Greater Noida : ग्रेटर नोएडा। गौतमबुद्ध विश्वविद्यालय के वियतनामी छात्रों ने अपने छात्रावास में वू-लैन महोत्सव मनाया। वू-लैन फेस्टिवल या वांडरिंग सोल्स डे, वियतनाम में एक महत्वपूर्ण आध्यात्मिक त्योहार है, जो आम तौर पर घोस्ट मंथ के मध्य में आयोजित किया जाता है। ऐसा कहा जाता है कि इस जादुई समय के दौरान आत्माओं की दुनिया मनुष्यों के लिए खुली है।
यह बौद्ध जगत के सबसे बड़े त्योहारों में से एक है और लोगों के लिए अपने माता-पिता और पूर्वजों के प्रति कृतज्ञता और प्रशंसा व्यक्त करने का एक विशेष अवसर है। इस त्योहार की उत्पत्ति बोधिसत्व मौद्गल्यायन की कथा से हुई, जिन्होंने अपनी मां को नरक में यातनाएं झेलने से बचाया। इसलिए हम कह सकते हैं कि इस त्योहार का भारत से सीधा संबंध है और इसे भारत में मनाना बहुत महत्वपूर्ण है। चंद्र नववर्ष (टेट) त्योहार के बाद, यह वियतनाम का दूसरा सबसे बड़ा वार्षिक पारंपरिक त्योहार है। विभिन्न धार्मिक अनुष्ठानों और मानवीय गतिविधियों में भाग लेने वाले वियतनामी लोगों द्वारा मनाया जाता है। वू-लैन फेस्टिवल (या ट्रुंग गुयेन फेस्टिवल) बौद्ध त्योहार है, जो बहुत पहले वियतनाम में उभरा था। हर साल, त्योहार सातवें चंद्र महीने के 15वें दिन होता है, वर्ष में सातवीं पूर्णिमा मनाता है।