Sanskrit : त्वं धृष्णो धृषता वीतहव्यं प्रावो विश्वाभिरूतिभिः सुदासम्।
प्र पौरुकुत्सिं त्रसदस्युमावः क्षेत्रसाता वृत्रहत्येषु पूरुम्॥ ऋग्वेद ७-१९-३॥
Hindi : एक शासक को अपनी सभी शक्तियों और साधनों के द्वारा राष्ट्रीय संपदा का रक्षण करना चाहिए। सभी क्षेत्रों के उत्तम मनुष्यों को जो राष्ट्र की सुरक्षा और उन्नति में लगे हुए हैं उनका और उनके परिवार का रक्षण और कल्याण करना चाहिए। (ऋग्वेद ७-१९-३)
English : A ruler should protect the national wealth by all his powers and means. The good human beings working in various fields and their families should be protected and welfare of them be done. (Rig Veda 7-19-3)