Petrol- Diesel Price: पेट्रोल-डीजल का जारी हुआ ताजा रेट, अपने शहर की चेक करें कीमत

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Source: Zee News
locationभारत
userचेतना मंच
calendar30 Nov 2025 04:02 PM
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नई दिल्ली: कच्चे तेल की कीमतों में लगातार गिरावट होना शुरु हो गई है। इस बीच सरकारी तेल कंपनियों ने देखा जाए तो बृहस्‍पतिवार सुबह पेट्रोल-डीजल के नए रेट जारी कर दिया है। सरकारी तेल कंपनियों ने आज भी पेट्रोल-डीजल की कीमतों में किसी भी तरह का कोई बदलाव नहीं किया गया है। दिल्‍ली में पेट्रोल 96.72 रुपये लीटर पर उपलब्ध है। जबकि क्रूड के भाव 140 डॉलर प्रति बैरल तक पहुंच गया था।

जानें, इन 4 महानगरों में पेट्रोल-डीजल का ताजा भाव

-चेन्नई पेट्रोल 102.63 रुपये और डीजल 94.24 रुपये प्रति लीटर है। -कोलकाता पेट्रोल 106.03 रुपये और डीजल 92.76 रुपये प्रति लीटर है। -दिल्ली पेट्रोल 96.72 रुपये और डीजल 89.62 रुपये प्रति लीटर है। -मुंबई पेट्रोल 109.27 रुपये और डीजल 95.84 रुपये प्रति लीटर है।

 इन शहरों में कितना पहुंच चुका है भाव

-नोएडा में पेट्रोल 96.79 रुपये और डीजल 89.96 रुपये प्रति लीटर है। -लखनऊ में पेट्रोल 96.57 रुपये और डीजल 89.76 रुपये प्रति लीटर है। -पटना में पेट्रोल 107.24 रुपये और डीजल 94.04 रुपये प्रति लीटर है। -पोर्टब्‍लेयर में पेट्रोल 84.10 रुपये और डीजल 79.74 रुपये प्रति लीटर है।

रोजाना रेट में किया जाता है बदलाव

जानकारी के मुताबिक रोजाना सुबह 6 बजे पेट्रोल और डीजल की नई कीमतों में बदलाव होता है। जिसके बाद लोगों के लिए इस जारी कर दिया जाता है। पेट्रोल-डीजल के दाम में एक्साइज ड्यूटी, डीलर कमीशन, वैट और अन्य चीजें जोड़ने के बाद इसका दाम मूल भाव से लगभग दोगुना बढ़कर पहुंच जाता है।

अपने शहर का जान सकते हैं ताजा रेट

पेट्रोल-डीजल का ताजा रेट आप SMS के जरिए जानकारी देख सकते हैं। इसके लिए सबसे पहले इंडियन ऑयल (Indian Oil) के कस्टमर RSP लिखकर 9224992249 नंबर पर और BPCL उपभोक्ता RSP लिखने के बाद 9223112222 नंबर पर SMS भेज जानकारी हासिल करना अहम माना जा रहा है। इसी के साथ HPCL उपभोक्ता HPPrice लिखकर 9222201122 नंबर पर भेजकर भाव पता करना होता है।  
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Health: सुपारी कर सकती है अनेक रोगों का इलाज़!

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locationभारत
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calendar08 Jul 2022 03:21 PM
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 विनय संकोची Health: सुपारी (Betel nut)  के बारे में ज्यादातर लोग इतना ही जानते हैं कि यह पान में डालकर खाई जाती है, गुटखे में इस्तेमाल होती है और पूजा-पाठ में काम आती है। कम ही लोग होंगे जो जानते हों कि सुपारी औषधीय गुणों से भरपूर होती है और इस तथ्य की पुष्टि आयुर्वेद भी करता है। वास्तव में सुपारी एक जड़ी बूटी है और इसकी दो प्रमुख प्रजातियां हैं- साधारण सुपारी और लाल सुपारी, जो नारियल तथा साल के पेड़ों के समान ऊंचे पेड़ों पर लगती हैं। सुपारी का कच्चा फल चिकना नारंगी होता है, जो पक जाने पर गहरे नारंगी रंग का हो जाता है।इस फल के आवरण के अंदर सुपारी होती है। सुपारी का वानस्पतिक नाम एरेका केटेचू है। अंग्रेजी में इसे एरेका नट, बीटल पाम, संस्कृत में घोरंट, गुवारक , पूगी ओड़िया में पूगो, हुआ कन्नड़ में बेट्टा, पूग; गुजराती में सोपारी, तमिल में कमुगु, पारक्कुमरम, तेलगु में पोका, बांग्ला में गूआ, शुपारी, मराठी में पूंग और हिंदी में सुपारी, सोपारी, सुपाड़ी और कसेली कहा जाता है। आयुर्वेदिक ग्रंथों में सुपारी के गुण और उपयोग की अच्छी चर्चा की गई है। एक प्रकार के काष्ठफल सुपारी को इसमें पाए जाने वाले विशेष पोषक तत्व एक उत्तम औषधि बनाते हैं। कई सौ वर्षों से आयुर्वेद में सुपारी का उपयोग अनेक प्रकार की दवाइयां बनाने में किया जाता रहा है। आइए जानते हैं सुपारी के गुण-उपयोग के बारे में - • एक - दो ग्राम सुपारी चूर्ण को जल के साथ सेवन करने से चेचक जैसी बीमारी में लाभ मिल सकता है। • सुपारी के पत्तों के रस को तेल में मिलाकर मालिश करने से कमर का दर्द ठीक हो जाता है। • दस से तीस मिलीग्राम सुपारी के फल का काढ़ा बनाकर पीने से पेट के कीड़े मर जाते हैं। • सुपारी, खादिर, पिप्पली और मरिच का भस्म बनाकर मलने से दांतों और मसूढ़ो के दर्द में राहत मिलती है। सुपारी पाउडर को दांतों पर मलने से दंत विकारों से छुटकारा मिल सकता है। • हल्दी चूर्ण और सुपारी चूर्ण को चीनी में मिलाकर पीने से उल्टी आना बंद हो जाती है। • छाछ के साथ एक से चार ग्राम तक सुपारी के सेवन से आंतों की सफाई हो जाती है और आंत संबंधी बीमारियों में लाभ होता है। • हरी सुपारी को धीमी आंच पर पकाकर काटकर खाने से दस्त की समस्या से निजात मिल सकती है। • सुपारी में मौजूद अनेक पोषक तत्व मानसिक और हृदय से संबंधित स्ट्रोक के जोखिम को कम करने में सहायक होते हैं। • लाल सुपारी का उपयोग मुंह का छालों से छुटकारा दिलाने में मददगार हो सकता है। • एनीमिया यानी शरीर में खून की कमी को सीमित मात्रा में सुपारी का उपयोग कर दूर किया जा सकता है। सुपारी का अत्यधिक सेवन हानिकारक हो सकता है। • सुपारी के सेवन से लार बनने की प्रक्रिया तीव्र हो जाती है, जिससे पाचक रसों की बढ़ोत्तरी में सहायता मिलती है। भोजन के उपरांत सुपारी का सेवन पाचन संबंधी विकारों से निजात दिलाने में सहायक हो सकता है। • सुपारी पाक का सेवन करने से महिलाओं को मासिक धर्म के विकारों से राहत मिल सकती है। • जिनका चित्त एकाग्र न हो, सुपारी उनकी एकाग्रता के स्तर में सुधार ला सकती है। सुपारी का सेवन उत्तेजना पर भी नियंत्रण में सहायता करता है। • दिल के दौरे के कारण कमजोर हुई मांसपेशियों को ताकत देने का काम सुपारी कर सकती है। जरूरी बात : सुपारी के अत्यधिक सेवन से इसके कई दुष्प्रभाव भी सामने आते हैं। उदाहरण के तौर पर चेहरे पर लाली आना, बहुत ज्यादा पसीना आना, सांस लेने में परेशानी, जरूरत से ज्यादा प्यास लगना, पेट और मांसपेशियों में दर्द, दिल की धड़कन का मंद होना और बेहोशी आना आदि। विशेष : यहां पर सुपारी के गुण और उपयोग के बारे में विशुद्ध सामान्य जानकारी दी गई है, जो किसी चिकित्सकीय परामर्श का विकल्प कतई नहीं है। हम किसी प्रयोग की सफलता का कोई दावा नहीं करते हैं। सुपारी को रोग विशेष में औषधि के रूप में इस्तेमाल से पूर्व योग्य आयुर्वेदाचार्य/चिकित्सक से परामर्श आवश्यक है, अन्यथा नुकसान हो सकता है।
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Kanpur Violence कानपुर हिंसा में सामने आया अरबपति बिल्डर का नाम, हिंसा में की थी फंडिंग

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locationभारत
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calendar30 Nov 2025 06:46 AM
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Kanpur Violence : पिछले दिनों कानपुर में हुई हिंसा की जांच लगातार जारी है। जांच के दौरान एक अरबपति मुस्लिम बिल्डर का नाम सामने आया है। इस बिल्डर की 300 करोड़ रुपये की संपत्ति है। बिल्डर हाजी वसी ने तीन साल में महज 29 लाख रुपए का बिजनेस किया। ये बिजनेस भी उसने वर्ष 2021 में किया। इससे पहले वर्ष 2019 और वर्ष 2020 में एक पैसे का कारोबार नहीं किया। ये खुलासा कानपुर हिंसा में फंडिंग के आरोपित मोहम्मद वसी की बैलेंस शीट से हुआ है।

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मोहम्मद वसी ने 22 मार्च 2005 में वसी बिल्डर्स प्राइवेट लिमिटेड के नाम से आरओसी कानपुर में अपनी कंपनी पंजीकृत कराई थी। कंपनी में वसी के अलावा उसका बेटा निदेशक है। कंपनी की तीन साल की बैलेंस शीट ने संदेह की तमाम परतें खोल दी हैं। बैलेंस शीट के मुताबिक वर्ष 2020 में वसी ने 23 लोगों से 1.64 करोड़ रुपए फ्लैटों के एडवांस के रूप में लिए। वर्ष 2021 में ये रकम बढ़कर करीब 2.60 करोड़ रुपए हो गई। लेकिन प्रापर्टी की बिक्री न के बराबर दिखाई।

आरओसी सूत्रों के मुताबिक वसी को करोड़ों रुपए देने वालों की लगातार बढ़ती संख्या शक पैदा करती है। ये डमी निवेशक भी हो सकते हैं। करोड़ों रुपए कहां से आ रहे हैं, इसके सोर्स की जानकारी नहीं है।

दिलचस्प बात ये है कि एक तरफ बिना बिजनेस किए वसी को करोड़ों रुपए मिल रहे हैं तो दूसरी तरफ अपनी बैलेंस शीट में वसी का घाटा भी बढ़ता जा रहा है। वर्ष 2020 में बिना एक पैसे की प्रापर्टी बेचे वसी को 23 लोगों ने 1.64 करोड़ रुपए दे दिए। अगले ही साल यानी 2021 में 12 और लोगों ने वसी को एडवांस के रूप में करीब 95 लाख रुपए दे दिए लेकिन डिलीवरी न के बराबर की। यानी कागजों में दिखाया जा रहा है कि उधार लेकर बिल्डिंग बनाते जा रहे हैं और पैसा खर्च हो रहा है। लेकिन इमारतें तैयार हो गई हैं या किसे दी जा रही हैं। इसका कोई जिक्र नही है। ये पैसा कहां से आया, साफ नहीं है। पैसा लगाने वाले कौन हैं, ये भी साफ नही है। इतना ही नहीं 2.60 करोड़ रुपए एडवांस में लेने वाले वसी ने कागजों में केवल 72.83 लाख का स्टाक दिखाया है।

जांच में बिल्डर वसी का पांच कंपनियों से कनेक्शन सामने आया है, जिनकी जांच कई एजेंसियां कर रही हैं। वसी की मूल कंपनी वसी बिल्डर्स प्राइवेट लिमिटेड है। जिसमें उसके अलावा अब्दुर्र रहमान निदेशक हैं। वसी हमराज कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड में भी निदेशक है। 2013 में बनी ये कंपनी 88/592 चमनगंज प्रेमनगर के पते पर पंजीकृत है। इस कंपनी के एक निदेशक हमराज़ कंस्ट्रक्शन, ट्विस्ट बिल्डर्स, हेंज़ राइडर ओवरसीज, राइडर्स बिल्डर में भी भी निदेशक हैं।