अनिवार्य ऐप इंस्टॉल पर विवाद, Apple ने उठाई गोपनीयता की चिंता

भारत सरकार द्वारा स्मार्टफोन कंपनियों को अपने नए साइबर सुरक्षा ऐप ‘Communication Partner’ को प्रीलोड करने के आदेश के बाद बड़ा राजनीतिक विवाद खड़ा हो गया है।

Communication Partner Apple
साइबर सुरक्षा ऐप विवाद (फाइल फोटो)
locationभारत
userऋषि तिवारी
calendar04 Dec 2025 01:43 PM
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भारत सरकार द्वारा स्मार्टफोन कंपनियों को अपने नए साइबर सुरक्षा ऐप ‘Communication Partner’ को प्रीलोड करने के आदेश के बाद बड़ा राजनीतिक विवाद खड़ा हो गया है। तीन सूत्रों के मुताबिक, Apple इस आदेश का पालन करने की योजना में नहीं है और वह अपनी चिंताओं को औपचारिक रूप से नई दिल्ली तक पहुंचाएगा।

सरकार का आदेश और उसका उद्देश्य

सरकार ने Apple, Samsung, Xiaomi सहित सभी स्मार्टफोन निर्माताओं को निर्देश दिया है कि वे 90 दिनों के भीतर अपने सभी नए फोन में Communication Partner ऐप को प्रीलोड करें । यह ऐप चोरी हुए फोन को ट्रैक, ब्लॉक और उनके दुरुपयोग को रोकने के लिए बनाया गया है। इसके अलावा, आदेश में यह भी कहा गया है कि ऐप को अक्षम नहीं किया जा सके सप्लाई चेन में मौजूद फोन पर भी सॉफ्टवेयर अपडेट के ज़रिए ऐप भेजा जाए। दूरसंचार मंत्रालय ने इसे साइबर सुरक्षा के "गंभीर खतरे" से निपटने के लिए आवश्यक बताया।

Apple की आपत्तियाँ

Apple ने सरकार को संकेत दिया है कि वह किसी भी देश में इस तरह के अनिवार्य प्रीलोडिंग आदेशों का पालन नहीं करता, ऐसा करना iOS की सुरक्षा और गोपनीयता प्रणाली को कमजोर कर सकता है। इसलिए कंपनी इस आदेश को लागू नहीं कर सकती है। Apple ने सार्वजनिक टिप्पणी करने से इनकार किया है, लेकिन आंतरिक रूप से यह स्पष्ट किया है कि आदेश उनकी नीतियों के अनुरूप नहीं है।

राजनीतिक हंगामा और गोपनीयता चिंताएँ

बता दें कि यह आदेश संसद के अंदर और बाहर जोरदार बहस का कारण बन गया। विपक्षी दलों ने इसे “निगरानी का औजार” बताया कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि वे संसद में इस मुद्दे को उठाएंगे। कांग्रेस ने आदेश वापस लेने की मांग की है। पार्टी नेता के.सी. वेणुगोपाल ने कहा है कि बिग ब्रदर हमें नहीं देख सकता। सरकार का तर्क है कि यह ऐप फर्जी IMEI और चोरी हुए फोन की बिक्री को रोकने में मदद करेगा।

अन्य कंपनियों की प्रतिक्रिया

  • Samsung और Xiaomi सहित अन्य कंपनियाँ भी आदेश की समीक्षा कर रही हैं
  • Samsung ने अभी तक कोई आधिकारिक टिप्पणी नहीं दी है
  • उद्योग सूत्रों ने कहा कि सरकार ने इस आदेश पर उद्योग से कोई व्यापक परामर्श नहीं किया

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MCD नतीजों में बड़ा उलटफेर: बीजेपी का किला टूटा, विपक्ष ने जमाया दबदबा

दिल्ली राज्य चुनाव आयोग के अनुसार, 143 मतदान केंद्रों के 580 बूथों पर मतदान कराया गया। कई सीटों पर बीजेपी और AAP के बीच सीधी टक्कर देखने को मिली, जिसके कारण नतीजों पर सभी की नजरें टिकी रहीं।

दिल्ली MCD चुनाव में बड़ा उलटफेर बीजेपी की पकड़ कमजोर, विपक्ष ने जमाया दबदबा
दिल्ली MCD चुनाव में बड़ा उलटफेर: बीजेपी की पकड़ कमजोर, विपक्ष ने जमाया दबदबा
locationभारत
userअभिजीत यादव
calendar03 Dec 2025 11:21 AM
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Delhi News : दिल्ली नगर निगम (MCD) के 12 वार्डों में 30 नवंबर को हुए उपचुनाव के नतीजे बुधवार को सामने आ गए। इन चुनावों में बीजेपी को कुल 7 सीटों पर जीत मिली, जबकि आम आदमी पार्टी (AAP) ने 3 और कांग्रेस ने 1 सीट पर जीत दर्ज की। इसके अलावा, एक निर्दलीय उम्मीदवार भी विजयी रहा। बीजेपी के लिए यह चुनाव खासा चुनौतीपूर्ण साबित हुआ, क्योंकि इनमें से 9 सीटों पर पहले उसका कब्जा था, जो अब घटकर 7 रह गई हैं। इसका मतलब है कि पार्टी को दो सीटों का नुकसान हुआ है।

उपचुनाव का मतदान और शांतिपूर्ण प्रक्रिया

इस उपचुनाव में कुल मिलाकर मतदान प्रतिशत अपेक्षाकृत कम रहा। हालांकि, मतदान पूरी तरह शांतिपूर्ण रहा और किसी भी वार्ड से हिंसा या अशांति की कोई खबर नहीं आई। वोटों की गिनती आज सुबह 8 बजे से शुरू हुई। दिल्ली राज्य चुनाव आयोग के अनुसार, 143 मतदान केंद्रों के 580 बूथों पर मतदान कराया गया। कई सीटों पर बीजेपी और AAP के बीच सीधी टक्कर देखने को मिली, जिसके कारण नतीजों पर सभी की नजरें टिकी रहीं।

कौन किस वार्ड से विजयी रहा?

  1. विनोद नगर – सरला चौधरी (बीजेपी) 1,769 वोटों से
  2. द्वारका बी – मनीषा देवी (बीजेपी) 9,100 वोटों से
  3. अशोक विहार – वीना असीजा (बीजेपी) 405 वोटों से
  4. ग्रेटर कैलाश – अंजुम मॉडल (बीजेपी) 4,165 वोटों से
  5. दिंचाऊं कला – रेखा रानी (बीजेपी) 5,637 वोटों से
  6. चांदनी महल – मोहम्मद इमरान (निर्दलीय) 4,592 वोटों से
  7. मुंडका – अनिल (AAP) 1,577 वोटों से
  8. संगम विहार ए – सुरेश चौधरी (कांग्रेस) 3,628 वोटों से
  9. शालीमार बाग बी – अनीता जैन (बीजेपी) 10,101 वोटों से
  10. दक्षिण पुरी – राम स्वरूप कनौजिया (AAP) 2,262 वोटों से
  11. चांदनी चौक – सुमन कुमार गुप्ता (बीजेपी) 1,182 वोटों से
  12. नारायणा – राजन अरोड़ा (AAP) 148 वोटों से

बीजेपी ने साल 2022 के MCD चुनाव में 115 सीटें जीती थीं। इसलिए इस उपचुनाव में पार्टी 100 प्रतिशत स्ट्राइक रेट चाहती थी, ताकि निगम में पूर्ण बहुमत बरकरार रहे। यह चुनाव दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता के लिए भी एक बड़ी परीक्षा माना जा रहा है। Delhi News

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शीतकालीन सत्र का दूसरा दिन भी हंगामेदार, सांसद वेल में उतरे

संसद में विपक्ष का प्रदर्शन लगातार दूसरे दिन भी जारी है। आज सुबह 11 बजे लोकसभा की कार्यवाही शुरू होते ही विपक्षी सांसदों ने हंगामा करना शुरू कर दिया। कुछ सांसद वेल तक पहुंच गए और नारेबाजी करने लगे।

Parliament Winter Session
संसद शीतकालीन सत्र (फाइल फोटो)
locationभारत
userऋषि तिवारी
calendar02 Dec 2025 12:13 PM
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संसद के शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन लोकसभा में विपक्ष ने SIR और वोट चोरी के आरोपों को लेकर जोरदार हंगामा किया। सदन की कार्यवाही सुबह 11 बजे शुरू होते ही कांग्रेस सहित कई विपक्षी दलों के सांसद वेल में पहुंच गए और ‘वोट चोर–गद्दी छोड़’ के नारे लगाने लगे। स्पीकर ओम बिरला ने प्रश्नकाल जारी रखने की कोशिश की, लेकिन लगातार 20 मिनट तक चले शोर-शराबे के बाद उन्हें सदन की कार्यवाही दोपहर 12 बजे तक स्थगित करनी पड़ी।राज्यसभा में भी विपक्षी दलों का विरोध जारी। इससे पहले विपक्ष ने सुबह 10:30 बजे संसद परिसर में मकर द्वार के सामने प्रदर्शन किया। विपक्ष की मांग है कि सरकार सदन में SIR मुद्दे पर तुरंत चर्चा कराए।

खड़गे बोले—लोकतंत्र की रक्षा के लिए विरोध जरूरी

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि लोकतंत्र को बचाने के लिए जनप्रतिनिधियों का विरोध-प्रदर्शन जरूरी है। सत्र के पहले दिन भी दोनों सदनों में यही मुद्दा हावी रहा था।

सरकार चर्चा को तैयार, शब्दावली पर समाधान संभव

संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने राज्यसभा में कहा कि सरकार SIR और चुनावी सुधारों पर चर्चा के लिए तैयार है, लेकिन इस पर विपक्ष समय सीमा न थोपे। सूत्रों के अनुसार, विपक्ष ने सुझाव दिया है कि यदि सरकार को ‘SIR’ शब्द पर आपत्ति है, तो विषय को ‘इलेक्टोरल रिफॉर्म’ या किसी अन्य नाम से सूचीबद्ध किया जा सकता है। माना जा रहा है कि सरकार इस पर सहमत हो सकती है और बिजनेस एडवाइजरी कमेटी में अपना रुख स्पष्ट करेगी।

वंदे मातरम् पर 10 घंटे चर्चा की तैयारी

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, वंदे मातरम् के 150 वर्ष पूरे होने पर सरकार सदन में 10 घंटे की विशेष चर्चा करा सकती है। यह बहस गुरुवार और शुक्रवार को हो सकती है और स्वयं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शामिल होने की संभावना है। 30 सितंबर को राज्यसभा की बिजनेस एडवाइजरी कमेटी की बैठक में इस चर्चा का प्रस्ताव रखा गया था, हालांकि अभी तक कोई आधिकारिक घोषणा नहीं हुई है।

रेणुका चौधरी ने रिजिजू पर पलटवार किया

किरेन रिजिजू के इस बयान—‘विपक्ष सदन को न चलने देने के बहाने ढूंढता है’—पर कांग्रेस सांसद रेणुका चौधरी ने तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि अगर तुमको सदन चलाना नहीं आता तो हम क्या करें? हम सांसद हैं, लोगों की आवाज उठाना हमारा कर्तव्य है। 

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