नई दिल्ली: विराट कोहली (Virat Kohli) ने शनिवार (15 जनवरी) को भारतीय टेस्ट टीम (Indian Test Cricket) की कप्तानी से इस्तीफा दे चुके हैं। ऐसे में अब यह बहस शुरू हो चुकी है कि टीम का अगला कप्तान (Captain) कौन होने वाला है। कई दिग्गजों और लीजेंड्स ने इस पर अपने विचार साझा किया है, जिनमें एक पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर भी शामिल हैं। इन भारतीय लीजेंड्स ने कुछ अलग तरह से अपनी राय दिया है।
सुनील गावस्कर (Sunil Gavaskar) ने बताया है कि विराट कोहली की जगह वे विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत को भारतीय टेस्ट टीम का कप्तान बनते देखना चाह रहे हैं। गावस्कर की पहली पसंद भी पंत ही माने जाते हैं। इसकी वजह भी उन्होंने बताई और कह दिया है कि यही सही दावेदार भी माना जाता है। वहीं, युवराज सिंह ने भी ट्विट कर जानकारी दिया है कि बिल्कुल, स्टंप्स के पीछे से खेल को काफी अच्छे से समझ लिया गया है।
एक सवाल के जवाब में गावस्कर ने बताया है कि कौन सा सही खिलाड़ी माना गया है, जो भारतीय क्रिकेट (Indian Cricket) को आगे ले जाने में मदद कर सकता है, इस बात पर सेलेक्शन कमेटी के बीच काफी बहस होने जा रही है। इसमें सबसे पहली बात तो यह कही जा चुकी है कि यह कोई एक ही खिलाड़ी होना जरुरी है, जो तीनों फॉर्मेट में टीम को आगे ले जा सके।
गावस्कर ने बताया है कि यदि आप मुझसे पूछा जाता है, तो मैं कब से यही कह सकता हूं कि मैं ऋषभ पंत (Rishabh Pant) को ही टीम इंडिया का अगला कप्तान देखने चाह रहा हूं। सिर्फ एक कारण से, ठीक उसी तरह जैसे आईपीएल में रिकी पोंटिंग के बाद मुंबई इंडियंस की कप्तानी रोहित शर्मा को सौंप दी गई थी।
Absolutely! Reads the game well behind the stumps
— Yuvraj Singh (@YUVSTRONG12) January 15, 2022
तब से उनकी बल्लेबाजी में भी बदलाव हो चुका है। अचानक से कप्तानी का दबाव आने के बाद बहुत खूबसूरत बदलाव आ चुका है। उनके 30, 40 और 50 रन शतक में और फिर 150 और 200 (डबल सेंचुरी) में परिवर्तन होता रहा।
गावस्कर ने जानकारी दिया है कि मेरा मानना है कि इसी तरह से ऋषभ पंत को भी कप्तानी की जिम्मेदारी सौंपना जरुरी है, जिसकी वजह से उन्हें शानदार बड़ी पारियों बनाने में मदद मिल सकती है। जैसी की शतकीय पारी उन्होंने न्यूलैंड्स में खेली जा चुकी है।
युवा खिलाड़ी को कप्तान बनाना सही हो सकता है। इस सवाल पर सुनील गावस्कर ने जानकारी दिया है कि हां, मैं यह बात कह रहा हूं. टाइगर पटौदी (नवाब पटौदी) भी 21 साल की उम्र में ही कप्तान बनाए गए थे, जब नरी कॉन्ट्रेक्टर चोटिल हो गए थे। आप देखिए, इसके बाद पटौदी ने क्या कर दिखाया। उन्होंने कप्तानी उसी तरह संभाल लिया था, जिस तरह पानी पर बदख तैरती दिख रही है. मेरा मानना है कि हमने आईपीएल में दिल्ली कैपिटल्स की शानदार कप्तानी करते हुए ऋषभ पंत को देखा जा चुका है।