रोहिणी आचार्य का सोशल मीडिया धमाका, 58 नेताओं को किया अनफॉलो

सिर्फ 3 गैर-राजनीतिक प्रोफाइल अब फॉलो में
सूत्रों के मुताबिक, रोहिणी आचार्य की फॉलो लिस्ट में अब कोई भी नेता या राजनीतिक व्यक्ति शामिल नहीं है। यह बदलाव पार्टी के अंदर असंतोष और आत्मसम्मान की लड़ाई के रूप में देखा जा रहा है। हाल ही में रोहिणी ने सोशल मीडिया पर लिखा था, “मेरे लिए आत्मसम्मान सबसे महत्वपूर्ण है।” उनकी यह पोस्ट पहले ही हलचल मचा चुकी थी और अब फॉलो लिस्ट से नेताओं की छुट्टी होने के बाद यह बहस और तेज हो गई है।क्या संजय यादव विवाद असल वजह है?
आरजेडी में इन दिनों संजय यादव की भूमिका को लेकर सवाल उठते रहे हैं। खासकर एक वायरल हुई बस यात्रा की तस्वीर जिसमें संजय यादव प्रमुखता से नजर आए उस पर बवाल मच चुका है। पार्टी कार्यकर्ताओं से लेकर बड़े नेताओं तक में इसे लेकर नाराजगी देखी गई। इसी बीच रोहिणी आचार्य का यह कदम संकेत देता है कि मामला सिर्फ सार्वजनिक पोस्ट तक सीमित नहीं बल्कि अंदरखाने कुछ गंभीर मतभेद चल रहे हैं।परिवार में भी गहराता विवाद?
लालू यादव के परिवार में तेज प्रताप यादव के बाद अब रोहिणी आचार्य भी पार्टी नेतृत्व को लेकर असहमति जताती दिख रही हैं। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यह घटनाक्रम सिर्फ सोशल मीडिया का मामूली अपडेट नहीं बल्कि एक राजनीतिक संकेत है।यह भी पढ़ें: पेंशन योजना में बड़ा बदलाव! अब NPS-APY में देना होगा नया शुल्क, देखिए पूरा लिस्ट
अब क्या संकेत दे रही हैं रोहिणी?
राजनीतिक गलियारों में सवाल उठने लगे है। क्या रोहिणी पार्टी की आंतरिक राजनीति से दूरी बना रही हैं? क्या यह तेजस्वी यादव के नेतृत्व पर सवाल उठाने का तरीका है?या फिर यह केवल सोशल मीडिया पर अपनी निजी सीमाएं तय करने की कोशिश है? Rohini Acharyaअगली खबर पढ़ें
सिर्फ 3 गैर-राजनीतिक प्रोफाइल अब फॉलो में
सूत्रों के मुताबिक, रोहिणी आचार्य की फॉलो लिस्ट में अब कोई भी नेता या राजनीतिक व्यक्ति शामिल नहीं है। यह बदलाव पार्टी के अंदर असंतोष और आत्मसम्मान की लड़ाई के रूप में देखा जा रहा है। हाल ही में रोहिणी ने सोशल मीडिया पर लिखा था, “मेरे लिए आत्मसम्मान सबसे महत्वपूर्ण है।” उनकी यह पोस्ट पहले ही हलचल मचा चुकी थी और अब फॉलो लिस्ट से नेताओं की छुट्टी होने के बाद यह बहस और तेज हो गई है।क्या संजय यादव विवाद असल वजह है?
आरजेडी में इन दिनों संजय यादव की भूमिका को लेकर सवाल उठते रहे हैं। खासकर एक वायरल हुई बस यात्रा की तस्वीर जिसमें संजय यादव प्रमुखता से नजर आए उस पर बवाल मच चुका है। पार्टी कार्यकर्ताओं से लेकर बड़े नेताओं तक में इसे लेकर नाराजगी देखी गई। इसी बीच रोहिणी आचार्य का यह कदम संकेत देता है कि मामला सिर्फ सार्वजनिक पोस्ट तक सीमित नहीं बल्कि अंदरखाने कुछ गंभीर मतभेद चल रहे हैं।परिवार में भी गहराता विवाद?
लालू यादव के परिवार में तेज प्रताप यादव के बाद अब रोहिणी आचार्य भी पार्टी नेतृत्व को लेकर असहमति जताती दिख रही हैं। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यह घटनाक्रम सिर्फ सोशल मीडिया का मामूली अपडेट नहीं बल्कि एक राजनीतिक संकेत है।यह भी पढ़ें: पेंशन योजना में बड़ा बदलाव! अब NPS-APY में देना होगा नया शुल्क, देखिए पूरा लिस्ट
अब क्या संकेत दे रही हैं रोहिणी?
राजनीतिक गलियारों में सवाल उठने लगे है। क्या रोहिणी पार्टी की आंतरिक राजनीति से दूरी बना रही हैं? क्या यह तेजस्वी यादव के नेतृत्व पर सवाल उठाने का तरीका है?या फिर यह केवल सोशल मीडिया पर अपनी निजी सीमाएं तय करने की कोशिश है? Rohini Acharyaसंबंधित खबरें
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