World Heart Day 2021: डराने और चौंकाने वाले हैं हार्ट अटैक के आंकड़े
नई दिल्ली। जहां एक ओर विश्व भर में लाखों लोग कोरोना, श्वांस, डायबिटीज और टीबी-एड्स जैसी बीमारियों के चलते काल…
Sonia Khanna | September 29, 2021 11:26 AM
नई दिल्ली। जहां एक ओर विश्व भर में लाखों लोग कोरोना, श्वांस, डायबिटीज और टीबी-एड्स जैसी बीमारियों के चलते काल के गाल में समा रहे हैं वहीं दूसरी ओर सबसे डराने वाली बात यह है कि विश्व भर में हर साल सबसे ज्यादा लोग हृदय से संबंधित बीमारियों के चलते अपनी जान से हाथ धो रहे हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन भी इस बात की पुष्टि कर चुका है कि दुनिया भर में हृदय संबंधित रोगों से मरने वाले लोगों का आंकड़ा सबसे ज्यादा है। और लाख प्रयासों के बावजूद यह सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है।
एक रिपोर्ट के अनुसार दुनिया में हार्ट अटैक के आंकड़े बेहद डराने और चौंकाने वाले हैं। इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि दुनिया भर में एक तिहाई मौतें हृदय से संबंधित बीमारियों के चलते हो रही हैं। हमारी जरा सी लापरवाही कभी भी हमारे दिल को जोखिम में डाल सकती है। हमारी अनियमित दिनचर्या और खान-पान का गलत तरीका दिल पर भारी पड़ रहा है। इसके नतीजे खतरनाक तरीके से सामने आ रहे हैं। इसके चलते हमें हार्ट स्ट्रोक, हार्ट अटैक, हाई बीपी, हार्ट क्लाटिंग जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। आइए जानते हैं कि इस संबंध में क्या कहती है विश्व स्वास्थ्य संगठन की रिपोर्ट।
दुनिया में 32 फीसद मौतें हार्ट अटैक से : विश्व स्वास्थ्य संगठन की एक रिपोर्ट के में बताया गया है कि दुनिया भर में हार्ट डिसीज से सर्वाधिक मौते हुई हैं। हार्ट डिसीज के चलते हर साल दुनिया में 179 मिलियन यानी करीब दो करोड़ लोग जान गवां रहे हैं। संगठन का कहना है कि कार्डियोवास्कुलर डिसीजेज (CVDs) इसकी बड़ी वजह है। CVD की हर पांच में चार मौत हार्ट अटैक या स्ट्रोक के कारण होती है। एक तिहाई लोगों की मौत इसकी वजह से 70 साल की उम्र से पहले ही हो जाती है।
14 से 34 आयु वर्ग के सबसे ज्यादा भारतीय इसकी चपेट में : विश्व स्वास्थ्य संगठन की रिपोर्ट के मुताबिक भारत में हर चार बीमारियों से होने वाली मौतों में एक मौत हार्ट अटैक से होती है। लेंसट की एक रिपोर्ट के मुताबिक अब शहरी लोगों से ज्यादा गांव के लोग इस बीमारी से ग्रसित हो रहे हैं। ग्रामीण इस बीमारी के ज्यादा शिकार हो रहे हैं। एनसीआरबी की एक रिपोर्ट के मुताबिक अब यह बीमारी 14 से 34 आयु वर्ग के भारतीयों में बड़ी संख्या में पाई जा रही है। हालांकि सच्चाई यह भी है कि 45 से 60 आयु वर्ग के लोग इस बीमारी के चपेट में ज्यादा आ रहे हैं। नेशनल क्राइम रिकार्ड ब्यूरो के आंकड़ों के मुताबिक भारत में वर्ष 2014 के बाद हार्ट अटैक से होने वाली मौतों में इजाफा हुआ है। देश में मरीजों की संख्या में भी भारी वृद्धि हुई है। पांच वर्षों में हार्ट अटैक से जुड़ी बीमारियों और मौतों में 53 फीसद का इजाफा हुआ है। चौंकाने वाली बात यह है कि अब इस बीमारी की जद में किशोरों की संख्या बढ़ी है।
हार्ट की बीमारी के चलते हर 36 सेकेंड में एक अमेरिकी गवां रहा जान : रिपार्ट के मुताबिक पिछले कुछ सालों से अमेरिका में हार्ट के मरीजों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। अमेरिका में हार्ट अटैक के चलते बड़ी संख्या में लोगों की मौत हो रही है। सेंटर आफ डिसीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन यानी सीडीसी की एक रिपोर्ट के मुताबिक अमेरिका में हर 36 सेकेंड में एक मौत का कारण हार्ट से जुड़ी बीमारियां हैं। अमेरिका में हर चौथी मौत हार्ट अटैक के कारण हो रही है। अमेरिका में हर 40 सेकेंड में एक व्यक्ति को हार्ट अैटक होता है। इस बीमारी का प्रभाव अमेरिकी अर्थव्यवस्था पर भी पड़ रहा है। हालांकि अमेरिका में हृदय से जुड़ी बीमारियों में कोरोनेरी हार्ट डिसीज सबसे ज्यादा कामन है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने हार्ट डिसीज के गिनाए कारण : विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक हृदय रोगों से संबंधित बीमारियों से होने वाली मौतों की वजह हमारा रहन-सहन, खान-पान और जीवन शैली है। अस्वास्थ्यकर भोजन, शारीरिक निष्क्रियता, तंबाकू सेवन और अल्कोहल के अधिक सेवन से यह समस्या दिनों दिन बड़ी होती जा रही है। संगठन का सुझाव है कि तंबाकू के सेवन बंद करने और खानपान में नमक की मात्रा कम करने और फल-हरी सब्जियों के नियमित खाने से इस पर नियंत्रण पाया जा सकता है। फिजिकल सक्रियता से भी इस पर नियंत्रण पाया जा सकता है।
क्या हैं साइलंट हार्ट अटैक के लक्षण :
पहला, अगर आप सीने में दर्द महसूस कर रहे हैं तो यह आपके लिए खतरे की घंटी है। सीने में तेज या हल्का भी दर्द है तो उसे नजरअंदाज न करें बल्कि तुरंत चिकित्सक को दिखाएं। अगर आप सीने में दर्द या किसी तरह का दबाव महसूस नहीं कर रहे तो आपको घबराने की जरूरत नहीं है।
दूसरा, अगर आपके बाजू में दर्द है तो इसे कतई नजरअंदाज नहीं करें। हार्ट अटैक की वजह से दर्द बांह तक पहुंच जाता है यह हार्ट अटैक का लक्षण है। सीने का दर्द पूरे बांह में फैलने लगे तो तुरंत डॉक्टर को दिखाएं।
तीसरा, अचानक बेहोशी और कमजोरी होना भी साइलंट अटैक के लक्ष्ण हैं। अगर आपको अचानक से चक्कर आए या फिर बेहद कमजोरी महसूस हो तो उसे हल्के में न लें फौरन चिकित्सक को दिखाएं।
चौथा, जबड़े में दर्द भी हार्ट अटैक के साइलंट लक्षण हैं। जबड़े में दर्द भी खतरनाक लक्ष्ण है। अगर सीने में दर्द के दौरान आपके जबड़े में भी दर्द पहुंच जाए तो समझिए कि ये अटैक के लक्ष्ण है। जबड़े की नसे दिल से निकलती हैं इसलिए जबड़े में दर्द भी इसका ही लक्षण होता है।