हड़ताल से ठप अस्पताल: PGI में छेड़छाड़ के आरोप के बाद कर्मचारी सड़कों पर

धरने पर बैठे 250 से अधिक कर्मचारी
टेक्नीशियन वारिस की गिरफ्तारी की खबर जैसे ही अस्पताल परिसर में फैली, अस्पताल के तकनीकी कर्मचारियों और करीब 250 नर्सिंग स्टाफ ने काम बंद कर दिया और अस्पताल परिसर में धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया। प्रदर्शनकारी कर्मचारियों का आरोप है कि पुलिस ने वारिस को ड्यूटी के दौरान जबरन उठाया और अस्पताल प्रशासन ने भी कोई समर्थन नहीं किया। [video width="848" height="480" mp4="https://test.chetnamanch.com/wp-content/uploads/2025/05/WhatsApp-Video-2025-05-27-at-2.32.29-PM.mp4"][/video]10 साल की सेवा में एक भी नहीं आई शिकायत
वारिस के सहकर्मी और टेक्निकल ऑफिसर हिमांशु पांडे ने कहा, “हम पिछले 10 वर्षों से साथ काम कर रहे हैं। वारिस पर इस तरह का कोई आरोप पहले कभी नहीं लगा। वो एक ईमानदार और जिम्मेदार कर्मचारी है। यह एक झूठा और दुर्भावनापूर्ण आरोप लगता है। पुलिस ने उसे रातभर थाने में बैठा रखा जबकि कोई ठोस सबूत भी सामने नहीं आया है।”कर्मचारियों की मांग: निष्पक्ष जांच और तुरंत रिहाई
अस्पताल स्टाफ का कहना है कि जब तक वारिस को रिहा नहीं किया जाता और मामले की निष्पक्ष जांच नहीं होती, तब तक उनका प्रदर्शन जारी रहेगा। कर्मचारियों ने यह भी स्पष्ट किया कि वे न्याय चाहते हैं, न कि किसी अपराध को ढंकना, लेकिन बिना पुख्ता सबूत के किसी कर्मी को हिरासत में लेना अन्यायपूर्ण है।मरीज हो रहे परेशान
धरने के कारण कई रूटीन जांच और सेवाएं बाधित हो रही हैं, जिससे मरीजों और उनके परिजनों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। इस बीच, अस्पताल प्रशासन अब तक इस मसले पर कोई स्पष्ट प्रतिक्रिया नहीं दे पाया है जिससे कर्मचारियों में नाराजगी और अधिक बढ़ गई है। Noida Newsनाले में डूबे वादे, सफाई के दावे हवा-हवाई… CEO के फरमान की उड़ रही धज्जियां
ग्रेटर नोएडा– नोएडा की खबरों से अपडेट रहने के लिए चेतना मंच से जुड़े रहें। देश–दुनिया की लेटेस्ट खबरों से अपडेट रहने के लिए हमेंफेसबुकपर लाइक करें याट्विटरपर फॉलो करें।अगली खबर पढ़ें
धरने पर बैठे 250 से अधिक कर्मचारी
टेक्नीशियन वारिस की गिरफ्तारी की खबर जैसे ही अस्पताल परिसर में फैली, अस्पताल के तकनीकी कर्मचारियों और करीब 250 नर्सिंग स्टाफ ने काम बंद कर दिया और अस्पताल परिसर में धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया। प्रदर्शनकारी कर्मचारियों का आरोप है कि पुलिस ने वारिस को ड्यूटी के दौरान जबरन उठाया और अस्पताल प्रशासन ने भी कोई समर्थन नहीं किया। [video width="848" height="480" mp4="https://test.chetnamanch.com/wp-content/uploads/2025/05/WhatsApp-Video-2025-05-27-at-2.32.29-PM.mp4"][/video]10 साल की सेवा में एक भी नहीं आई शिकायत
वारिस के सहकर्मी और टेक्निकल ऑफिसर हिमांशु पांडे ने कहा, “हम पिछले 10 वर्षों से साथ काम कर रहे हैं। वारिस पर इस तरह का कोई आरोप पहले कभी नहीं लगा। वो एक ईमानदार और जिम्मेदार कर्मचारी है। यह एक झूठा और दुर्भावनापूर्ण आरोप लगता है। पुलिस ने उसे रातभर थाने में बैठा रखा जबकि कोई ठोस सबूत भी सामने नहीं आया है।”कर्मचारियों की मांग: निष्पक्ष जांच और तुरंत रिहाई
अस्पताल स्टाफ का कहना है कि जब तक वारिस को रिहा नहीं किया जाता और मामले की निष्पक्ष जांच नहीं होती, तब तक उनका प्रदर्शन जारी रहेगा। कर्मचारियों ने यह भी स्पष्ट किया कि वे न्याय चाहते हैं, न कि किसी अपराध को ढंकना, लेकिन बिना पुख्ता सबूत के किसी कर्मी को हिरासत में लेना अन्यायपूर्ण है।मरीज हो रहे परेशान
धरने के कारण कई रूटीन जांच और सेवाएं बाधित हो रही हैं, जिससे मरीजों और उनके परिजनों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। इस बीच, अस्पताल प्रशासन अब तक इस मसले पर कोई स्पष्ट प्रतिक्रिया नहीं दे पाया है जिससे कर्मचारियों में नाराजगी और अधिक बढ़ गई है। Noida Newsनाले में डूबे वादे, सफाई के दावे हवा-हवाई… CEO के फरमान की उड़ रही धज्जियां
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