विनय संकोची
Health : संतरे(Orange) एक लोकप्रिय रसीला फल है, जिससे अधिकांश लोग परिचित हैं। संतरे का रस तन और मन को शीतलता प्रदान करता कर तनाव और थकान से मुक्ति दिलाता है। संतरा मस्तिष्क और हृदय को ताजगी और शक्ति प्रदान करता है। संतरे का वैज्ञानिक नाम साइट्रस सिनेन्सिस है। पादप जगत और कीत्रूस वंश के 100 ग्राम संतरे में 11.54 ग्राम कार्बोहाइड्रेट, शर्करा 9.14 ग्राम, आहरीय फाइबर 2.4 ग्राम, वसा 0.21 ग्राम, प्रोटीन 0.70 ग्राम, थायमीन (विटामिन बी1) 8%, राइबोफ्लेविन (विटामिन बी2)3%, नाइसिन (विटामिन बी3) 3%, विटामिन B6 4%, फोलेट 4.5%, विटामिन-सी 75% के अतिरिक्त कैल्शियम, आयरन, मैग्नीशियम, फॉस्फोरस, पोटेशियम और जस्ता पर्याप्त मात्रा में होते है।
मैथिली में संतोला, बांग्ला में कोमोला लेबू और तमिल में आरंजू नाम से प्रसिद्ध संतरा खांसी जुकाम जैसी सामान्य बीमारियों से लेकर किडनी, दिल, रक्तचाप आदि रोगों को दूर करने में सहायक है। इससे भी बड़ी बात यह है कि रसीला गूदेदार संतरा कैंसर जैसे जानलेवा रोग से बचाव में भी सहायता करता है। आइए एक नजर डालते हैं, संतरे के उपयोग से होने वाले अद्भुत लाभों पर।
• तनाव और अवसाद यानी डिप्रेशन की समस्या रक्तचाप को बढ़ाती है और इसके चलते दिल की गतिविधि पर विपरीत प्रभाव पड़ता है। संतरे में पाया जाने वाला पोटेशियम और फोलिक एसिड कोलेस्ट्रॉल और कैल्शियम के स्तर के साथ उच्च रक्तचाप को नियंत्रित रखता है। यह तत्व कोशिकाओं में इलेक्ट्रोलाइट को संतुलित-नियंत्रित कर हृदय को स्वस्थ रखते हैं।
• संतरे के सेवन से वजन को नियंत्रित करने में भी सहायता मिलती है। संतरे में मौजूद विटामिन-सी और फाइबर बार-बार लगने वाली भूख से बचाता है।
• संतरे में प्रचुर मात्रा में पाया जाने वाला विटामिन-सी शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है। इसीलिए संतरे का नियमित और संतुलित सेवन करने वालों से रोग दूर दूर रहते हैं। इम्यूनिटी बढ़ाने और मजबूत करने के लिए संतरा फल और उसका जूस दोनों ही बराबर उपयोगी हैं।
• किडनी में स्टोन की समस्या भी आम है। प्रतिदिन संतरे के जूस का सेवन करने से किडनी में पथरी की समस्या से मुक्ति पाई जा सकती है। संतरे में पाए जाने वाले तत्व किडनी की पथरी को मूत्र के जरिए शरीर से बाहर निकालने में मदद कर सकते हैं।
• संतरे के सेवन से शरीर में मौजूद बैड कोलेस्ट्रॉल की मात्रा को कम करने में सहायता मिलती है। संतरे का नियमित सेवन करने से शरीर की धमनियों में जमा हुआ बैड कोलस्ट्रोल भी धीरे-धीरे कम होने लगता है।
• संतरे को मधुमेह में उपयोगी माना जाता है। संतरे में फाइबर अच्छी मात्रा में होता है और वह फाइबर रक्त में शर्करा स्तर को बढ़ने से रोकने में सक्षम होता है। यहां ध्यान देने वाली बात यह है कि संतरा फल को खाया जाए तो मधुमेह में फायदा पहुंचाता है, लेकिन इसका जूस ब्लड शुगर को बढ़ा सकता है क्योंकि रस में फाइबर फल की तुलना में काफी कम हो जाता है।
• संतरा पेट दर्द और फूड पॉइजनिंग रोकने में भी सहायक माना जाता है। इसके अतिरिक्त संतरा आंतों की सफाई करने के साथ कब्ज की समस्या को भी दूर कर कर सकता है।
• संतरे में बीटा कैरोटीन होता है, जो कोशिकाओं को क्षतिग्रस्त होने से बचाता है। यही कारण है कि संतरा खाने से त्वचा में चमक आती है। संतरा झुर्रियों डार्क सर्कल्स और बुढ़ापे के लक्षणों को कम करने में काफी लाभदायक माना जाता है। बीटा कैरोटीन आंखों की रोशनी बढ़ाने में भी मददगार है। इसके अलावा बीटा कैरोटीन शरीर में कैंसर के खतरे को भी कम करता है।
• संतरा खाने से शरीर में यूरिक एसिड कम होता है। इससे जोड़ों में दर्द, अकड़न और सूजन की समस्या कम होती है। गठिया रोग में काफी आराम संतरे के सेवन से मिलता है।
[ विशेष संतरे के अधिक सेवन से शरीर को नुकसान भी पहुंच सकता है। संतरे के उपयोग व गुणों के संबंध में यहां विशुद्ध सामान्य जानकारी दी गई है, जिसकी सफलता का दावा हम नहीं करते हैं। यह जानकारी किसी भी विशेषज्ञ का विकल्प नहीं है। अतः किसी भी रोग विशेष में उपचार के तौर पर संतरे का उपयोग किसी योग्य चिकित्सा विशेषज्ञ के परामर्श के बिना कदापि न करें। ]