उत्तर प्रदेश सरकार की नई योजना: यूपी के नायकों को मिलेगा विशेष लाभ

उत्तर प्रदेश सरकार की नई योजना: यूपी के नायकों को मिलेगा विशेष लाभ
locationभारत
userचेतना मंच
calendar18 OCT 2025 07:57 AM
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उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने प्रदेश के भूतपूर्व सैनिकों और होमगार्डों के लिए एक नई और खास योजना की घोषणा की है। इस योजना के तहत उत्तर प्रदेश के इन नायकों को कई लाभ प्रदान किए जाएंगे, जिससे उनकी सामाजिक और आर्थिक स्थिति में सुधार आएगा। उत्तर प्रदेश सरकार ने इस महत्वाकांक्षी योजना के लिए 40 करोड़ रुपये से अधिक की राशि को मंजूर दी है। उत्तर प्रदेश के अधिकारियों के अनुसार, योजना का उद्देश्य न केवल भूतपूर्व सैनिकों और होमगार्डों का सम्मान बढ़ाना है, बल्कि उन्हें राज्य की सुरक्षा और समाज में योगदान के लिए प्रोत्साहित करना भी है।    UP News

प्रदेश के सभी उप निबंधक कार्यालयों में तैनात होंगे भूतपूर्व सैनिक और होमगार्ड

उत्तर प्रदेश के स्टाम्प एवं पंजीयन मंत्री रवेन्द्र जायसवाल ने बताया कि राज्य सरकार ने 380 उप निबंधक कार्यालयों की सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत बनाने के लिए एक अहम कदम उठाया है। अब इन सभी कार्यालयों में सुरक्षा गार्ड के रूप में भूतपूर्व सैनिकों और होमगार्डों की तैनाती की जाएगी, ताकि कार्यालय परिसरों, अभिलेखों और संपत्ति पंजीकरण दस्तावेजों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके। मुख्य सचिव अमित गुप्ता द्वारा महानिरीक्षक निबंधन, उत्तर प्रदेश लखनऊ को संबोधित पत्र में कहा गया कि पूर्व प्रस्तावों के अनुसार, इन 380 उप निबंधक कार्यालयों में कुल 315 भूतपूर्व सैनिकों और 789 होमगार्डों की तैनाती की जाएगी। इस पहल के लिए शासन ने ₹40,53,82,883.64 की वार्षिक राशि भी स्वीकृत की है।

भूतपूर्व सैनिक निगम एवं होमगार्ड विभाग के माध्यम से तैनाती

शासनादेश में स्पष्ट किया गया है कि इन सुरक्षा सेवाओं की तैनाती उत्तर प्रदेश भूतपूर्व सैनिक निगम लिमिटेड तथा होमगार्ड विभाग के माध्यम से की जाएगी। इसके लिए संबंधित दरों पर भुगतान की व्यवस्था की जाएगी। महानिरीक्षक निबंधन को निर्देश दिए गए हैं कि वे इस व्यवस्था के अंतर्गत न्यूनतम आवश्यकताओं के अनुसार सुरक्षा गार्ड एवं होमगार्डों की तैनाती सुनिश्चित करें और त्वरित स्तर से आवश्यक कार्रवाई कर रिपोर्ट शासन को भेजें।

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कार्यालयों की सुरक्षा व्यवस्था होगी अधिक मजबूत

शासन ने यह भी निर्देश दिया है कि जिन कार्यालयों का संचालन निजी परिसरों या किराए के भवनों में हो रहा है, वहाँ भी सुरक्षा व्यवस्था के लिए भूतपूर्व सैनिकों एवं होमगार्डों की नियुक्ति अनिवार्य रूप से की जाए। इससे अभिलेखों, संपत्ति पंजीकरण दस्तावेजों, कम्प्यूटर प्रणाली एवं अन्य मूल्यवान उपकरणों की सुरक्षा सुनिश्चित होगी। इसके अतिरिक्त, प्रदेश के कुल 269 कार्यालयों में सुरक्षा के लिए 789 होमगार्ड रखे जाने का प्रावधान किया गया है। इनके भुगतान हेतु लगभग ₹3.37 करोड़ की धनराशि निर्धारित की गई है।    UP News

शासन का उद्देश्य

इस निर्णय का उद्देश्य निबंधन विभाग के सभी उप कार्यालयों में पारदर्शी एवं सुरक्षित कार्य वातावरण तैयार करना है। शासन का कहना है कि बढ़ते डिजिटलीकरण और संपत्ति पंजीकरण के बढ़ते कार्यभार को देखते हुए सुरक्षा व्यवस्था का मजबूत होना समय की आवश्यकता है। मुख्य सचिव ने स्पष्ट किया है कि सुरक्षा व्यवस्था के लिए आवंटित बजट का उपयोग नियमानुसार एवं पारदर्शी ढंग से किया जाए, और किसी भी प्रकार की देरी या लापरवाही पर प्रशासनिक कार्यवाही की जाएगी। यह जानकारी सहायक आयुक्त स्टांप द्वितीय गौतम बुद्ध नगर ब्रिजेश कुमार द्वारा दी गई।    UP News
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उत्तर प्रदेश में फर्जीवाड़ा : एक शख्स की 3 बार मौत दिखाकर तीन पत्नियों को मिली विधवा पेंशन

उत्तर प्रदेश में फर्जीवाड़ा : एक शख्स की 3 बार मौत दिखाकर तीन पत्नियों को मिली विधवा पेंशन
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userचेतना मंच
calendar18 OCT 2025 07:56 AM
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उत्तर प्रदेश के बरेली जिले के नवाबगंज क्षेत्र के मजनूपुर गांव में विधवा महिला पेंशन योजना में बड़ा फजीर्वाड़ा सामने आया है। उत्तर प्रदेश के बरेली में अच्छन खां नाम के व्यक्ति को तीन अलग-अलग तारीखों में मृत दिखाकर उसके नाम से तीन फर्जी मृत्यु प्रमाणपत्र बनाए गए। इन प्रमाणपत्रों के आधार पर उत्तर प्रदेश के बरेली में तीन अलग-अलग बैंक खातों में विधवा पेंशन भेजी जा रही थी। जांच में खुलासा हुआ कि उत्तर प्रदेश के इस गांव में अच्छन खां नाम का कोई व्यक्ति ही मौजूद नहीं था। सीडीओ के निर्देश पर एडीओ पंचायत मनीष अग्रवाल ने जब मामले की जांच शुरू की, तो पता चला कि 2019 में तीन अलग-अलग प्रमाणपत्र बनाए गए थे। UP News : * पहला : मृत्यु की तारीख 10 मार्च, प्रमाणपत्र जारी 15 मार्च 2019 * दूसरा : मृत्यु 18 मार्च, प्रमाणपत्र 27 मार्च 2019 * तीसरा : मृत्यु 25 मार्च, प्रमाणपत्र 30 मार्च 2019

मृतक के नाम का कोई व्यक्ति गांव में मौजूद नहीं

जांच में यह भी सामने आया कि ये सभी प्रमाणपत्र आॅफलाइन बनाए गए थे, जबकि उस समय आॅनलाइन ई-डिस्ट्रिक्ट पोर्टल के जरिए ही प्रमाणपत्र जारी करने का नियम था। इसका मतलब है कि सभी प्रमाणपत्र पूरी तरह से फर्जी थे। ग्राम पंचायत के प्रधान और तत्कालीन ग्राम विकास अधिकारी ने भी पुष्टि की कि अच्छन खां नाम का कोई व्यक्ति गांव में मौजूद नहीं है और उन्होंने कोई मृत्यु प्रमाणपत्र जारी नहीं किया।

दोषियों की पहचान कर उन्हें कार्रवाई के लिए नोटिस दिया गया

जिला महिला कल्याण विभाग ने अब पूरी रिपोर्ट डीपीआरओ को भेज दी है और दोषियों की पहचान कर उन्हें कार्रवाई के लिए नोटिस दिया गया है। अधिकारियों का कहना है कि यह मामला अकेला नहीं हो सकता और ऐसे अन्य मामले भी हो सकते हैं। महिला कल्याण विभाग की विधवा महिला पेंशन योजना का उद्देश्य उन महिलाओं की मदद करना है जिनके पति का निधन हो चुका है। लेकिन इस फर्जीवाड़े की वजह से असली हकदारों तक लाभ नहीं पहुंच पा रहा। सीडीओ कार्यालय ने साफ कहा है कि फर्जी प्रमाणपत्र बनवाने या पेंशन जारी कराने में शामिल दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। जिला प्रशासन अब पूरे जिले में रिकॉर्ड की गहन जांच कर रहा है ताकि ऐसे अन्य फर्जीवाड़े भी उजागर किए जा सकें। ग्रामीणों ने दोषियों को सख्त सजा देने की मांग की है ताकि भविष्य में इस तरह की हरकत न हो सके। UP News
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कातिल हसीना बनी लुटेरी दुल्हन

कातिल हसीना बनी लुटेरी दुल्हन
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calendar17 OCT 2025 00:32 PM
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एक अजनबी और रहस्यमयी महिला ने अपने ठगी के तरीके से 4 प्रदेशों से करीब 12-15 दूल्हों को शिकार बना लिया है। "लूटरी दूल्हन" के नाम से चर्चित इस महिला ने शादी के नाम पर ना केवल एक दर्जन से ज्यादा दूल्हों को धोखा दिया है। सूत्रों के अनुसार, इस महिला ने पहले तो दूल्हों से शादी करने का वादा किया, फिर शादी के बाद उन पर विश्वास जताकर एक से एक तरीके से उन्हें ठगा। महिला ने अपनी इस चालाकी को इतनी कुशलता से अंजाम दिया कि उसका जाल चार अलग-अलग प्रदेशों में फैल चुका है।  UP News

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गौरतलब है कि इस महिला ने अपनी पहचान और विभिन्न शहरी क्षेत्रों में अलग-अलग नामों से भी लोगों से संपर्क किया था। इसके द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली तकनीकें बेहद भ्रामक और खतरनाक थीं। एक दूल्हे से शादी के बाद महिला उनके परिवार से कुछ समय में बड़ी रकम लेकर गायब हो जाती थी। ये आंकड़ा अभी भी बढ़ सकता है क्योंकि पुलिस को शक है कि उसने और भी लोगों को अपने जाल में फंसाया हो सकता है, जिनकी अभी तक जानकारी नहीं मिल पाई है। पुलिस की टीमें अब उन सभी मामलों की जांच कर रही हैं जो इस महिला के खिलाफ हो सकती हैं।

पूरा परिवार शादी के नाम करता था ठगी

एक पूरा परिवार शादी के नाम पर युवकों को ठगने का काम करता था। यह परिवार "लुटेरी दुल्हन" के रैकेट में लिप्त था, जिसमें खूबसूरत बहनें काजल और तमन्ना, साथ ही उनके माता-पिता भगत सिंह और सरोज सिंह शामिल थे। यह गैंग उत्तर प्रदेश, हरियाणा, राजस्थान और दिल्ली जैसे राज्यों में कई युवाओं को अपनी खूबसूरती के जाल में फंसा कर उनसे शादी करता और फिर कुछ दिनों में सारा धन और गहने लेकर फरार हो जाता था।

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काजल और उसकी बहन अपनी खूबसूरती के दम पर युवकों को शादी के लिए करतीं थी तैयार

पुलिस के अनुसार, काजल और उसकी बहन तमन्ना अपनी खूबसूरती के दम पर युवकों को शादी के लिए तैयार करतीं और फिर दो-तीन दिन पत्नी का रूप अपनाकर ससुराल में रहतीं। इसके बाद वह सारे पैसे और गहनों के साथ भाग जातीं। इस तरीके से यह गैंग कई महीनों से युवकों को ठगने में सफल हो रहा था। यह पूरा रैकेट एक संगठित तरीके से चलता था, जिसमें काजल और तमन्ना के अलावा उनके माता-पिता और भाई सूरज भी शामिल थे। यह परिवार शादी के नाम पर युवकों को ठगने के बाद उनकी जिंदगी बर्बाद कर देता था। पुलिस इस गैंग के सभी सदस्यों को गिरफ्तार कर चुकी है, लेकिन इस रैकेट के पीछे की साजिशों की जांच जारी है।