Wednesday, 25 December 2024

सावधान : सैकड़ों स्टूडेंट्स का भविष्य खतरे में , कही आप तो नही हो रहे है फर्जीवाड़े का शिकार।

कनाडा के कॉलेजों में फर्जी दस्तावेज के खुलासे के बाद सैकड़ों स्टूडेंट्स को निर्वासन का सामना करना पड़ रहा है.…

सावधान : सैकड़ों स्टूडेंट्स का भविष्य खतरे में , कही आप तो नही हो रहे है फर्जीवाड़े का शिकार।

कनाडा के कॉलेजों में फर्जी दस्तावेज के खुलासे के बाद सैकड़ों स्टूडेंट्स को निर्वासन का सामना करना पड़ रहा है. अब इस पूरे विवाद का मुखिया बृजेश मिश्रा गिरफ्तार कर लिया गया है. उसकी अवैध रूप से कनाडा में घुसने की कोशिश हुई नाकाम।

बड़े बड़े सपनों का शिकार कही आप तो नही बन रहें है आपको बता दे की कनाडा के कई कॉलेजों ने सैकड़ों स्टूडेंट्स को उनके फर्जी दस्तावेज मामले में हुए खुलासे के बाद उन्हें निर्वासित करने का फैसला किया है. इसका खुलासा भी तब हुआ जब स्टूडेंट्स ने अपना कोर्स पूरा कर लिया और फिर पोस्ट ग्रेजुएशन के लिए अप्लाई किया था. हालांकि, बॉर्डर अथॉरिटी ने चोरी पकड़ ली और फिर पता चला कि उन्होंने फर्जी दस्तावेज पर दाखिला लिया था. दूसरी तरफ इस घटना का शिकार हुए स्टूडेंट्स कह रहे हैं कि उन्हें इस बारे में कुछ पता नहीं था. इस बीच कनाडा के इमिग्रेशन मंत्री ‘सीन फ्रेजर’ ने कहा था कि जिन स्टूडेंट्स के मिश्रा और उस जैसे किसी अन्य ने बरगलाया था, उनका निर्वासन नहीं किया जाएगा.

Canada Education Scandal
Canada Education Scandal

कनाडा में भारतीय छात्रों के निर्वासन का मुद्दा हर पल गर्माता जा रहा है. निर्वासन के विरोध में छात्र अब सड़क पर उतर आए हैं. छात्रों में ज्यादातर पंजाब के रहने वाले हैं. इन छात्रों का दावा है कि उन्हें कनाडा के विश्वविद्यालयों और कॉलेजों में फर्जी ऑफर लेटर के जरिए एडमिशन कराया गया है. पढ़ाई करने और अपना भविष्य संवारने कनाडा पहुंचे ये छात्र इसके लिए भारत में ट्रैवेल एजेंट को जिम्मेदार बता रहे हैं. अब सोचने वाली बात ये है की हर वर्ष ऐसे सैकड़ों , हजारों बच्चों को कनाडा में पढ़ाई करने का सपना दिखाकर उनके भविष्य के साथ खिलवाड़ करने वालो की संख्या बढ़ती ही जा रही है ।

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, कनाडा बॉर्डर सर्विसेज एजेंसी ने शुक्रवार को बृजेश मिश्रा के खिलाफ कार्रवाई की. मिश्रा पंजाब के जालंधर में इमिग्रेशन एजेंसी चला रहा था. हैरानी की बात ये है कि उसके पास इमिग्रेशन एडवाइस और काउंसलिंग के लिए भी कोई लाइसेंस नहीं है. मिश्रा भारतीय स्टूडेंट्स को अपनी मूल जानकारी छिपाने की भी सलाह दी थी. इसका खुलासा होने के बाद से वह लापता था. कथित तौर पर फर्जी कॉलेज प्रवेश पत्र घोटाले की वजह से पंजाब और अन्य भारतीय राज्यों के सैकड़ों स्टूडेंट्स को निर्वासन का सामना करना पड़ रहा है मिश्रा जैसे लोगों के खिलाफ सरकार को सख़्त रुख अपनाकर इन्हें हवालात की हवा खिलाने का अलावा और कोई उपाय नहीं है।

अवैध रूप से कनाडा में घुसने की कोशिश

बृजेश मिश्रा अवैध तरीके से कनाडा में घुसने की कोशिश कर रहा था. कनाडा सीमा सुरक्षा में लगी एजेंसी ने उसे पकड़ लिया. उससे पूछताछ की गई, और फिर उसे गिरफ्तार कर लिया गया. शुक्रवार तक वह एजेंसी की हिरासत में था. बाद में उसके खिलाफ स्टूडेंट्स को फर्जी दस्तावेज बनाकर देने और कनाडा में उन स्टूडेंट्स का इसी फर्जी दस्तावेज पर दाखिला कराने का आरोप लगाया गया. भारत-कनाडा में फर्जी दस्तावेज पर दाखिले की खबर ने कई सवालों को जन्म दिया है।

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