मिल गई 90%+ लाने वाले स्टूडेंट्स की Study Tips, इग्नोर करने की मत करना गलती
Board Exam Preparation आसान बनाएं इन 5 scientifically proven study tips के साथ। जानें बिना रट्टा लगाए पढ़ाई कैसे करें, पढ़ा हुआ लंबे समय तक कैसे याद रखें, फोकस और concentration कैसे बढ़ाएं और exam में अच्छे marks कैसे लाएं।

बोर्ड एग्जाम के लिए बस दो महीने की बचे हैं। ज्यादातर छात्रों के मन में बोर्ड एग्जाम का नाम सुनते ही तनाव, घबराहट और दिमागी थकान शुरू हो जाती है। कई छात्र दिन-रात किताबों में डूबे रहते हैं, नोट्स पढ़ते हैं, हाइलाइट करते हैं, बार-बार लिखते हैं लेकिन जब एग्जाम हॉल में सवाल सामने आता है तो ऐसा लगता है जैसे दिमाग ने सब कुछ डिलीट कर दिया हो। अगर आपके साथ भी ऐसा ही होता है तो घबराने की जरूरत नहीं है क्योंकि आप ऐसे अकेले नहीं हैं। लाखों छात्र इसी समस्या से जूझते हैं और इसकी सबसे बड़ी वजह है गलत पढ़ाई का तरीका।
पढ़ाई करने का सही तरीका
असल में समस्या पढ़ने में नहीं बल्कि पढ़ने के तरीके में होती है। सिर्फ किताबें घूरते रहने से दिमाग एक्टिव नहीं होता और जानकारी लंबे समय तक याद नहीं रहती। अच्छी बात यह है कि कुछ साइंटिफिकली प्रूव्ड स्टडी तकनीकें अपनाकर आप बिना ऑल-नाइट पढ़ाई किए भी बेहतर याददाश्त बना सकते हैं और अच्छे नंबर हासिल कर सकते हैं। सही स्टडी स्ट्रेटजी न केवल आपकी मेमोरी को मजबूत बनाती है बल्कि एग्जाम के दौरान सवालों को जल्दी और सही तरीके से याद करने में भी मदद करती है।
एक्टिव रिकॉल है सबसे बढ़िया तरीका
सबसे पहली और सबसे असरदार तकनीक है एक्टिव रिकॉल। ज्यादातर छात्र सिर्फ नोट्स पढ़ते रहते हैं लेकिन यह तरीका ज्यादा कारगर नहीं होता। एक्टिव रिकॉल में आपको किताब बंद करके खुद से सवाल पूछने होते हैं। आप जो पढ़ चुके हैं उसे अपने शब्दों में याद करने की कोशिश करें। मान लीजिए आप किसी दोस्त को पढ़ा रहे हैं या खुद को समझा रहे हैं। ऐसा करने से दिमाग पर दबाव पड़ता है और याददाश्त मजबूत होती है। फ्लैशकार्ड बनाना, याद करके उत्तर लिखना या खुद का छोटा सा टेस्ट लेना इस तकनीक को और प्रभावी बना देता है।
दूसरों को पढ़ाएं
दूसरा बेहद कारगर तरीका है किसी को पढ़ाकर समझाना। आपने अक्सर देखा होगा कि जब आप किसी टॉपिक को किसी और को समझाते हैं तो वह चीज आपको ज्यादा अच्छे से याद हो जाती है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि पढ़ाते समय आपका दिमाग जानकारी को व्यवस्थित करता है और कमजोर हिस्सों को खुद-ब-खुद पहचान लेता है। अगर आपके पास कोई स्टडी पार्टनर नहीं है तो भी चिंता की बात नहीं है। आप खुद से जोर से बोलकर पढ़ सकते हैं, मोबाइल में अपनी आवाज रिकॉर्ड कर सकते हैं या यहां तक कि अपने पालतू जानवर को भी पढ़ा सकते हैं। यह तरीका मुश्किल विषयों को भी आसान बना देता है।
मेमोरी ट्रिक्स और मेमोनिक्स का इस्तेमाल
तीसरी स्टडी ट्रिक है मेमोरी ट्रिक्स और मेमोनिक्स का इस्तेमाल। दिमाग मजेदार और रंगीन चीजों को जल्दी याद रखता है। कठिन जानकारी को याद रखने के लिए छोटे-छोटे शब्द, लाइन या कहानी बना लें। जैसे ग्रहों के नाम याद रखने के लिए “My Very Educated Mother Just Served Us Nachos”। ऐसे मजेदार वाक्य दिमाग में लंबे समय तक रहते हैं। रंगीन पेन, डायग्राम, चार्ट और छोटे स्केच बनाकर पढ़ाई करने से याददाश्त और मजबूत हो जाती है।
प्रीवियस क्वेश्चन पेपर्स से प्रैक्टिस करें
चौथा जरूरी तरीका है पिछले सालों के प्रश्न पत्रों से प्रैक्टिस करना। शिक्षक पुराने पेपर यूं ही नहीं देते बल्कि इसलिए देते हैं ताकि छात्रों को असली परीक्षा का अनुभव मिल सके। पुराने सवाल हल करने से यह समझ में आता है कि कौन-से टॉपिक ज्यादा जरूरी हैं और आपकी तैयारी में कहां कमी है। अगर किसी सवाल में गलती हो जाए तो उसे नजरअंदाज न करें। गलती को समझें, कारण जानें और दोबारा नोट करें। यह अभ्यास न सिर्फ आपकी तैयारी मजबूत करता है बल्कि आत्मविश्वास भी बढ़ाता है।
ब्रेक और नींद भी जरूरी
पांचवां और सबसे जरूरी पॉइंट है ब्रेक और नींद। कोई भी स्टडी टिप नींद का विकल्प नहीं हो सकती। दिमाग सोते समय पढ़ी हुई जानकारी को व्यवस्थित करता है और याददाश्त मजबूत बनाता है। लगातार रात-भर जागकर पढ़ाई करने से मेमोरी कमजोर हो सकती है। हर छात्र को रोजाना कम से कम 7 से 8 घंटे की नींद जरूर लेनी चाहिए। इसके साथ-साथ पोमोडोरो टेक्निक अपनाना भी फायदेमंद होता है जिसमें 25 से 30 मिनट पढ़ाई और फिर 5 मिनट का ब्रेक लिया जाता है। इन छोटे ब्रेक में हल्की स्ट्रेचिंग करें, थोड़ा चलें-फिरें या पानी पिएं ताकि दिमाग फिर से फ्रेश हो जाए।
अगर आप इन स्मार्ट स्टडी टिप्स को सही तरीके से अपनाते हैं तो बोर्ड एग्जाम की तैयारी न सिर्फ आसान हो जाएगी बल्कि पढ़ाई का डर भी धीरे-धीरे खत्म हो जाएगा। याद रखें मेहनत से ज्यादा जरूरी है सही दिशा में मेहनत करना। सही तकनीक, सही प्लान और थोड़े धैर्य के साथ आप बिना तनाव के एग्जाम में शानदार प्रदर्शन कर सकते हैं।
बोर्ड एग्जाम के लिए बस दो महीने की बचे हैं। ज्यादातर छात्रों के मन में बोर्ड एग्जाम का नाम सुनते ही तनाव, घबराहट और दिमागी थकान शुरू हो जाती है। कई छात्र दिन-रात किताबों में डूबे रहते हैं, नोट्स पढ़ते हैं, हाइलाइट करते हैं, बार-बार लिखते हैं लेकिन जब एग्जाम हॉल में सवाल सामने आता है तो ऐसा लगता है जैसे दिमाग ने सब कुछ डिलीट कर दिया हो। अगर आपके साथ भी ऐसा ही होता है तो घबराने की जरूरत नहीं है क्योंकि आप ऐसे अकेले नहीं हैं। लाखों छात्र इसी समस्या से जूझते हैं और इसकी सबसे बड़ी वजह है गलत पढ़ाई का तरीका।
पढ़ाई करने का सही तरीका
असल में समस्या पढ़ने में नहीं बल्कि पढ़ने के तरीके में होती है। सिर्फ किताबें घूरते रहने से दिमाग एक्टिव नहीं होता और जानकारी लंबे समय तक याद नहीं रहती। अच्छी बात यह है कि कुछ साइंटिफिकली प्रूव्ड स्टडी तकनीकें अपनाकर आप बिना ऑल-नाइट पढ़ाई किए भी बेहतर याददाश्त बना सकते हैं और अच्छे नंबर हासिल कर सकते हैं। सही स्टडी स्ट्रेटजी न केवल आपकी मेमोरी को मजबूत बनाती है बल्कि एग्जाम के दौरान सवालों को जल्दी और सही तरीके से याद करने में भी मदद करती है।
एक्टिव रिकॉल है सबसे बढ़िया तरीका
सबसे पहली और सबसे असरदार तकनीक है एक्टिव रिकॉल। ज्यादातर छात्र सिर्फ नोट्स पढ़ते रहते हैं लेकिन यह तरीका ज्यादा कारगर नहीं होता। एक्टिव रिकॉल में आपको किताब बंद करके खुद से सवाल पूछने होते हैं। आप जो पढ़ चुके हैं उसे अपने शब्दों में याद करने की कोशिश करें। मान लीजिए आप किसी दोस्त को पढ़ा रहे हैं या खुद को समझा रहे हैं। ऐसा करने से दिमाग पर दबाव पड़ता है और याददाश्त मजबूत होती है। फ्लैशकार्ड बनाना, याद करके उत्तर लिखना या खुद का छोटा सा टेस्ट लेना इस तकनीक को और प्रभावी बना देता है।
दूसरों को पढ़ाएं
दूसरा बेहद कारगर तरीका है किसी को पढ़ाकर समझाना। आपने अक्सर देखा होगा कि जब आप किसी टॉपिक को किसी और को समझाते हैं तो वह चीज आपको ज्यादा अच्छे से याद हो जाती है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि पढ़ाते समय आपका दिमाग जानकारी को व्यवस्थित करता है और कमजोर हिस्सों को खुद-ब-खुद पहचान लेता है। अगर आपके पास कोई स्टडी पार्टनर नहीं है तो भी चिंता की बात नहीं है। आप खुद से जोर से बोलकर पढ़ सकते हैं, मोबाइल में अपनी आवाज रिकॉर्ड कर सकते हैं या यहां तक कि अपने पालतू जानवर को भी पढ़ा सकते हैं। यह तरीका मुश्किल विषयों को भी आसान बना देता है।
मेमोरी ट्रिक्स और मेमोनिक्स का इस्तेमाल
तीसरी स्टडी ट्रिक है मेमोरी ट्रिक्स और मेमोनिक्स का इस्तेमाल। दिमाग मजेदार और रंगीन चीजों को जल्दी याद रखता है। कठिन जानकारी को याद रखने के लिए छोटे-छोटे शब्द, लाइन या कहानी बना लें। जैसे ग्रहों के नाम याद रखने के लिए “My Very Educated Mother Just Served Us Nachos”। ऐसे मजेदार वाक्य दिमाग में लंबे समय तक रहते हैं। रंगीन पेन, डायग्राम, चार्ट और छोटे स्केच बनाकर पढ़ाई करने से याददाश्त और मजबूत हो जाती है।
प्रीवियस क्वेश्चन पेपर्स से प्रैक्टिस करें
चौथा जरूरी तरीका है पिछले सालों के प्रश्न पत्रों से प्रैक्टिस करना। शिक्षक पुराने पेपर यूं ही नहीं देते बल्कि इसलिए देते हैं ताकि छात्रों को असली परीक्षा का अनुभव मिल सके। पुराने सवाल हल करने से यह समझ में आता है कि कौन-से टॉपिक ज्यादा जरूरी हैं और आपकी तैयारी में कहां कमी है। अगर किसी सवाल में गलती हो जाए तो उसे नजरअंदाज न करें। गलती को समझें, कारण जानें और दोबारा नोट करें। यह अभ्यास न सिर्फ आपकी तैयारी मजबूत करता है बल्कि आत्मविश्वास भी बढ़ाता है।
ब्रेक और नींद भी जरूरी
पांचवां और सबसे जरूरी पॉइंट है ब्रेक और नींद। कोई भी स्टडी टिप नींद का विकल्प नहीं हो सकती। दिमाग सोते समय पढ़ी हुई जानकारी को व्यवस्थित करता है और याददाश्त मजबूत बनाता है। लगातार रात-भर जागकर पढ़ाई करने से मेमोरी कमजोर हो सकती है। हर छात्र को रोजाना कम से कम 7 से 8 घंटे की नींद जरूर लेनी चाहिए। इसके साथ-साथ पोमोडोरो टेक्निक अपनाना भी फायदेमंद होता है जिसमें 25 से 30 मिनट पढ़ाई और फिर 5 मिनट का ब्रेक लिया जाता है। इन छोटे ब्रेक में हल्की स्ट्रेचिंग करें, थोड़ा चलें-फिरें या पानी पिएं ताकि दिमाग फिर से फ्रेश हो जाए।
अगर आप इन स्मार्ट स्टडी टिप्स को सही तरीके से अपनाते हैं तो बोर्ड एग्जाम की तैयारी न सिर्फ आसान हो जाएगी बल्कि पढ़ाई का डर भी धीरे-धीरे खत्म हो जाएगा। याद रखें मेहनत से ज्यादा जरूरी है सही दिशा में मेहनत करना। सही तकनीक, सही प्लान और थोड़े धैर्य के साथ आप बिना तनाव के एग्जाम में शानदार प्रदर्शन कर सकते हैं।












