लखनऊ:प्रदेश के यूपी बोर्ड में क्रिएटिव मूल्यांकन के आधार पर 100वे स्थापना दिवस पर एक नई पहल की गई है। इसको ध्यान में रखकर विशेषज्ञों को कार्यशाला पूरी होने वाली है। इसको जल्द ही प्रदेश के 28 स्कूलों में लागू किए जाने के लिए प्रस्ताव जल्द भेजा जा सकता है। शुरुआती समय में इसके कक्षा 9वी में सही तरह से लागू किया जाना है। इसके अलावा 10वी और 12वी कक्षा में लागू करने की प्रक्रिया शुरु हो जाएगी। विशेषज्ञों से लागू करने वाले गतिविधियों के लिए सुझाव मांगा गया था। छात्र छात्राओं की सहूलियत के लिए मानक होगा औऱ रिकार्ड भी दर्ज किया जाएगा। इसको लेकर चर्चा जारी है। कार्यशाला में विशेषज्ञों के द्वारा मिली जानकारी के मुताबिक विद्दार्थियों के रचनात्मक मूल्यांकन का इस्तेमाल करने को लेकर ध्यान दिया जा रहा है।
नई सिक्षा नीति के मुताबिक पाठ्ययक्रम निर्धारित करवाने के लिए कार्यशालाएं चल रही है। इसके हिसाब से 9 से 12 के पाठयक्रम को सप्ताहवार बांट दिया जाएगा। प्रदेश बोर्ड के 32 सप्ताह में पूरे कोर्स को बांटा गया है। स्कूल में विषय प्रतिदिन चुनने का काम विशेषज्ञों को जिम्मेदारी मिली है। पाठयक्रम को 3 भागों में बांटा जाना है। कोरोना काल में डिजिटल माध्यम से पढ़ाई की जरुरत को बढ़ावा देने के लिए इसको काफी समय तक जारी रखा जा सकता है। पाठयक्रम को बांटने के बाद शासन को मंजूरी के लिए भेजना है जिसके बाद इसको अगले सत्र मे लागू किया जाएगा।