Monday, 28 October 2024

मखमली आवाज़ का सफर कुछ ही पल के लिए रहा, Altaf Raja को आखिर किस जिद्द ने किया बर्वाद?

Altaf Raja : अल्ताफ राजा इंडस्ट्री के एक ऐसे गायक जिनकी मखमली आवाज़ ने भारतीय संगीत प्रेमियों के दिलों में…

मखमली आवाज़ का सफर कुछ ही पल के लिए रहा, Altaf Raja को आखिर किस जिद्द ने किया बर्वाद?

Altaf Raja : अल्ताफ राजा इंडस्ट्री के एक ऐसे गायक जिनकी मखमली आवाज़ ने भारतीय संगीत प्रेमियों के दिलों में कुछ इस कदर जगह बनाई कि संगीत प्रेमी आज भी उनकी आवाज़ सुनकर दूसरी दुनिया में चले जाते हैं। उनका गीत “अब के बरस दुआ है कि तेरा सामना न हो” आज भी उन लोगों के कानों में गूंजता है, जो ब्रेकअप का सामना कर चुके हैं। इस गाने के भावपूर्ण बोल और अल्ताफ की आवाज़ ने उन्हें एक विशेष पहचान दिलाई। उनके संगीत ने न केवल उनके प्रशंसकों को छुआ, बल्कि भारतीय संगीत परिदृश्य में एक महत्वपूर्ण मोड़ भी दिया।

माता-पिता के साथ कोरस में गाते थे अल्ताफ

अल्ताफ का जन्म एक संगीत-प्रेमी परिवार में हुआ। उनके माता-पिता, जो खुद पेशेवर कव्वाल थे, ने घर में एक ऐसा माहौल बनाया, जहां संगीत की बहार थी। अल्ताफ ने बचपन से ही गजल और कव्वाली के सुरों को सुना और उनमें ढ़लना शुरू किया। प्रारंभिक दिनों में वह अपने माता-पिता के साथ कोरस में गाते थे लेकिन धीरे-धीरे उनकी आवाज ने सबका ध्यान आकर्षित किया। उनकी प्रतिभा ने उन्हें एक अलग पहचान दिलाई जो संगीत के प्रति उनकी गहरी लगन को दर्शाती है।

सफलता का ऐसे हुआ था आगाज़

1996 में अल्ताफ राजा का पहला एल्बम “तुम तो ठहरे परदेसी” रिलीज हुआ। इस एल्बम में कुल पांच गाने थे, जिनमें से सभी गाने हिट रहे। इस सफलता ने अल्ताफ को संगीत जगत का सुपरहीरो बना दिया। उनके गाने न केवल भारत में, बल्कि विदेशों में भी लोकप्रिय हुए। उनकी आवाज़ की मिठास और बोलों की गहराई ने उन्हें एक अद्वितीय स्थान दिलाया। अल्ताफ राजा का नाम हर जगह गूंजने लगा, और उनके कॉन्सर्ट हर जगह हिट होने लगे।

जिद्द का पड़ा था गहरा असर

हालांकि अल्ताफ राजा की एक जिद ने उनके करियर पर नकारात्मक प्रभाव डाला। उन्होंने एक शर्त रखी कि वह अपने गानों में नहीं दिखेंगे। यह एक अजीब फैसला था क्योंकि उनके लिए दर्शकों से जुड़ना बेहद महत्वपूर्ण था। मेकर्स ने उन्हें समझाने की कोशिश की लेकिन अल्ताफ ने अपनी जिद पर अडिग रहकर केवल गाने गाने का फैसला किया। इस फैसले के चलते भले ही उन्हें गाने के लिए कई मौके मिले, लेकिन धीरे-धीरे लोगों ने उन्हें सुनना बंद कर दिया।

अचानक गायब हुआ एक कलाकार

अल्ताफ राजा का यह निर्णय उनके करियर के लिए घातक साबित हुआ। जो कलाकार एक समय में हर जगह छाया हुआ था, वह अचानक गायब हो गया। उनकी जिद ने उन्हें संगीत जगत से दूर कर दिया और वह धीरे-धीरे सुर्खियों से हट गए। इस स्थिति ने यह स्पष्ट कर दिया कि कभी-कभी सफलता के पीछे की जिद और नासमझी विनाशकारी साबित हो सकती है।

वायरल हो रही अल्ताफ राजा की गजलें

आजकल अल्ताफ राजा की गजलें और उनके गाए हुए कुछ गाने फिर से वायरल हो रहे हैं, लेकिन उनका करियर उस ऊंचाई पर वापस नहीं आ पाया है। उनकी कहानी एक सीख है, जो हमें बताती है कि संगीत में न केवल प्रतिभा बल्कि सही निर्णय लेना भी अत्यंत आवश्यक है। अल्ताफ राजा का सफर इस बात का प्रतीक है कि कैसे एक अद्वितीय प्रतिभा भी अपने निर्णयों से प्रभावित हो सकती है और इसके परिणाम क्या हो सकते हैं।

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