‘कलमा पढ़ो वरना…!’ AMU में हिंदू छात्र की बेरहमी से पिटाई, मचा बवाल

‘कलमा पढ़ो वरना…!’ AMU में हिंदू छात्र की बेरहमी से पिटाई, मचा बवाल
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userचेतना मंच
calendar27 Oct 2025 11:03 AM
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उत्तर प्रदेश ही नहीं, देश की प्रतिष्ठित शैक्षणिक संस्थाओं में शुमार अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (AMU) एक बार फिर गंभीर विवाद के केंद्र में आ गई है। इस बार मामला धार्मिक असहिष्णुता से जुड़ा है, जिसने कैंपस की साख पर सवाल खड़े कर दिए हैं।  सूत्रों के अनुसार, उत्तर प्रदेश समेत देशभर की प्रसिद्ध विश्वविद्यालयों में से एक अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (AMU) में एक हिंदू छात्र की बेरहमी से पिटाई और उस पर ‘कलमा पढ़ने’ का दबाव बनाने का मामला सामने आया है।  यह घटना कैंपस के मिंटो सर्किल स्थित अल्लामा इकबाल हॉल के पास की बताई जा रही है।   UP News

फिलहाल विश्वविद्यालय प्रशासन ने पूरे मामले की जांच शुरू कर दी है। जानकारी के अनुसार, प्रशांत राठी, जो एएमयू के राजा महल स्कूल में कक्षा 11 का छात्र है और सिविल लाइन क्षेत्र के पुरानी चुंगी का रहने वाला है, पर देर शाम कुछ युवकों ने हमला कर दिया। बताया जा रहा है कि 5 से 6 छात्रों ने उसे घेर लिया और लात-घूंसों से पीटा। एक हमलावर के पास पिस्टल थी, जिससे छात्र के सिर पर वार किया गया।    UP News

आरोपियों ने ‘कलमा पढ़ने’ का बनाया दबाव

आरोप है कि हमलावरों ने प्रशांत को न सिर्फ बुरी तरह पीटा, बल्कि उस पर जबरन ‘ला इलाहा इल्लल्लाह मुहम्मदुर रसूलुल्लाह’ पढ़ने का दबाव भी बनाया। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, यह पूरा घटनाक्रम कुछ ही मिनटों में हुआ, लेकिन हालात इतने भयावह थे कि मौके पर अफरा-तफरी मच गई। विरोध करने पर आरोपियों ने उसे जान से मारने की धमकी दी और फिर मौके से फरार हो गए। हमले में प्रशांत के सिर पर गहरी चोट आई, जिसके बाद उसे तुरंत एएमयू के जेएन मेडिकल कॉलेज ले जाया गया। डॉक्टरों की निगरानी में इलाज के बाद देर रात उसे छुट्टी दे दी गई।  UP News

घटना से सन्न प्रशांत ने रात में ही प्रॉक्टर कार्यालय में तहरीर दी, जिसमें 5 से 6 छात्रों के नाम शामिल हैं। एएमयू के प्रॉक्टर प्रोफेसर एम. वसीम अली ने कहा - यह गंभीर मामला है। जांच के आदेश दे दिए गए हैं और दोषी पाए जाने पर किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा। फिलहाल विश्वविद्यालय प्रशासन ने पूरे प्रकरण की आंतरिक जांच शुरू कर दी है, जबकि पुलिस ने भी कैंपस में निगरानी बढ़ा दी है।  UP News

कलमा पढ़ने के दबाव से जांच में आया नया मोड़

इंस्पेक्टर सिविल लाइन पंकज मिश्रा ने पुष्टि की कि घटना की सूचना मिलते ही पुलिस टीम मौके पर पहुंची थी। पीड़ित छात्र की मेडिकल रिपोर्ट तैयार कर ली गई है और एफआईआर दर्ज करने की प्रक्रिया जारी है। फिलहाल कैंपस के संवेदनशील इलाकों में पुलिस की गश्त बढ़ा दी गई है, हालांकि अब तक किसी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है। सूत्रों के मुताबिक, शुरुआती जांच में मामला छात्रों के बीच किसी पुराने विवाद या व्यक्तिगत रंजिश से जुड़ा प्रतीत हो रहा है।

कुछ सूत्रों का कहना है कि झगड़े की शुरुआत किसी लड़की को लेकर हुए विवाद से हुई थी। लेकिन आरोपों में यह तथ्य कि पीड़ित से ‘कलमा पढ़ने’ का दबाव बनाया गया  पूरे मामले को अब एक धार्मिक एंगल दे रहा है, जिसने प्रशासन के साथ-साथ पुलिस को भी सतर्क कर दिया है। अभी जांच जारी है, लेकिन यह घटना एएमयू जैसे प्रतिष्ठित संस्थान की सांप्रदायिक सौहार्द की छवि पर सवाल जरूर खड़े कर रही है।

सांप्रदायिक तनाव ने फिर खड़ा किया बड़ा सवाल

उत्तर प्रदेश की प्रतिष्ठित शैक्षणिक संस्थाओं में शुमार अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (AMU) का इतिहास केवल शिक्षा और परंपरा तक सीमित नहीं रहा, बल्कि विवाद भी इसकी परछाईं का हिस्सा रहे हैं। विश्वविद्यालय में समय-समय पर हिंदू और मुस्लिम छात्रों के बीच तनाव की घटनाएं सामने आती रही हैं कभी दोस्ती या संबंधों को लेकर मतभेद, तो कभी कैंपस इवेंट्स पर टकराव। हालांकि, मौजूदा घटना अब तक के सामान्य विवादों से कहीं अधिक गंभीर मानी जा रही है।

एक केंद्रीय विश्वविद्यालय होने के नाते एएमयू हमेशा से सभी धर्मों के छात्रों के लिए खुला रहा है, लेकिन आंकड़े बताते हैं कि यहां हिंदू छात्रों की संख्या लगभग 10 से 15 प्रतिशत के बीच है। बीते कुछ वर्षों में कैंपस में ऐसी कई घटनाएं दर्ज हुईं — 2022 में हिंदू छात्र पर हमले का मामला हो या 2025 में दीवाली उत्सव को लेकर उठा विवाद — इन सबने मिलकर विश्वविद्यालय की सांप्रदायिक सौहार्द की छवि को झटका दिया है।

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हमले के बाद सहमा छात्र

हमले के बाद छात्र प्रशांत राठी की हालत अब स्थिर बताई जा रही है, लेकिन वह गहरे मानसिक आघात में है। परिजनों का कहना है कि घटना के बाद से ही प्रशांत डरा-सहमा है और बार-बार उस भयावह मंजर को याद कर सिहर उठता है। परिवार ने पुलिस से त्वरित कार्रवाई और न्याय की गुहार लगाई है। उधर, विश्वविद्यालय प्रशासन ने स्थिति को काबू में रखने के लिए सक्रियता दिखाई है। एएमयू प्रॉक्टर कार्यालय ने आरोपित छात्रों को नोटिस जारी करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है, जबकि प्रशासन ने सभी छात्रों से शांति और संयम बनाए रखने की अपील की है। अभी तक किसी आरोपी की गिरफ्तारी की आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन प्रशासन का दावा है कि “दोषियों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा।

क्या बोले एएमयू प्रॉक्टर डॉक्टर वसीम अली?

उत्तर प्रदेश  की प्रतिष्ठित शैक्षणिक संस्थाओं में शुमार अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (AMU) के प्रॉक्टर डॉ. वसीम अली ने घटना की पुष्टि करते हुए कहा कि पीड़ित छात्र प्रशांत राठी की शिकायत उन्हें प्राप्त हो चुकी है और मामले में जांच की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। उन्होंने बताया कि प्रारंभिक जांच में जिन छात्रों के नाम सामने आए हैं, उनमें कुछ वर्तमान में एएमयू से जुड़े हैं, जबकि कुछ पहले ही संस्थान से पास आउट हो चुके हैं।  UP News

उन्होंने कहा - हम किसी भी तरह की हिंसा या सांप्रदायिक तनाव को बर्दाश्त नहीं करेंगे। घटना की हर पहलू से जांच की जा रही है। यह पता लगाया जा रहा है कि विवाद की जड़ धार्मिक मतभेद था या कोई व्यक्तिगत कारण। डॉ. अली ने यह भी स्पष्ट किया कि विश्वविद्यालय प्रशासन सभी तथ्यों की निष्पक्ष जांच कर रहा है और दोषी पाए जाने वाले किसी भी छात्र पर सख्त अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने छात्रों से अपील की कि वे अफवाहों से दूर रहें और कैंपस में शांति बनाए रखें।  UP News

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नोएडा से लखनऊ तक सस्ते घरों की सौगात! यूपी रेरा ने 8 नए प्रोजेक्ट को दी मंजूरी

नोएडा से लखनऊ तक सस्ते घरों की सौगात! यूपी रेरा ने 8 नए प्रोजेक्ट को दी मंजूरी
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calendar01 Dec 2025 11:20 PM
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उत्तर प्रदेश में अब किफायती आवास का सपना पूरा होने जा रहा है। यूपी रेरा ने अपनी 185वीं बैठक में लखनऊ, नोएडा, प्रयागराज, आगरा, झांसी और फिरोजाबाद में 8 नए रियल एस्टेट प्रोजेक्ट को हरी झंडी दे दी है। करीब 1,948 करोड़ रुपये के निवेश वाली इन परियोजनाओं के तहत फ्लैट्स, विला, प्लॉट्स, दुकानें और कमर्शियल स्पेस तैयार किए जाएंगे। इससे न सिर्फ मध्यम वर्ग को सस्ते घर मिलेंगे, बल्कि हजारों रोजगार के अवसर भी पैदा होंगे। UP News :

लखनऊ में तीन, बाकी शहरों में एक-एक प्रोजेक्ट

बैठक में लखनऊ की तीन बड़ी परियोजनाओं को मंजूरी दी गई है, जबकि नोएडा, आगरा, प्रयागराज, झांसी और फिरोजाबाद में एक-एक प्रोजेक्ट को हरी झंडी मिली है। यूपी रेरा के मुताबिक, इन आठों योजनाओं से 3005 नई आवासीय और वाणिज्यिक इकाइयां अस्तित्व में आएंगी। इन प्रोजेक्ट्स के बन जाने के बाद राज्य में किफायती आवास की उपलब्धता में तेजी आएगी। खासकर मध्यम आय वर्ग के लोगों को सस्ते रेट पर घर, फ्लैट और विला मिलने की संभावना बढ़ जाएगी। रियल एस्टेट के साथ-साथ सीमेंट, स्टील, पेंट, टाइल्स, फर्नीचर, इलेक्ट्रॉनिक्स और होम डेकोर जैसे सेक्टरों में भी मांग बढ़ेगी, जिससे औद्योगिक गतिविधियों को नया बल मिलेगा।

रोजगार और निवेश दोनों को मिलेगा बूस्ट

यूपी रेरा का कहना है कि इन परियोजनाओं से न सिर्फ लोगों को आवास मिलेगा बल्कि प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से हजारों रोजगार भी पैदा होंगे। झांसी और फिरोजाबाद जैसे उभरते शहरों में यह कदम विकास की रफ्तार को और तेज करेगा। यूपी रेरा के चेयरमैन संजय भूसरेड्डी ने कहा कि हमारा उद्देश्य है कि रियल एस्टेट सेक्टर को पारदर्शी और नियामक ढांचे के तहत मजबूत किया जाए। ये प्रोजेक्ट निवेश को बढ़ाने और प्रदेश की अर्थव्यवस्था में नई ऊर्जा देने का काम करेंगे। UP News
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गाजियाबाद को स्वास्थ्य तोहफा : मेडिसिटी का उद्घाटन राष्ट्रपति मुर्मू ने किया

गाजियाबाद को स्वास्थ्य तोहफा : मेडिसिटी का उद्घाटन राष्ट्रपति मुर्मू ने किया
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calendar02 Dec 2025 01:35 AM
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राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने आज गाजियाबाद को स्वास्थ्य क्षेत्र में बड़ा तोहफा दिया। उन्होंने इंदिरापुरम स्थित यशोदा मेडिसिटी का भव्य उद्घाटन किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक और केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल भी उपस्थित रहे। उद्घाटन से पहले राष्ट्रपति ने अस्पताल का दौरा किया और आधुनिक चिकित्सा उपकरणों तथा मरीजों के बेहतर इलाज से संबंधित व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया। UP News :

सुरक्षा और यातायात व्यवस्थाएं

राष्ट्रपति के दौरे को देखते हुए गाजियाबाद प्रशासन पूरी तरह अलर्ट मोड पर रहा। ट्रांस हिंडन जोन को नो-ड्रोन जोन घोषित किया गया। साथ ही, विशेष ट्रैफिक डायवर्जन प्लान लागू किया गया। भोपुरा और तुलसी निकेतन से हिंडन एयरफोर्स गोलचक्कर की ओर भारी वाहन नहीं जा सकेंगे। इन्हें करनगेट गोलचक्कर होते हुए मोहननगर की ओर भेजा जाएगा। सीआईएसएफ कट से वसुंधरा की ओर व्यावसायिक वाहनों की आवाजाही प्रतिबंधित। निजी हल्के वाहन भी डायवर्ट होंगे।

सुरक्षा इंतजाम

उद्घाटन समारोह के दौरान 1,000 से अधिक पुलिसकर्मी तैनात रहेंगे। छठ घाटों पर सीसीटीवी और ड्रोन से निगरानी की जाएगी। हिंडन कार्यक्रम में सभी वरिष्ठ सरकारी अधिकारी और केंद्रीय मंत्री उपस्थित रहे। सुरक्षा और ट्रैफिक व्यवस्थाओं को देखते हुए जनता से सहयोग का अनुरोध किया गया है। UP News नोएडा जैसी सोसाइटी अब इस शहर में : 10 लाख में मिलेगी आधुनिक सुविधा वाला फ्लैट