यह पहल न केवल पर्यावरण के लिए फायदेमंद होगी, बल्कि ट्रैफिक जाम और ईंधन की खपत को भी कम करने में मदद करेगी।











