बिहार में कैबिनेट की अंतिम बैठक में बड़ा फैसला

बिहार में राजनीतिक बदलाव की प्रक्रिया तेज हो गई है। आज मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपने कार्यकाल की अंतिम कैबिनेट बैठक में शामिल हुए, जिसमें 17वीं विधानसभा को भंग करने का प्रस्ताव मंजूरी मिली। कैबिनेट ने विधानसभा भंग करने की सिफारिश करने के साथ ही सभी मंत्रियों ने अपना इस्तीफा भी सौंप दिया है।

Bihar CM Nitish kumar
सीएम नीतीश कुमार (फाइल फोटो)
locationभारत
userऋषि तिवारी
calendar17 Nov 2025 12:44 PM
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बता दे कि पटना से बड़ी राजनीतिक खबर सामने आई है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सोमवार को राजभवन पहुंचे, जहां वे मौजूदा सरकार का इस्तीफा राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान को सौंपेंगे। इससे पहले मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में आयोजित मंत्रिमंडल की बैठक में 17वीं विधानसभा भंग करने की सिफारिश को मंजूरी दी गई। सभी मंत्रियों ने अपना इस्तीफा भी सौंप दिया है।

19 नवंबर को मौजूदा विधानसभा भंग

बता दें कि कैबिनेट ने प्रस्ताव पास कर दिया है कि 19 नवंबर 2025 को मौजूदा विधानसभा को भंग कर दिया जाएगा। इसके बाद नई सरकार के गठन का रास्ता साफ हो जाएगा। मंत्री प्रेम कुमार ने बताया कि कैबिनेट की बैठक में विधानसभा भंग करने का प्रस्ताव सर्वसम्मति से पारित किया गया है।

20 नवंबर को नई सरकार का शपथ ग्रहण

बता दें कि नीतीश कुमार 20 नवंबर को 10वीं बार मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। शपथ ग्रहण समारोह अत्यंत भव्य होने वाला है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह, भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, एनडीए शासित राज्यों के मुख्यमंत्री और विपक्ष के कई प्रमुख नेता भी समारोह में शामिल हो सकते हैं।

जोर-शोर से तैयारी, गांधी मैदान में 5000 वीवीआईपी

बता दे कि पटना के गांधी मैदान में शपथ ग्रहण समारोह की तैयारियां तेज कर दी गई हैं। 17 से 20 नवंबर तक आम जनता का प्रवेश प्रतिबंधित रहेगा। लगभग 5000 वीवीआईपी मेहमानों के लिए विशेष बैठने की व्यवस्था की जा रही है।

राजनीतिक गतिविधियां तेज

बता दें कि राजभवन से निकलने के बाद नीतीश कुमार अपनी पार्टी जदयू के विधायक दल की बैठक करेंगे, जहां उन्हें दोबारा विधायक दल का नेता चुना जाएगा। मंगलवार को भाजपा विधायक दल की बैठक होगी और गुरुवार को नई सरकार का गठन किया जाएगा। 

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बिहार में मंत्रिमंडल के गठन को लेकर बड़ा सवाल

बिहार विधानसभा चुनाव के परिणामों के बाद अब सरकार गठन की तैयारी में जुटे नीतीश कुमार को लेकर एक बड़ा सवाल उठ रहा है कि इस बार मंत्रिमंडल के गठन का फार्मूला क्या होगा। 20 नवंबर को शपथ ग्रहण की तारीख तय होने के साथ ही एनडीए के नए मंत्रिमंडल के गठन की चर्चा भी जोरों पर है।

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पीएम मोदी और नितिश कुमार (फाइल फोटो)
locationभारत
userऋषि तिवारी
calendar30 Nov 2025 02:16 PM
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बता दे कि 2020 के विधानसभा चुनाव में भाजपा और जेडीयू के बीच सीटों का अंतर काफी बड़ा था। भाजपा ने 74 सीटों पर जीत हासिल की थी, जबकि जेडीयू को 43 सीटें मिली थीं। उस समय मंत्री पदों के बंटवारे में भाजपा को अधिक हिस्सेदारी मिली थी, जिसके बाद जेडीयू को 12 और भाजपा को 22 मंत्री पद मिले थे। लेकिन इस बार स्थिति पूरी तरह से बदल चुकी है। दोनों दलों के बीच केवल 4 सीटों का ही अंतर रह गया है, जिससे 12-22 का पुराना फॉर्मूला अब लागू नहीं हो सकेगा।

50-50 पर बन सकती है बात

इस बार भाजपा और जेडीयू दोनों ही 101-101 सीटों पर चुनाव लड़े थे। इस चुनाव में एनडीए ने कुल 202 सीटों पर जीत हासिल की, जिसमें भाजपा को 89 और जेडीयू को 85 सीटें मिलीं। ऐसे में कहा जा रहा है कि अब मंत्री पदों का बंटवारा समान रूप से 50-50 प्रतिशत हो सकता है। यानी कि जेडीयू और भाजपा को बराबरी का हिस्सा मिलेगा।

मंत्रियों की संख्या और अन्य सहयोगी दल

बिहार विधानसभा में कुल 243 सीटें हैं और संविधान के अनुसार 15 प्रतिशत तक मंत्री बनाए जा सकते हैं, यानी 37 मंत्री पदों की संभावना है। ऐसे में जेडीयू के 15-16 मंत्री पद हो सकते हैं और भाजपा को भी लगभग इतने ही मंत्री पद मिल सकते हैं। साथ ही, एनडीए के अन्य सहयोगी दल जैसे चिराग पासवान की पार्टी को 2-3 मंत्री पद मिल सकते हैं, जबकि जीतन राम मांझी और उपेंद्र कुशवाहा की पार्टियों को भी एक-एक मंत्री पद मिल सकता है।

डिप्टी सीएम का सवाल

बिहार में डिप्टी सीएम का फार्मूला 2005 से चलता आ रहा है, जब पहली बार एनडीए की सरकार बनी थी। अब तक इस फॉर्मूले के तहत नीतीश कुमार मुख्यमंत्री और भाजपा के नेता डिप्टी सीएम रहे हैं। लेकिन इस बार सरकार गठन में सीटों का बंटवारा समान रूप से होने के कारण यह देखना होगा कि डिप्टी सीएम के पद पर कौन बैठता है। क्या बीजेपी और जेडीयू दोनों के पास एक-एक डिप्टी सीएम होगा, या फिर एक ही डिप्टी सीएम के पद पर सहमति बनेगी, यह बड़ा सवाल है।

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नीतीश कुमार देंगे इस्तीफा, शपथ ग्रहण से पहले बड़ी तैयारियाँ

नई सरकार बनने से पहले मौजूदा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को राज्यपाल के पास जाकर अपने पद से इस्तीफा देना होगा। यह सिर्फ तकनीकी प्रक्रिया है, लेकिन इसी के बाद एनडीए दलों की बैठकें होंगी।

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नीतीश कुमार
locationभारत
userयोगेन्द्र नाथ झा
calendar16 Nov 2025 01:28 PM
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बिहार में सत्ता परिवर्तन और नई सरकार के गठन का काउंटडाउन शुरू हो गया है। चुनाव परिणाम आने के बाद अब सारी नजरें इस बात पर टिक गई हैं कि नीतीश कुमार कब इस्तीफा देंगे, एनडीए अपना नेता कब चुनेगा और शपथ ग्रहण समारोह आखिर कब होगा। चुनाव आयोग आज ही बिहार के राज्यपाल को 18वीं विधानसभा के आधिकारिक परिणाम सौंप रहा है। इसके बाद पुरानी विधानसभा स्वत: समाप्त मानी जाएगी। आदर्श आचार संहिता खत्म हो जाएगी। इसके बाद ही नई सरकार बनाने की प्रक्रिया पूरी तरह सक्रिय हो जाएगी। यह एक बेहद अहम औपचारिकता होती है, जिसके बाद ही सरकार गठन के के लिए कदम उठाए जाते हैं।

नीतीश कुमार देंगे इस्तीफा 

नई सरकार बनने से पहले मौजूदा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को राज्यपाल के पास जाकर अपने पद से इस्तीफा देना होगा। यह सिर्फ तकनीकी प्रक्रिया है, लेकिन इसी के बाद एनडीए दलों की बैठकें होंगी। उस बैठक में नेता का चयन होगा। इसके बाद ही सरकार गठन का दावा पेश किया जाएगा। बैठक में जेडीयू, बीजेपी और एनडीए के अन्य साथी शामिल होंगे।

एनडीए के नेता का चयन, कौन बनेगा नया मुख्यमंत्री?

नीतीश कुमार एक बार फिर से मुख्यमंत्री पद की रेस में सबसे आगे माने जा रहे हैं। हालांकि, परंपरा के अनुसार पहले एनडीए विधायक दल की बैठक होगी। फिर सर्वसम्मति से नेता चुना जाएगा। उसके बाद राज्यपाल के पास सरकार बनाने का दावा पेश होगा। यह प्रक्रिया अगले 24 से 48 घंटों में पूरी होने की उम्मीद है।

गांधी मैदान में शपथ ग्रहण की तैयारियाँ चरम पर

पटना का गांधी मैदान इस बार भी शपथ ग्रहण का मुख्य स्थल होगा। तैयारियाँ बहुत तेजी से चल रही हैं। यहां विशाल मंच तैयार किया जा रहा है। वीआईपी इनक्लोजर का डिजाइन तय हो चुका है। सुरक्षा एजेंसियों ने मैदान की रिहर्सल शुरू कर दी है। हजारों आम लोगों के बैठने की व्यवस्था की जा रही है। ट्रैफिक प्लान भी फाइनल होने की कगार पर ही है। शपथ ग्रहण को लेकर रौनक पूरे शहर में दिखने लगी है।

पीएम मोदी का पटना आगमन, कार्यक्रम में शामिल होने की संभावना

बड़ी खबर ये भी है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शपथ ग्रहण समारोह में शामिल हो सकते हैं। इससे कार्यक्रम की भव्यता और सुरक्षा दोनों और बढ़ जाएँगी। मीडिया रिपोर्ट्स और प्रशासनिक गतिविधियों के अनुसार शपथ ग्रहण 19 या 20 नवंबर को हो सकता है। तारीख का अंतिम निर्णय एनडीए की बैठक और राज्यपाल से मुलाकात के बाद घोषित किया जाएगा। आधिकारिक ऐलान जल्द आने की उम्मीद है।