World Book Fair 2025 : इंडिया नेटबुक्स प्राइवेट लिमिटेड द्वारा गुरुवार को विश्व पुस्तक मेला 2025 में स्थित पब्लिकेशन के स्टॉल पर कवयित्री अलका सिन्हा का काव्य संग्रह ‘है शगुन से शब्द कुछ’ का कथाकार महेश दर्पण, पत्रकार उपेन्द्र रैना, संपादक शिवनारायण और प्रकाशक डॉ. संजीव कुमार ने विमोचन किया। इस दौरान काव्य संग्रह की कविता भी सुनाई।
चांदी की तार की तरह परोसी गई कविताएं
विमोचन के दौरान कवयित्री अलका सिन्हा ने बताया कि, कविता संग्रह में शरारती चुहल, कैशौर्य के स्वप्निल एहसास, युवावस्था का विद्रोही स्वर और अधपके बालों के बीच चांदी की तार की तरह कविताएं परोसी गईं हैं। इसके अलावा राघवेंद्र रावत की ‘चौथी दीवार के इधर उधर’ पुस्तक का विमोचन किया गया। पुस्तक के लेखक राघवेंद्र रावत ने बताया कि, तीन भाग में विभाजित पुस्तक के केंद्र में भारतीय रंग मंच के बरक्स राजस्थान का समकालीन रंगमंच है। इसके अलावा इंडिया नेटबुकस कथा माला सीरीज की 48 कहानी संग्रहों का भी विमोचन हुआ।
ये हस्ती रहें मौजूद
प्रकाशक डॉ. संजीव कुमार ने बताया कि इन कहानियों में रामदरश मिश्र, मधु कांकरिया, नासिर शर्मा, सुषमा मुनींद्र, सूर्यबाला, संतोष श्रीवास्तव, चित्रा मुद्गल, प्रेम जनमेजय, नीरजा माधव आदि की कहानियां हैं। इस दौरान गिरीश पंकज, प्रेम जनमेजय, ममता कलिया बुद्धिनाथ मिश्र, राजेश कुमार,नंद भारद्वाज, दिविक रमेश, लालित्य ललित, ओम मिश्र, शिव नारायण, सुरेश कांत, डॉ. मनोरमा आदि मौजूद रहें। World Book Fair 2025
विश्व पुस्तक मेला 2025: आज से शुरू हो रहा है साहित्य का बड़ा उत्सव
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